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कतर से लौटे पूर्व नौसेना कर्मी बोले- पीएम मोदी ऐसा नहीं करते तो शायद वो यहां लौट नहीं पाते - कतर से लौटे पूर्व नौसेना कर्मियों

ex-navy officers praised PM Modi's efforts: कतर में जासूसी के मामले में फंसे 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों ने रिहाई के लिए पीएम मोदी की सरहना की. करीब 18 महीने जेल में रहने के बाद उनकी रिहाई संभव हुई है.

Former Navy personnel returned from Qatar praised PM Modi's efforts for their release
कतर से लौटे पूर्व नौसेना कर्मियों ने रिहाई के लिए पीएम मोदी के प्रयासों की सरहना की
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By ANI

Published : Feb 12, 2024, 8:29 AM IST

Updated : Feb 12, 2024, 9:06 AM IST

नई दिल्ली : कतर की जेल में महीनों से कैद 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों ने अपने देश में कदम रख कर राहत की सांस ली है. जासूसी के आरोप में उनके खिलाफ मौत की सजा सुनाई गई थी. इन पूर्व नौसेनिकों ने अपने वतन लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की सतत प्रयास के फलस्वरूप उनकी रिहाई संभव हुई है. उन्होंने कहा कि यदि पीएम मोदी ऐसा नहीं करते तो शायद वो आज यहां नहीं लौट पाते.

पूर्व भारतीय नौसैनिक
पूर्व भारतीय नौसैनिक

अंततः मुक्त होकर राहत महसूस कर रहे सात पूर्व नौसेना अधिकारियों ने सोमवार तड़के दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद 'भारत माता की जय' के नारे लगाए. न्यूज एजेंसी से बात करते हुए नौसेना के एक पूर्व अधिकारी ने पीएम मोदी की सराहना की. उन्होंने कहा,'प्रधानमंत्री की ओर से लगातार राजनयिक प्रयासों के बाद सजा में नरमी बरती गई है.

देश लौटे पूर्व भारतीय नौसैनिक
देश लौटे पूर्व भारतीय नौसैनिक

पीएम मोदी ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ देश के लोगों की भलाई के बारे में चर्चा की. मैं अंततः सुरक्षित और स्वस्थ होकर घर वापस आकर राहत और खुशी महसूस कर रहा हूं. मैं प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि यह संभव नहीं होता अगर हमारी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए उनका व्यक्तिगत हस्तक्षेप नहीं होता.

पूर्व नौसैनिकों की रिहाई
पूर्व नौसैनिकों की रिहाई

मैं कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के प्रति भी अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं. एक राहत भरी मुस्कान और शांत स्वभाव के साथ, एक अन्य रिहा हुए पूर्व नौसेना अधिकारी ने कहा, 'पीएम मोदी के हस्तक्षेप के बिना हम रिहा नहीं हो पाते. हमें रिहा कराने के लिए उच्चतम स्तर पर उनके अथक प्रयास और हस्तक्षेप नहीं होते तो हम आज आपके सामने खड़े नहीं होते.

वतन लौटे रिटायर्ड पूर्व नौसैनिक
वतन लौटे रिटायर्ड पूर्व नौसैनिक

एक अन्य मुक्त पूर्व नौसैनिक ने भी उनकी रिहाई सुनिश्चित करने में केंद्र के हस्तक्षेप की प्रशंसा करते हुए कहा, 'हम और घर पर हमारे चिंतित परिवार के सदस्य, लंबे समय से इस दिन का इंतजार कर रहे थे. यह सब पीएम मोदी और मामले में उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप के कारण सफल हुआ. उन्होंने कतर की सरकार के समक्ष टॉप लेवल पर हमारे मामले को उठाया और अंततः हमारी रिहाई सुनिश्चित हुई.

पूर्व नौसैनिकों के लिए खुशी का दिन
पूर्व नौसैनिकों के लिए खुशी का दिन

मेरे पास उनके और कतर के अमीर के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए पर्याप्त शब्द नहीं हैं. हम वापस आकर बहुत खुश हैं. यह संभव नहीं होता अगर प्रधानमंत्री ने मामले में व्यक्तिगत रुचि नहीं ली होती. एक अन्य पूर्व नौसेना अधिकारी ने एएनआई को बताया, 'मैं इस मामले में उनकी व्यक्तिगत भागीदारी के लिए कतर के अमीर को भी धन्यवाद देता हूं. हमने भारत में अपने प्रियजनों के पास घर वापस आने के लिए लगभग 18 महीने इंतजार किया. हमें वापस लाने के लिए हम पीएम मोदी के बेहद आभारी हैं.'

ये भी पढ़ें- कतर ने जासूसी के आरोप में जेल में बंद 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को रिहा किया

नई दिल्ली : कतर की जेल में महीनों से कैद 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों ने अपने देश में कदम रख कर राहत की सांस ली है. जासूसी के आरोप में उनके खिलाफ मौत की सजा सुनाई गई थी. इन पूर्व नौसेनिकों ने अपने वतन लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की सतत प्रयास के फलस्वरूप उनकी रिहाई संभव हुई है. उन्होंने कहा कि यदि पीएम मोदी ऐसा नहीं करते तो शायद वो आज यहां नहीं लौट पाते.

पूर्व भारतीय नौसैनिक
पूर्व भारतीय नौसैनिक

अंततः मुक्त होकर राहत महसूस कर रहे सात पूर्व नौसेना अधिकारियों ने सोमवार तड़के दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद 'भारत माता की जय' के नारे लगाए. न्यूज एजेंसी से बात करते हुए नौसेना के एक पूर्व अधिकारी ने पीएम मोदी की सराहना की. उन्होंने कहा,'प्रधानमंत्री की ओर से लगातार राजनयिक प्रयासों के बाद सजा में नरमी बरती गई है.

देश लौटे पूर्व भारतीय नौसैनिक
देश लौटे पूर्व भारतीय नौसैनिक

पीएम मोदी ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ देश के लोगों की भलाई के बारे में चर्चा की. मैं अंततः सुरक्षित और स्वस्थ होकर घर वापस आकर राहत और खुशी महसूस कर रहा हूं. मैं प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि यह संभव नहीं होता अगर हमारी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए उनका व्यक्तिगत हस्तक्षेप नहीं होता.

पूर्व नौसैनिकों की रिहाई
पूर्व नौसैनिकों की रिहाई

मैं कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के प्रति भी अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं. एक राहत भरी मुस्कान और शांत स्वभाव के साथ, एक अन्य रिहा हुए पूर्व नौसेना अधिकारी ने कहा, 'पीएम मोदी के हस्तक्षेप के बिना हम रिहा नहीं हो पाते. हमें रिहा कराने के लिए उच्चतम स्तर पर उनके अथक प्रयास और हस्तक्षेप नहीं होते तो हम आज आपके सामने खड़े नहीं होते.

वतन लौटे रिटायर्ड पूर्व नौसैनिक
वतन लौटे रिटायर्ड पूर्व नौसैनिक

एक अन्य मुक्त पूर्व नौसैनिक ने भी उनकी रिहाई सुनिश्चित करने में केंद्र के हस्तक्षेप की प्रशंसा करते हुए कहा, 'हम और घर पर हमारे चिंतित परिवार के सदस्य, लंबे समय से इस दिन का इंतजार कर रहे थे. यह सब पीएम मोदी और मामले में उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप के कारण सफल हुआ. उन्होंने कतर की सरकार के समक्ष टॉप लेवल पर हमारे मामले को उठाया और अंततः हमारी रिहाई सुनिश्चित हुई.

पूर्व नौसैनिकों के लिए खुशी का दिन
पूर्व नौसैनिकों के लिए खुशी का दिन

मेरे पास उनके और कतर के अमीर के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए पर्याप्त शब्द नहीं हैं. हम वापस आकर बहुत खुश हैं. यह संभव नहीं होता अगर प्रधानमंत्री ने मामले में व्यक्तिगत रुचि नहीं ली होती. एक अन्य पूर्व नौसेना अधिकारी ने एएनआई को बताया, 'मैं इस मामले में उनकी व्यक्तिगत भागीदारी के लिए कतर के अमीर को भी धन्यवाद देता हूं. हमने भारत में अपने प्रियजनों के पास घर वापस आने के लिए लगभग 18 महीने इंतजार किया. हमें वापस लाने के लिए हम पीएम मोदी के बेहद आभारी हैं.'

ये भी पढ़ें- कतर ने जासूसी के आरोप में जेल में बंद 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को रिहा किया

Last Updated : Feb 12, 2024, 9:06 AM IST
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