अंबाला: आज एक बार फिर से पंजाब के किसान दिल्ली कूच करेंगे. दोपहर 12 बजे 101 किसानों का जत्था शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए पैदल मार्च करेगा. शंभू बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने सड़क पर कीलें और कंक्रीट की दीवार बनाकर मल्टी लेयर बैरिकेडिंग की हुई है. पिछली बार की तरह इस बार भी किसानों और पुलिस के जवानों के बीच संघर्ष देखने को मिल सकता है.
किसानों का दिल्ली कूच: किसानों ने दो बार दिल्ली कूच की कोशिश की है, लेकिन दोनों ही बार किसान नाकाम रहे हैं. हरियाणा पुलिस ने किसानों को शंभू बॉर्डर से आगे ही बढ़ने नहीं दिया. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमने सरकार को बातचीत का समय दिया है, लेकिन सरकारी हमारी मांग नहीं सुन रही. इसलिए हमने पैदल दिल्ली कूच का फैसला किया है. हम शांति से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन हमें दिल्ली जाने से रोक रहा है.
#WATCH | Drone visuals from the Haryana-Punjab Shambhu Border where the farmers are protesting over various demands.
— ANI (@ANI) December 14, 2024
According to farmer leader Sarwan Singh Pandher, a 'Jattha' of 101 farmers will march towards Delhi today at 12 noon. pic.twitter.com/4M4BQsEe0D
12 बजे दिल्ली रवाना होंगे 101 किसान: किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, "प्रदर्शन 307वें दिन में प्रवेश कर गया है और 101 किसानों का हमारा तीसरा जत्था दोपहर तक दिल्ली के लिए रवाना होगा। पूरा देश प्रदर्शन का समर्थन कर रहा है. लेकिन हमारे प्रधानमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री इस बारे में कुछ नहीं कह रहे हैं और दूरी बनाए हुए हैं. सरकारी एजेंसियां यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रही हैं कि 'मोर्चा' जीत न पाए. मैं सभी से विरोध का समर्थन करने का आग्रह करता हूं."
#WATCH | Visuals from the Punjab-Haryana Shambhu border as farmers continue to protest over their various demands.
— ANI (@ANI) December 14, 2024
Farmer leader Sarwan Singh Pandher says, " the protest has entered the 307th day and our third 'jatha' of 101 farmers will leave for delhi by noon..." pic.twitter.com/erD1vb4DwG
किसानों को रोकने के लिए सुरक्षा कड़ी: हरियाणा पंजाब और हरियाणा दिल्ली बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. हरियाणा पुलिस ने अंबाला शंभू बॉर्डर पर सड़क पर कीलें और कंक्रीट की दीवार बनाकर मल्टी लेयर बैरिकेडिंग की हुई है. ताकि किसानों को आगे बढ़ने से रोका जा सके.
इंटरनेट सेवा बंद: किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए अंबाला में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. आज रात 12 बजे से अंबाला में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं. 17 दिसंबर तक इंटरनेट सवाओं को बंद किया गया है. आज किसान तीसरी बार शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच की कोशिश करेंगे.
Internet services suspended in parts of Ambala with immediate effect from 14th December (06:00 hrs) to 17th December (23:59 hrs) in Haryana in view of the farmers’ march towards Delhi. pic.twitter.com/Fs5lJ6QSb5
— ANI (@ANI) December 14, 2024
दातासिंह वाला बॉर्डर पर भी सुरक्षा कड़ी: जींद और पंजाब के दातासिंह वाला बॉर्डर पर भी सुरक्षा कड़ी की गई है. दातासिंह वाला बॉर्डर फिलहाल सील है. किसानों के दिल्ली मार्च को देखते हुए फोर्स की तैनाती को बढ़ा दिया गया है. किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान के चलते उझाना तथा नरवाना सिरसा ब्रांच नहर पर नाके लगाए हैं.
आमरण अनशन पर हैं किसान नेता: किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल किसानों की मांगों को लेकर 26 नवंबर से आमरण अनशन कर रहे हैं. किसानों के मुताबिक उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही है. उनके अनशन को पूरे 19 दिन हो चुके हैं. फिलहाल भारतीय किसान यूनियन. डल्लेवाल के आमरण अनशन को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने भी उनके आंदोलन को समर्थन दिया है. नेता राकेश टिकैत आज खनौरी बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात करने वाले हैं.
#WATCH | Visuals from the Punjab-Haryana Shambhu border as farmers continue to protest over their various demands.
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Farmer leader Sarwan Singh Pandher says, " the protest has entered the 307th day and our third 'jatha' of 101 farmers will leave for delhi by noon..." pic.twitter.com/erD1vb4DwG
क्या हैं किसान संगठनों मांगे? किसानों की सबसे बड़ी मांग है कि सभी फसलों की MSP पर खरीद का गारंटी का कानून बने. डॉक्टर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के हिसाब से फसल की कीमत तय हो. डीएपी खाद की कमी को दूर किया जाए. किसान-खेत मजदूरों का कर्जा माफ हो, पेंशन दी जाए. भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 दोबारा लागू किया जाए. लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों को सजा दी जाए. मुक्त व्यापार समझौतों पर रोक लगाई जाए.
इसके अलावा किसान आंदोलन में मृत किसानों के परिवारों को मुआवजा, सरकारी नौकरी मिले. विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को रद्द किया जाए. मनरेगा में हर साल 200 दिन का काम, 700 रुपए दिहाड़ी दी जाए. नकली बीज, कीटनाशक दवाइयां और खाद वाली कंपनियों पर कड़ा कानून बनाया जाए. मिर्च, हल्दी एवं अन्य मसालों के लिए राष्ट्रीय आयोग का गठन किया जाए. संविधान की 5 सूची को लागू कर आदिवासियों की जमीन की लूट बंद की जाए.