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शुरू हुआ 51वां नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2024, धर्मेंद्र प्रधान ने किया शुभारंभ

New Delhi World Book Fair 2024: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली विश्व पुस्तक मेले का उद्घाटन किया. मेले में सम्मानित अतिथि देश सऊदी अरब है. लगभग 400 वर्ग मीटर के पवेलियन में सऊदी अरब के प्रकाशकों की पुस्तकें हैं. यह मेला 18 फरवरी तक चलेगा. दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रवेश निशुल्क है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 10, 2024, 2:27 PM IST

धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2024 का शुभारंभ किया

नई दिल्ली: पढ़ने से बड़ा कोई आनंद नहीं और ज्ञान से बड़ी कोई ताकत नहीं. इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाला नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2024 का आज दिल्ली में शुभारंभ हो गया. दिल्ली प्रगति मैदान में यह पुस्तक मेला 18 फरवरी तक चलेगा. शनिवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसका उद्घाटन किया. विश्व पुस्तक मेला वर्ष 1972 में शुरू हुआ था. इस बार सबसे बड़े स्तर पर आयोजन हो रहा है.

केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि,'मुझे बहुत खुशी हो रही है कि विश्व पुस्तक मेले में इतना भव्य आयोजन हो रहा है. भारत की यही खासियत है कि यहां पर 22 भाषाओं में साहित्य है. पढ़ने वालों की संख्या असंख्य हैं." उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति का ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से मातृभाषा को बढ़ावा मिल रहा है इसे नया आयाम स्थापित होगा. शिक्षा मंत्री ने अपने भाषण में नालंदा, तक्षशिला जैसे प्राचीन विश्वविद्यालय का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस सदी में तकनीक की मदद से हम नए आयाम को छू सकते हैं. राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय के शुरू होने पर उन्हें सबको बधाई देते हुए कहा कि अब इससे हम अपने ज्ञान के खजाने को बढ़ा सकते हैं.

दुनिया के 40 देशों के प्रकाशक ले रहे हिस्सा
दुनिया के 40 देशों के प्रकाशक ले रहे हिस्सा

नेशनल बुक ट्रस्ट के चेयरमैन मिलिंद मराठे ने कहा कि इस वर्ष "बहुभाषी भारत, एक जीवंत परंपरा" थीम पर आधरित विश्व पुस्तक प्रगति मैदान के हाल संख्या 1 से 5 में शुरू हुआ है. विश्व पुस्तक मेले में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत मातृभाषा में शिक्षा ग्रहण के अभियान को आगे ले जाते हुए पाठकों के लिए यहां क्षेत्रीय भाषाओं की पुस्तक भी उपलब्ध होगी. नेशनल बुक ट्रस्ट के डायरेक्टर युवराज मलिक ने बताया कि इस बार विश्व पुस्तक मेले में विशेष आकर्षण का केंद्र जम्मू कश्मीर एवं लेह लद्दाख है. उन्होंने बताया है कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख की कला, संस्कृति, साहित्य को इस विश्व पुस्तक में मेले में करीब से जानने का अवसर मिलेगा.

दुनिया के 40 देशों के प्रकाशक ले रहे हिस्सा: विश्व पुस्तक मेले में सम्मानित अतिथि देश सऊदी अरब है. लगभग 400 वर्ग मीटर के पवेलियन में सऊदी अरब के प्रकाशकों की पुस्तकें हैं. अंतरराष्ट्रीय मंच पर यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, स्पेन, तुर्की, इटली, रूस, ताइवान, ईरान, यूनाइटेड अरब एमिरेट्स, ऑस्ट्रिया, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल सहित 40 देश के प्रतिनिधि, प्रकाशक इस बार पुस्तक मेले में शामिल हुए हैं.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने किया विश्व पुस्तक मेले का उदघाटन
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने किया विश्व पुस्तक मेले का उदघाटन

बच्चों के लिए प्रगति मैदान के हॉल 3 में विशेष मेला: पुस्तक मेले में बच्चों के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. इस बार हॉल नंबर 3 में सिर्फ बच्चों से संबंधित किताबें और प्रकाशक हैं. इस हॉल में बच्चों के लिए विशेष कार्यशालाएं आयोजित होंगी. जिनमें कैलीग्राफी, समाचार लेखन, एनीमेशन, स्टोरी डेवलपमेंट, कहानी लेखन, कला एवं शिल्प, खेल-खेल में गणित आदि से बच्चों को रोचक ढंग से सीखने का अनुभव मिलेगा.

पुस्तक मेले का समय और टिकट: विश्व पुस्तक मेला सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक आयोजित होगा और इसमें एंट्री के लिए बच्चों के लिए टिकट दरें 10 रुपये और वयस्कों के लिए 20 रुपये निर्धारित की गई हैं. स्कूल यूनिफॉर्म में और स्कूल की तरफ से अगर बच्चे आते हैं तो उन्हें प्रवेश निशुल्क मिलेगा. इसके अलावा दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी प्रवेश निशुल्क है. पुस्तक प्रेमियों के लिए जो मेले में आना चाहते हैं उनके लिए दिल्ली मेट्रो के प्रमुख स्टेशनों पर टिकट बिक्री काउंटर बनाए जाएंगे. जहां से सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक टिकट खरीदा जा सकता है. इसके अलावा प्रगति मैदान के प्रवेश द्वार 4, 6 और 10 का उपयोग कर मेले में पहुंचा जा सकता है. वहां पर स्कैनर होगा जहां टिकट शुल्क का भुगतान कर एंट्री ले सकेंगे.

धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2024 का शुभारंभ किया

नई दिल्ली: पढ़ने से बड़ा कोई आनंद नहीं और ज्ञान से बड़ी कोई ताकत नहीं. इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाला नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2024 का आज दिल्ली में शुभारंभ हो गया. दिल्ली प्रगति मैदान में यह पुस्तक मेला 18 फरवरी तक चलेगा. शनिवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसका उद्घाटन किया. विश्व पुस्तक मेला वर्ष 1972 में शुरू हुआ था. इस बार सबसे बड़े स्तर पर आयोजन हो रहा है.

केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि,'मुझे बहुत खुशी हो रही है कि विश्व पुस्तक मेले में इतना भव्य आयोजन हो रहा है. भारत की यही खासियत है कि यहां पर 22 भाषाओं में साहित्य है. पढ़ने वालों की संख्या असंख्य हैं." उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति का ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से मातृभाषा को बढ़ावा मिल रहा है इसे नया आयाम स्थापित होगा. शिक्षा मंत्री ने अपने भाषण में नालंदा, तक्षशिला जैसे प्राचीन विश्वविद्यालय का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस सदी में तकनीक की मदद से हम नए आयाम को छू सकते हैं. राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय के शुरू होने पर उन्हें सबको बधाई देते हुए कहा कि अब इससे हम अपने ज्ञान के खजाने को बढ़ा सकते हैं.

दुनिया के 40 देशों के प्रकाशक ले रहे हिस्सा
दुनिया के 40 देशों के प्रकाशक ले रहे हिस्सा

नेशनल बुक ट्रस्ट के चेयरमैन मिलिंद मराठे ने कहा कि इस वर्ष "बहुभाषी भारत, एक जीवंत परंपरा" थीम पर आधरित विश्व पुस्तक प्रगति मैदान के हाल संख्या 1 से 5 में शुरू हुआ है. विश्व पुस्तक मेले में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत मातृभाषा में शिक्षा ग्रहण के अभियान को आगे ले जाते हुए पाठकों के लिए यहां क्षेत्रीय भाषाओं की पुस्तक भी उपलब्ध होगी. नेशनल बुक ट्रस्ट के डायरेक्टर युवराज मलिक ने बताया कि इस बार विश्व पुस्तक मेले में विशेष आकर्षण का केंद्र जम्मू कश्मीर एवं लेह लद्दाख है. उन्होंने बताया है कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख की कला, संस्कृति, साहित्य को इस विश्व पुस्तक में मेले में करीब से जानने का अवसर मिलेगा.

दुनिया के 40 देशों के प्रकाशक ले रहे हिस्सा: विश्व पुस्तक मेले में सम्मानित अतिथि देश सऊदी अरब है. लगभग 400 वर्ग मीटर के पवेलियन में सऊदी अरब के प्रकाशकों की पुस्तकें हैं. अंतरराष्ट्रीय मंच पर यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, स्पेन, तुर्की, इटली, रूस, ताइवान, ईरान, यूनाइटेड अरब एमिरेट्स, ऑस्ट्रिया, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल सहित 40 देश के प्रतिनिधि, प्रकाशक इस बार पुस्तक मेले में शामिल हुए हैं.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने किया विश्व पुस्तक मेले का उदघाटन
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने किया विश्व पुस्तक मेले का उदघाटन

बच्चों के लिए प्रगति मैदान के हॉल 3 में विशेष मेला: पुस्तक मेले में बच्चों के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. इस बार हॉल नंबर 3 में सिर्फ बच्चों से संबंधित किताबें और प्रकाशक हैं. इस हॉल में बच्चों के लिए विशेष कार्यशालाएं आयोजित होंगी. जिनमें कैलीग्राफी, समाचार लेखन, एनीमेशन, स्टोरी डेवलपमेंट, कहानी लेखन, कला एवं शिल्प, खेल-खेल में गणित आदि से बच्चों को रोचक ढंग से सीखने का अनुभव मिलेगा.

पुस्तक मेले का समय और टिकट: विश्व पुस्तक मेला सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक आयोजित होगा और इसमें एंट्री के लिए बच्चों के लिए टिकट दरें 10 रुपये और वयस्कों के लिए 20 रुपये निर्धारित की गई हैं. स्कूल यूनिफॉर्म में और स्कूल की तरफ से अगर बच्चे आते हैं तो उन्हें प्रवेश निशुल्क मिलेगा. इसके अलावा दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी प्रवेश निशुल्क है. पुस्तक प्रेमियों के लिए जो मेले में आना चाहते हैं उनके लिए दिल्ली मेट्रो के प्रमुख स्टेशनों पर टिकट बिक्री काउंटर बनाए जाएंगे. जहां से सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक टिकट खरीदा जा सकता है. इसके अलावा प्रगति मैदान के प्रवेश द्वार 4, 6 और 10 का उपयोग कर मेले में पहुंचा जा सकता है. वहां पर स्कैनर होगा जहां टिकट शुल्क का भुगतान कर एंट्री ले सकेंगे.

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