तिरुवनंतपुरम: केरल के कोझिकोड स्थित कदलुंडी में एक अस्पताल से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक इलाके में मौजूद TMH अस्पताल में दिल के दौरे से पीड़ित एक मरीज को अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसका इलाज एक ऐसे डॉक्टर नहीं किया, जिसने एमबीबीएस की पढ़ाई ही नहीं की.
रिपोर्ट के मुताबिक मरीज विनोद कुमार का इलाज अस्पताल के RMO अबू अब्राहम ल्यूक ने किया था, लेकिन बाद में पता चला कि उन्होंने अपनी मेडिकल योग्यता में हेराफेरी की थी. बता दें कि विनोद कुमार को 23 सितंबर की सुबह सीने में दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई.
तीन दिन बाद खुली पोल
घटना के तीन दिन बाद विनोद के बेटे डॉ अश्विन अपने परिवार के किसी अन्य सदस्य के इलाज के लिए अस्पताल गए, जहां उन्हें पता चला कि अब्राहम ल्यूक ने एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी नहीं की थी. विनोद के मेडिकल रिकॉर्ड की समीक्षा करने के बाद अश्विन को चिकित्सा लापरवाही का यकीन हो गया.
MBBS के एग्जाम में फेल
विनोद के परिवार द्वारा की गई आगे की जांच से पता चला कि अब्राहम ल्यूक कोझिकोड में एक निजी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की दूसरी साल की परीक्षा में फेल हो गया था और प्रैक्टिस करने के लिए दूसरे डॉक्टर के रजिस्ट्रेशन नंबर का इस्तेमाल कर रहा था.
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया
परिवार की शिकायत के बाद फेरोके पुलिस ने अब्राहम ल्यूक को हिरासत में ले लिया, जिसमें पुष्टि की गई कि उसने एमबीबीएस नहीं किया है. विनोद का परिवार अयोग्य डॉक्टर और अस्पताल अधिकारियों दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहा है. इस बीच, अस्पताल ने कहा कि शिकायत दर्ज होने तक उन्हें डॉक्टर की अधूरी योग्यता के बारे में पता नहीं था.
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