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भ्रष्टाचार मामले में संदीप घोष की मुश्किलें बढ़ीं, अदालत ने 23 सिंतबर तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा - Sandip Ghosh in Judicial Custody

Sandip Ghosh in Judicial Custody: सीबीआई ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और तीन अन्य को वर्चुअल तरीके से पेश करने के लिए कोलकाता की एक विशेष अदालत से अनुमति मांगी थी.

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भ्रष्टाचार मामले में संदीप घोष की मुश्किलें बढ़ीं (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 10, 2024, 6:47 PM IST

कोलकाता: कोलकाता की एक विशेष सीबीआई अदालत ने मंगलवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और तीन अन्य को 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. उन्हें मंगलवार दोपहर अलीपुर में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत में पेश किया गया.

खबर के मुताबिक, अदालत परिसर से बाहर निकलते समय संदीप घोष पर जूता फेंका गया. घोष के कोर्ट परिसर से बाहर निकलते वक्त महिला वकील उनके खिलाफ नारे लगा रही थीं. इससे पहले, अदालत ने भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार चारों लोगों को वर्चुअल मोड में पेश करने के सीबीआई के आवेदन को खारिज कर दिया था.

खास बात यह है कि, सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकील ने चारों में से किसी की हिरासत के लिए संपर्क नहीं किया और कहा कि जरूरत पड़ने पर वह ऐसा करेंगे. जिस पर, न्यायाधीश ने जवाब दिया कि क्या वे पहले से फैसला तय करने की कोशिश कर रहे थे. गौरतलब है कि, ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले में संदिग्ध संजय रॉय की पिछली सुनवाई के दौरान, जब सीबीआई के एक वकील ने अदालत को 40 मिनट तक इंतजार करवाया था, तो मजिस्ट्रेट ने पूछा था कि क्या उन्हें कथित अपराधी की जमानत याचिका स्वीकार करनी चाहिए.

चारों की आठ दिन की हिरासत आज समाप्त हो गई. सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सीबीआई उन्हें वर्चुअल मोड में पेश करना चाहती थी, लेकिन सीबीआई की विशेष अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी और उन्हें शारीरिक रूप से पेश होने को कहा.

गौरतलब है कि, अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं में घोष की गिरफ्तारी के एक दिन बाद, अदालत परिसर से बाहर निकलते समय उनके गाल पर थप्पड़ मारे गए थे. इसलिए सुरक्षा चिंताओं के कारण, आज घोष और तीन अन्य को वर्चुअल रूप से पेश करने के लिए एक आवेदन दायर किया गया था. सुनवाई के दौरान, न्यायाधीश ने चारों से पूछा कि क्या उन्हें अदालत में आने में कोई कठिनाई हुई. घोष और अन्य ने बताया कि उन्हें कोई समस्या नहीं हुई.

इस बीच, घोष की शारीरिक जांच करने के लिए आज सुबह निजाम पैलेस स्थित सीबीआई कार्यालय में डॉक्टरों की एक टीम बुलाई गई. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को घोष के घर की तलाशी के दौरान भ्रष्टाचार मामले के संबंध में कुछ नई जानकारी और दस्तावेज मिले हैं. ईडी की टीम ने घोष का लैपटॉप भी जब्त कर लिया है, जहां से टीम को और जानकारी मिलने की उम्मीद है.

सूत्रों के मुताबिक, ईडी घोष की हिरासत की मांग करते हुए अदालत में एक आवेदन दायर कर सकती है. गौरतलब है कि भ्रष्टाचार मामले में ईडी द्वारा जांच शुरू किए जाने के बाद घोष और सीबीआई की हिरासत में मौजूद तीन अन्य लोगों से अभी तक पूछताछ नहीं हुई है. इसलिए ईडी चारों को पूछताछ के लिए अपनी हिरासत में लेना चाहता है.

ये भी पढ़ें: 'कितने लोगों को देनी होगी जान?' TMC ने उठाया सवाल, डॉक्टरों से काम पर लौटने का किया आह्वान

कोलकाता: कोलकाता की एक विशेष सीबीआई अदालत ने मंगलवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और तीन अन्य को 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. उन्हें मंगलवार दोपहर अलीपुर में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत में पेश किया गया.

खबर के मुताबिक, अदालत परिसर से बाहर निकलते समय संदीप घोष पर जूता फेंका गया. घोष के कोर्ट परिसर से बाहर निकलते वक्त महिला वकील उनके खिलाफ नारे लगा रही थीं. इससे पहले, अदालत ने भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार चारों लोगों को वर्चुअल मोड में पेश करने के सीबीआई के आवेदन को खारिज कर दिया था.

खास बात यह है कि, सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकील ने चारों में से किसी की हिरासत के लिए संपर्क नहीं किया और कहा कि जरूरत पड़ने पर वह ऐसा करेंगे. जिस पर, न्यायाधीश ने जवाब दिया कि क्या वे पहले से फैसला तय करने की कोशिश कर रहे थे. गौरतलब है कि, ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले में संदिग्ध संजय रॉय की पिछली सुनवाई के दौरान, जब सीबीआई के एक वकील ने अदालत को 40 मिनट तक इंतजार करवाया था, तो मजिस्ट्रेट ने पूछा था कि क्या उन्हें कथित अपराधी की जमानत याचिका स्वीकार करनी चाहिए.

चारों की आठ दिन की हिरासत आज समाप्त हो गई. सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सीबीआई उन्हें वर्चुअल मोड में पेश करना चाहती थी, लेकिन सीबीआई की विशेष अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी और उन्हें शारीरिक रूप से पेश होने को कहा.

गौरतलब है कि, अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं में घोष की गिरफ्तारी के एक दिन बाद, अदालत परिसर से बाहर निकलते समय उनके गाल पर थप्पड़ मारे गए थे. इसलिए सुरक्षा चिंताओं के कारण, आज घोष और तीन अन्य को वर्चुअल रूप से पेश करने के लिए एक आवेदन दायर किया गया था. सुनवाई के दौरान, न्यायाधीश ने चारों से पूछा कि क्या उन्हें अदालत में आने में कोई कठिनाई हुई. घोष और अन्य ने बताया कि उन्हें कोई समस्या नहीं हुई.

इस बीच, घोष की शारीरिक जांच करने के लिए आज सुबह निजाम पैलेस स्थित सीबीआई कार्यालय में डॉक्टरों की एक टीम बुलाई गई. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को घोष के घर की तलाशी के दौरान भ्रष्टाचार मामले के संबंध में कुछ नई जानकारी और दस्तावेज मिले हैं. ईडी की टीम ने घोष का लैपटॉप भी जब्त कर लिया है, जहां से टीम को और जानकारी मिलने की उम्मीद है.

सूत्रों के मुताबिक, ईडी घोष की हिरासत की मांग करते हुए अदालत में एक आवेदन दायर कर सकती है. गौरतलब है कि भ्रष्टाचार मामले में ईडी द्वारा जांच शुरू किए जाने के बाद घोष और सीबीआई की हिरासत में मौजूद तीन अन्य लोगों से अभी तक पूछताछ नहीं हुई है. इसलिए ईडी चारों को पूछताछ के लिए अपनी हिरासत में लेना चाहता है.

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