श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बुधवार को ईद-उल-फितर की नमाज अदा की जाएगी. राज्य के ग्रैंड मुफ्ती नासिर-उल-इस्लाम ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में शव्वाल महीने का चांद नजर आने की पुष्टि की, यानी बुधवार को ईद मनाई जाएगी. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों से चांद देखे जाने की पुष्टि हुई है. वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लद्दाख और केरल में भी ईद का चांद देखा गया है. हालांकि, देश के अन्य हिस्सों में ईद का चांद नजर आने की पुष्टि नहीं हुई है.
सलाहकार समिति की अध्यक्षता करते हुए ग्रैंड मुफ्ती ने मीरवाइज उमर फारूक, मौलाना रहमतुल्लाह कासिमी, मौलाना अब्दुल लतीफ, गुलाम रसूल और जम्मू और चिनाब घाटी के उलेमाओं सहित अन्य सदस्यों के साथ चर्चा के बाद घोषणा की कि बुधवार को ईद-उल-फितर की नमाज अदा की जाएगी. लोगों को ईद की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि यह अवसर सभी के लिए खुशी, शांति और समृद्धि लाएगा.
अन्य हिस्सों में नहीं दिखा ईद का चांद
वहीं, भारत के अन्य हिस्सों में गुरुवार यानी 11 अप्रैल को ईद मनाई जाएगी, क्योंकि शव्वाल का चांद नजर नहीं आया है. दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने एलान किया कि भारता के तमाम राज्यों में लोगों से बात करके जानकारी इकट्ठा की गई है कि कहीं भी चांद नहीं दिखा है. इनमें उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, हैदराबाद, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, बिहार और महाराष्ट्र शामिल हैं. लिहाजा ईद-उल-फितर 11 अप्रैल को मनाई जाएगी.
बता दें, ईद-उल-फितर इस्लाम का बड़ा त्योहार है. ईद-उल-फितर को रमजान के पवित्र महीने के अंत का प्रतीक माना जाता है. रमजान में मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखते हैं और पवित्र कुरान पढ़ते हैं. ईद के मद्देनजर देशभर के बाज़ारों में खरीदारी करने वाों की भीड़ बढ़ गई है.
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