ETV Bharat / bharat

मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस के बीच आखिर कैसे हुई टक्कर? जानें इसकी वजह - Kanchanjunga Express collision

Kanchanjunga Express collision- दार्जिलिंग जिले में कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी के बीच टक्कर में 15 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हुए है. इस दुर्घटना के लिए कवच सिस्टम को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. इस दुर्घटना के पीछे दो संभावित कारण हो सकते है. पढ़ें पूरी खबर...

Kanchanjunga Express collision
मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस के बीच हुई टक्कर (प्रतीकात्मक फोटो) (IANS Photo)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 17, 2024, 4:56 PM IST

नई दिल्ली: सोमवार की सुबह, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के सियालदह स्टेशन और सिलीगुड़ी के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के बीच एक दुखद ट्रेन टक्कर हुई, जो दक्षिण बंगाल को उत्तर बंगाल से जोड़ती है. दार्जिलिंग जिले में पर्यटकों के बीच लोकप्रिय सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस से एक मालगाड़ी टकरा गई. इसमें 15 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 60 से अधिक लोग घायल हो गए. कंचनजंगा एक्सप्रेस टक्कर के संभावित कारण मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस के बीच टक्कर की वजहों की पहचान की गई है.

इन वजहों से हुआ टक्कर
मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस के बीच हुई टक्कर के लिए दो कारणों की पहचान की गई है.

  1. कवच सिस्टम का अभाव- एक महत्वपूर्ण कारण कवच का अभाव था, जो भारत में निर्मित सिस्टम है जो दो ट्रेनों के एक ही लाइन पर चलने पर दुर्घटनाओं को रोकती है. रिपोर्टों के अनुसार, दार्जिलिंग में पटरियों पर कवच प्रणाली स्थापित नहीं थी, जहां टक्कर हुई थी. आज की दुर्घटना के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कवच सिस्टम के बारे में बताते हुए एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है. अधिकारियों ने कहा कि इस सिस्टम को अभी भारत के अधिकांश रेल नेटवर्क में स्थापित किया जाना है. रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा ने मीडिया को बताया कि रेलवे अगले साल तक 6,000 किलोमीटर से ज्यादा ट्रैक को कवर करने के लिए दिल्ली-गुवाहाटी रूट पर सुरक्षा सिस्टम लागू करने का इरादा रखता है. उन्होंने बताया कि बंगाल इस साल कवच सुरक्षा प्राप्त करने वाले 3,000 किलोमीटर ट्रैक में शामिल है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि इस सिस्टम को दिल्ली-हावड़ा रूट पर भी लागू किया जाएगा.
  2. मालगाड़ी सिग्नल पार कर गई- मालगाड़ी का सिग्नल पार कर जाना भी एक अन्य कारण था. अधिकारियों ने बताया कि मालगाड़ी ने सिग्नल पार कर लिया था, उसके बाद वह कोलकाता जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन से टकरा गई.

ये भी पढ़ें-

नई दिल्ली: सोमवार की सुबह, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के सियालदह स्टेशन और सिलीगुड़ी के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के बीच एक दुखद ट्रेन टक्कर हुई, जो दक्षिण बंगाल को उत्तर बंगाल से जोड़ती है. दार्जिलिंग जिले में पर्यटकों के बीच लोकप्रिय सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस से एक मालगाड़ी टकरा गई. इसमें 15 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 60 से अधिक लोग घायल हो गए. कंचनजंगा एक्सप्रेस टक्कर के संभावित कारण मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस के बीच टक्कर की वजहों की पहचान की गई है.

इन वजहों से हुआ टक्कर
मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस के बीच हुई टक्कर के लिए दो कारणों की पहचान की गई है.

  1. कवच सिस्टम का अभाव- एक महत्वपूर्ण कारण कवच का अभाव था, जो भारत में निर्मित सिस्टम है जो दो ट्रेनों के एक ही लाइन पर चलने पर दुर्घटनाओं को रोकती है. रिपोर्टों के अनुसार, दार्जिलिंग में पटरियों पर कवच प्रणाली स्थापित नहीं थी, जहां टक्कर हुई थी. आज की दुर्घटना के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कवच सिस्टम के बारे में बताते हुए एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है. अधिकारियों ने कहा कि इस सिस्टम को अभी भारत के अधिकांश रेल नेटवर्क में स्थापित किया जाना है. रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा ने मीडिया को बताया कि रेलवे अगले साल तक 6,000 किलोमीटर से ज्यादा ट्रैक को कवर करने के लिए दिल्ली-गुवाहाटी रूट पर सुरक्षा सिस्टम लागू करने का इरादा रखता है. उन्होंने बताया कि बंगाल इस साल कवच सुरक्षा प्राप्त करने वाले 3,000 किलोमीटर ट्रैक में शामिल है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि इस सिस्टम को दिल्ली-हावड़ा रूट पर भी लागू किया जाएगा.
  2. मालगाड़ी सिग्नल पार कर गई- मालगाड़ी का सिग्नल पार कर जाना भी एक अन्य कारण था. अधिकारियों ने बताया कि मालगाड़ी ने सिग्नल पार कर लिया था, उसके बाद वह कोलकाता जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन से टकरा गई.

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.