देहरादून: एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर के खिलाफ कार्यवाही तेज कर दी है. इस कड़ी में ED ने नरूला बंधुओं की कुल 9.67 करोड़ की संपत्ति मनी लांड्रिंग एक्ट 2002 के तहत अटैच की है. बनमीत नरूला और परविंदर नरूला पर अवैध ड्रग्स की बिक्री के माध्यम से संपत्ति जुटाने का आरोप लगा है. अवैध रूप से वित्तीय लेनदेन के मामले में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने अपनी जांच शुरू की थी. इसके बाद पहले परमिंदर नरूला की गिरफ्तारी की गई. उनके बाद बनमीत नरूला को भी ED ने गिरफ्तार किया. नरूला बंधुओं की 9 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को अटैच किये जाने की पुष्टि ED के अधिकारियों ने की है.
बनमीत नरूला प्रवर्तन निदेशालय की जांच के घेरे में फंस चुका है. इसके अलावा उसके भाई परमिंदर से भी प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी पूछताछ कर चुके हैं. इस दौरान अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने की भी बात सामने आ रही है. अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर बनमीत नरूला को ईडी ने तब गिरफ्तार किया जब वह अमेरिका से जमानत पर छूट कर भारत आया था. उत्तराखंड में ही रह रहे उसके भाई परमिंदर को पहले ही ईडी गिरफ्तार कर चुकी थी.
ED, Dehradun has provisionally attached assets totaling to Rs.9.67 Crore (approx.) on 18/07/2024 in the form of movable and immovable assets in the case of sale of illegal drugs by Banmeet Singh, Parvinder Singh and others under the provisions of PMLA, 2002.
— ED (@dir_ed) July 19, 2024
बनमीत नरूला पिछले करीब 15 सालों से अमेरिका में अवैध नशे के कारोबार को आगे बढ़ा रहा था. इससे पहले की अमेरिकी सरकार उसे पकड़ पाती वह अमेरिका से निकलकर ब्रिटेन में रहने लगा. इसके बाद लंदन में ही उसे गिरफ्तार किया गया. इसके बाद उसे उसे अमेरिका को प्रत्यर्पित कर दिया गया. अमेरिका की कोर्ट ने बनमीत को 7 साल की सजा सुनाई. इसके बाद बनमीत को अमेरिकी कोर्ट ने जमानत दी. उसके बाद उसे भारत डिपोर्ट कर दिया. भारत आने की खबर के बाद से ही एजेंसियां सक्रिय हो गई. बनमीत भारतीय एजेंसियों के सक्रिय होने से पहले ही अंडरग्राउंड हो गया. बाद में बनमीत को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद से ही एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने इस मामले में कार्रवाई शुरू की.