मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि वह 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे और उनकी योजना बाद में मंत्रिमंडल के अपने सहयोगियों के साथ-साथ विधायकों और लोकसभा सदस्यों को लेकर अयोध्या में रामलला के दर्शन करने की है.
मुंबई में रविवार सुबह आयोजित टाटा मैराथन से इतर संवाददाताओं से बातचीत में सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि 'अयोध्या में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कुछ लोगों के साथ जाने के बजाय मैं राज्य मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों के साथ-साथ विधायकों और सांसदों को लेकर बाद में जाऊंगा.'
उन्होंने कहा कि 'मंदिर हमारी आस्था और गौरव से जुड़ा है. मैं अधिकारियों और श्रद्धालुओं को राम मंदिर ले जाना चाहूंगा.' शिंदे ने कहा कि सोमवार के समारोह से पहले अधिकारियों को मंदिरों में सफाई अभियान चलाने और उन्हें रोशनी से सजाने के निर्देश दिए गए हैं.
इससे पहले दिन में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी नागपुर में संवाददाताओं से कहा था कि वह फरवरी में राम सेवा के लिए अयोध्या जाएंगे. आपको बता दें कि महाराष्ट्र में आगामी 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश का ऐलान किया गया है.
लेकिन राज्य सरकार के इस फैसले के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया. कोर्ट ने एक विशेष सुनवाई करते हुए इस याचिका को खारिज किया और कहा कि याचिका राजनीति से प्रेरित, महत्वहीन और झुंझलाहट पैदा करने वाली है.