नई दिल्ली: दिल्ली सातों लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार आज शाम गुरुवार को पूरी तरह से थम गया. 2019 के मुकाबले 2024 का चुनाव इस बार बिल्कुल अलग नजर आया. इसकी बड़ी वजह यह है कि 2014, 2019 का चुनाव अकेले लड़ने वाली कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इस बार चुनावी दंगल में मिलकर उतरी हैं. चुनाव प्रचार भले ही खत्म हो गया है लेकिन राहुल गांधी ने आम आदमी पार्टी के किसी भी कैंडिडेट के लिए सीधे तौर पर जाकर प्रचार नहीं किया है.
वहीं, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के तीनों प्रत्याशियों के लिए रोड शो निकालकर चुनाव प्रचार किया है. सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे दिल्ली के प्रचार से पूरी तरह से दूर ही नजर आए. इसके सबके बाद अब सभी सातों सीटों पर क्या स्थिति नजर आ रही है, इसकी सिलसिलेवार तरीके से बात करते हैं:-
नॉर्थ ईस्ट के हॉट सीट बनने से सभी निगाहें टिकी, भोजपुरी कलाकारों ने भी क्षेत्र में किया चुनाव प्रचार
दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से सबसे हॉट सीट नॉर्थ ईस्ट सीट बनी है. इस सीट पर बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के दिग्गजों ने भी पूरी ताकत लगा दी है. बीजेपी कैंडिडेट मनोज तिवारी के संसदीय क्षेत्र चौथा पुश्ता, उस्मानपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रैली कर चुके हैं. पीएम इस रैली के जरिए ईस्ट दिल्ली और चांदनी चौक लोकसभा सीट के लिए भी बीजेपी के पक्ष में वोट करने की अपील जनता से कर चुके हैं. कई केंद्रीय मंत्रियों, राज्यों के मुख्यमंत्रियों और डिप्टी सीएम की ओर से भी प्रचार किया जा चुका है. पूर्वांचली वोटों को साधने के लिए दोनों दलों की ओर से कई कलाकारों को भी प्रचार में उतारकर वोटरों को रिझाने की हरसंभव कोशिश की गई है. चुनाव प्रचार के आखिरी वक्त में बीजेपी ने भोजपुरी फिल्मों की सुपर स्टार अक्षरा सिंह और कांग्रेस ने लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के जरिए वोटरों को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया. कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इस सीट पर चुनाव प्रचार कर चुके हैं. इंडिया गठबंधन की तरफ से कांग्रेस के कन्हैया कुमार मैदान में हैं. कन्हैया कुमार के समर्थन में राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के अंतिम दिन रैली कर वोटरों को लुभावने की कोशिश की. बीएसपी इस बार पूरे चुनाव प्रचार के दौरान साइलेंट मोड में नजर आई. चुनावी मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही रहेगा.
ईस्ट दिल्ली सीट पर सीएम केजरीवाल ने झोंकी पूरी ताकत
ईस्ट दिल्ली सीट की बात करें तो यहां पर मुकाबला बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच है. यह सीट इंडिया गठबंधन के आम आदम पार्टी के पास है. यहां से आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार चुनावी दंगल में हैं वहीं बीजेपी ने गौतम गंभीर की जगह यहां से हर्ष दीप मल्होत्रा को उतारा है. बीजेपी ने इस सीट पर धुआंधार चुनाव प्रचार किया है. इस सीट पर बीजेपी के कई बड़े दिग्गज नेताओं ने लोगों से पार्टी को वोट करने की अपील की है. बात अगर पूरे चुनाव प्रचार की करें तो सबसे जबर्दस्त रैली यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की रही. कई केंद्रीय मंत्रियों, राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम यहां प्रचार कर चुके हैं. वहीं, इस सीट पर आम आदमी पार्टी भी मजबूत स्थिति में मानी जा रही है. इस सीट पर अलग-अलग विधानसभाओं में सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल रोड शो कर चुके हैं. हालांकि राहुल गांधी या कांग्रेस के बड़े नेताओं ने प्रचार में कोई ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई.
चांदनी चौक में कांग्रेस कैंडिटेट के काम आ रहा पुराना पारिवारिक रिश्ता
चांदनी चौक लोकसभा ऐसी सीट है जहां से कांग्रेस ने बुजुर्ग नेता जेपी अग्रवाल को चुनावी दंगल में उतारा है. जेपी अग्रवाल इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी हैं. इस सीट पर बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस ने भी पूरी ताकत झोंकी हुई है. बुजुर्ग और पुराने कांग्रेसी होने के नाते जेपी अग्रवाल की इस सीट पर अच्छी पकड़ बनी हुई है. वह इस सीट से पहले भी सांसद रह चुके हैं. इसके चलते पूरे चुनाव प्रचार में उनको यहां पर पुराने संबंधों का बड़ा फायदा मिला है. आजादी से पहले के समय से उनके परिवार का पुरानी दिल्ली से नाता रहा है. जेपी अग्रवाल के पिता लाला रामचरण अग्रवाल खुद दिल्ली के डिप्टी मेयर रह चुके हैं. इस सीट पर राहुल गांधी भी उनके समर्थन में रैली कर चुके हैं. साथ ही सीएम अरविंद केजरीवाल भी उनके समर्थन में रोड शो कर लोगों से वोट करने की अपील कर चुके हैं. वहीं, बीजेपी ने यहां से व्यापारी नेता प्रवीण खंडेलवाल पर दांव खेला है. पार्टी के दिग्गज नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों ने चुनाव प्रचार के आखिरी वक्त में उनके समर्थन में पूरी ताकत झोंकी. इस सीट पर कांग्रेस के जेपी अग्रवाल बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं.
चुनाव प्रचार में पहलवान पर भारी दिखे बिधूड़ी, गुर्जर समुदाय की भूमिका अहम
दक्षिणी दिल्ली सीट पर देखें तो अब तक पूरे चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के रामवीर सिंह बिधूड़ी और आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट सहीराम पहलवान के बीच कड़ा मुकाबला है. बीजेपी कैंडिडेट के प्रचार में गृह मंत्री अमित शाह से लेकर राजनाथ सिंह और दूसरे दिग्गज नेता, कंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी लोगों से समर्थन देने की अपील कर चुके हैं. इन नेताओं की कई बड़ी जनसभाएं हो चुकी हैं. वहीं, इंडिया गठबंधन के AAP प्रत्याशी सहीराम के समर्थन में सीएम अरविंद केजरीवाल भी रोड शो कर चुके हैं. रामवीर सिंह बिधूड़ी की गुर्जर समुदाय में अच्छी पकड़ का फायदा इस सीट पर मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं, कांग्रेस के सचिन पायलट ने भी यहां इस समुदाय के वोट बैंक में सेंध लगाने की हरसंभव कोशिश की. दिलचस्प बात यह भी है कि लोकसभा चुनाव लड़ रहे दोनों कैंडिडेट मौजूदा विधायक हैं.
पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से पीएम मोदी ने साधी बाकी सीटें
वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट जाट बहुल मानी जाती है. पिछले 10 सालों में बीजेपी यहां जीत का परचम लहराती आ रही है. लेकिन इस बार यहां पर चुनाव कुछ अलग ही नजर आ रहा है. बीजेपी ने यहां से पहली बार महिला कैंडिडेट कमलजीत सहरावत को चुनावी मैदान में उतारा है, जिनका सीधा मुकाबला आम आदमी पार्टी के महाबल मिश्रा से है. हालांकि इससे पहले के सभी चुनाव महाबल मिश्रा कांग्रेस टिकट पर लड़ते आए हैं. इस बार भी वह चुनावी मैदान में हैं लेकिन इंडिया गठबंधन के घटक आम आदमी पार्टी के सिंबल पर लड़ रहे हैं. इस सीट पर पीएम मोदी 22 मई को द्वारका में विशाल जनसभा कर चुके हैं. इस सीट से वह बाकी तीन सीटों के प्रत्याशियों के लिए भी वोट की अपील कर चुके हैं. आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल भी इस सीट पर रोड शो निकालकर दमखम दिखा चुके हैं. अब तक के चुनाव प्रचार में यहां से दोनों के बीच कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है. लेकिन कांग्रेस के राहुल गांधी या दूसरे बड़े नेताओं ने खास दिलचस्पी नहीं दिखाई है.
नॉर्थ वेस्ट में बीजेपी या कांग्रेस, प्रचार में किसने दिखाया दमखम
नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन प्रत्याशी के रूप में कांग्रेस ने डॉ. उदित राज को उतारा जा रहा है. उदित राज 2014 में इस सीट से एक बार बीजेपी की टिकट पर सांसद चुने जा चुके हैं. इस बार वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जिनके सामने बीजेपी ने योगेंद्र चांदोलिया को मैदान में उतारा है. इस सीट पर कांग्रेस में बड़ी बगावत को बीजेपी फायदे रूप में देख रही है. इस सीट पर बीजेपी कैंडिडेट के लिए कई केंद्रीय मंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्री भी चुनाव प्रचार कर चुके हैं. उदित राज के नाम को लेकर कांग्रेस में उपजे बगावत का बड़ा खामियाजा पार्टी को अंदरुनी तौर पर उठाना पड़ रहा है. बावजूद इसके राहुल गांधी अपने कैंडिडेट के साथ अंतिम समय तक चुनाव प्रचार में जुटे रहे. राहुल गांधी ने महिला वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए प्रचार के आखिरी दिन महिलाओं के साथ विमर्श का कार्यक्रम किया. सीएम अरविंद केजरीवाल भी रोड शो के जरिए कांग्रेस कैंडिडेट के लिए प्रचार कर चुके हैं. इसके बावजूद पूरे चुनाव प्रचार के दौरान यहां बीजेपी की स्थिति थोड़ी मजबूत मानी जा रही है.
नई दिल्ली सीट पर कैसा रहा चुनाव प्रचार
नई दिल्ली सीट पर बीजेपी ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को टिकट देकर बड़ा दांव खेला है. वहीं पार्टी ने इस सीट पर जीत के लिए चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी दी है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर केंद्रीय मंत्रियों और दूसरे बड़े नेता यहां चुनाव प्रचार में उतरे. आम आदमी पार्टी ने इस सीट पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर सोमनाथ भारती को उतारा है जो AAP के मौजूदा विधायक भी हैं. अरविंद केजरीवाल की विधानसभा नई दिल्ली भी इस संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती है. सीएम केजरीवाल ने भी रोड शो के जरिए आम आदमी पार्टी कैंडिडेट को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. सीएम केजरीवाल के जेल से बाहर आने से पहले सुनीता केजरीवाल भी इस सीट पर रोड शो कर चुकी हैं. इस सीट पर दोनों दलों के प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला है लेकिन पूरे चुनाव प्रचार में AAP के समर्थन में यहां पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या फिर सोनिया गांधी ने किसी तरह का कोई प्रचार नहीं किया. नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी से बागवत कर बसपा से चुनाव लड़ने वाले पूर्व मंत्री राजकुमार आनंद भी मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं, जिसका फायदा बीजेपी को मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. अहम बात यह है कि कांग्रेस कैंडिडेट वाली सभी तीनों सीटों पर अरविंद केजरीवाल ने उनके समर्थन में रोड शो निकाले हैं लेकिन राहुल गांधी और गांधी परिवार के अन्य सदस्यों या फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने AAP प्रत्याशियों के समर्थन में कोई चुनाव प्रचार नहीं किया है. इन सभी सीटों पर चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद अब 25 मई को वोट डाले जाएंगे. चुनाव परिणाम 4 जून को घोषित किए जाएंगे.
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