नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गुरुवार को चुनाव आयोग से बीजू जनता दल (BJD) नेता वीके पांडियन की पत्नी सुजाता आर कार्तिकेयन की शिकायत की थी. बीजेपी ओडिशा की सीनियर ब्यूरोक्रेट पर अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था. मामले पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए सुजाता का ट्रांसफर करने का आदेश दिया है.
पांडियन ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी हैं और कार्तिकेयन ओडिशा के मिशन शक्ति विभाग में आयुक्त-सह सचिव के पद पर कार्यरत हैं. सूत्रों ने कहा कि उन्हें सार्वजनिक पद के कथित दुरुपयोग की शिकायतों के बाद तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है.
बीजेपी ने कार्तिकेयन को उनके पद से हटाने के लिए चुनाव आयोग में याचिका दायर की थी और तर्क दिया था कि वह राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी बीजेडी के एजेंट के रूप में सक्रिय रूप से काम कर रही थीं.
बीजेपी ने लगाया बीजेडी के लिए काम करने का आरोप
बीजेपी ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक सेवारत आईएएस अधिकारी ने प्रोफेशनलिज्म को त्याग दिया और अपने पति के प्रभाव के कारण बीजेडी के एजेंट के रूप में सक्रिय रूप से काम किया. वह जिस तरह से सक्रिय होकर बीजेडी के लिए चुनाव में काम कर रही, इस तरीके से पहले ऐसा कभी नहीं देखा गया.'
बीजेपी ने पद से मुक्त करने की मांग
बीजेपी ने मांग की कि चुनाव आयोग की निष्पक्ष और बेदाग प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए आईएएस अधिकारी सुजाता कार्तिकेयन को ओडिशा सरकार के मिशन शक्ति विभाग के आयुक्त-सह सचिव के पद से मुक्त कर देना चाहिए. इतना ही नहीं उन्हें ओडिशा में आसन्न संसदीय और विधानसभा चुनावों के समापन तक कोई भी ड्यूटी नहीं सौंपी जानी चाहिए.