देहरादून: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आने वाली 29 फरवरी को तलब किया है. बीते दिनों उनके यहां हुई छापेमारी के बाद जो कागजात बरामद हुए हैं उसको लेकर उनके साथ-साथ उनके करीबियों और परिवार के लोगों से भी पूछताछ की जाएगी. रावत के अलावा आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
बीते दिनों 7 फरवरी को कॉर्बेट के पाखरो टाइगर सफारी में अवैध पेड़ कटान मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने हरक सिंह रावत के देहरादून सहित अन्य स्थानों पर छापेमारी की थी. इसके साथ ही आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक को भी प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी रडार पर लिया था. पूर्व डीएफओ किशन चंद और पूर्व वन रेंज अधिकारी बृज बिहारी शर्मा के ठिकानों पर भी ईडी रेड हुई थी.
बताया जा रहा है कि बीते दिनों हुई छापेमारी के दौरान ₹1.10 करोड़ नकद और ₹80 लाख से अधिक के गहने बरामद हुए थे. इसके साथ ही छापेमारी के दौरान कई संपत्तियों के कागज भी मिले थे. अब इन्हीं सभी संपत्तियों और पाखरो टाइगर सफारी से जुड़े पहलुओं को लेकर ईडी पूछताछ करेगी.
हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय ने सभी को अलग-अलग तारीखों में बुलाया है. हरक सिंह रावत की करीबी लक्ष्मी राणा को जहां 27 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. तो वहीं सुशांत पटनायक को 28 फरवरी को सवालों के जवाब देने होंगे. 29 फरवरी को हरक सिंह रावत और परिवार के कुछ सदस्यों को दफ्तर में बुलाया गया है.
हालांकि, छापेमारी के बाद रावत यही कहते नजर आए थे कि वो हर जांच और पूछताछ के लिए तैयार हैं, क्योंकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. वहीं कांग्रेस इस पूरी कार्रवाई को बदले की भावना के तहत होने वाली कार्रवाई बता रही है.
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