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पांच हजार से ज्यादा आबादी वाली बहुमंजिला इमारत के 350 लोग बीमार, ई. कोलाई संक्रमण के बारे में जानिए - E Coli Outbreak - E COLI OUTBREAK

E Coli Outbreak: केरल की एक बहुमंजिला इमारत के करीब साढ़े तीन सौ लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. इस इमारत के 25 बच्चों समेत 350 लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत है. स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता इसलिए है,क्योंकि इमारत में 5000 से ज्यादा लोग रहते हैं.

E Coli Outbreak
प्रतीकात्मक फोटो (ETV Bharat File photo)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 18, 2024, 3:47 PM IST

Updated : Jun 18, 2024, 4:28 PM IST

एर्नाकुलम/हैदराबाद: केरल के कोच्चि के कक्कनाड में एक आवासीय परिसर के पांच साल से कम उम्र के 25 बच्चों सहित लगभग 350 लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच शुरू करते हुए ई-कोलाई संक्रमण की पुष्टि की है. खतरा का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि हाल के हफ्तों में ब्रिटेन में 200 से अधिक लोग ई. कोलाई से प्रभावित हुए हैं.

नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने डीएलएफ कॉम्प्लेक्स में सप्लाई होने वाले पानी की जांच की है. पहला मामला 1 जून को सामने आया था जब एक व्यक्ति को दस्त और पेट दर्द के बाद इलाज की जरूरत पड़ी. हर गुजरते दिन के साथ प्रभावित व्यक्तियों की संख्या बढ़ती गई और कल तक कुल 350 मामले सामने आए. इस परिसर में 15 टावरों में 1,268 फ्लैट हैं और 5,000 से ज्यादा लोग रहते हैं.

27 और 28 मई को क्षेत्र में भारी बारिश हुई थी, जिससे परिसर के बेसमेंट में पानी भर गया था. इसके बाद निवासियों ने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की सूचना दी. अधिकारियों को संदेह है कि स्वास्थ्य संबंधी समस्या पानी के दूषित होने के कारण हुई है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि बारिश के दौरान सीवेज का पानी, पीने के पानी की टंकी में मिल गया है. अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लेने के साथ सुपर क्लोरीनीकरण सहित उपाय शुरू किए.

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा निरीक्षण का आदेश दिया गया है और जल स्रोतों की जांच के लिए आवासीय परिसर में एक मेडिकल टीम भेजी गई है.

क्या होता है ई. कोलाई संक्रमण : ई.कोली बैक्टीरिया के कारण आंत, यूरिनल और शरीर के अन्य हिस्सों में संक्रमण हो जाता है. ऐसा तब होता है जब पानी या या खाने-पीने के जरिए ई. कोली बैक्टीरिया आपके शरीर में पहुंच जाता है. इससे पाचन तंत्र प्रभावित हो जाता है. दस्त और उस्टी होना इसका आम लक्षण है. छोटे बच्चों और बुजुर्गों में ये तेजी से फैलता है.

बीमारी के लक्षण : इसमें गंभीर पेट में ऐंठन, दस्त (अक्सर खूनी), और उल्टी होती है. बुखार भी हो सकता है लेकिन आमतौर पर हल्का होता है. कुछ मामलों में, विशेष रूप से छोटे बच्चों और बुजुर्गों में ई. कोलाई संक्रमण हेमोलिटिक यूरीमिक सिंड्रोम (एचयूएस) जैसी गंभीर जटिलताओं को जन्म दे सकता है. ये एक ऐसी स्थिति है जिसमें किडनी भी फेल हो सकती है.

ये उपाय अपनाकर संक्रमित होने से बच सकते हैं : ई.कोली बैक्टीरिया को पनपने से रोकने के लिए आप सामान्य तौर पर कुछ उपाय करने से बच सकते हैं.

  • फल या सब्जियां इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह से धुल लें.
  • अगर नॉनवेज खाते हैं तो पकाने से पहले उसे अच्छी तरह से साफ कर लें.
  • खाने से पहले मांस को अच्छी तरह से पका लें.

संक्रमित होने पर क्या करें

  • कुछ भी ऐसा न खाएं जिससे दस्त की समस्या और बढ़ जाए.
  • कैफीन और एल्कोहल लेने से बचें.
  • शरीर में पानी की कमी न होने दें. तरल पदार्थ का सेवन करें.

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एर्नाकुलम/हैदराबाद: केरल के कोच्चि के कक्कनाड में एक आवासीय परिसर के पांच साल से कम उम्र के 25 बच्चों सहित लगभग 350 लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच शुरू करते हुए ई-कोलाई संक्रमण की पुष्टि की है. खतरा का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि हाल के हफ्तों में ब्रिटेन में 200 से अधिक लोग ई. कोलाई से प्रभावित हुए हैं.

नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने डीएलएफ कॉम्प्लेक्स में सप्लाई होने वाले पानी की जांच की है. पहला मामला 1 जून को सामने आया था जब एक व्यक्ति को दस्त और पेट दर्द के बाद इलाज की जरूरत पड़ी. हर गुजरते दिन के साथ प्रभावित व्यक्तियों की संख्या बढ़ती गई और कल तक कुल 350 मामले सामने आए. इस परिसर में 15 टावरों में 1,268 फ्लैट हैं और 5,000 से ज्यादा लोग रहते हैं.

27 और 28 मई को क्षेत्र में भारी बारिश हुई थी, जिससे परिसर के बेसमेंट में पानी भर गया था. इसके बाद निवासियों ने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की सूचना दी. अधिकारियों को संदेह है कि स्वास्थ्य संबंधी समस्या पानी के दूषित होने के कारण हुई है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि बारिश के दौरान सीवेज का पानी, पीने के पानी की टंकी में मिल गया है. अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लेने के साथ सुपर क्लोरीनीकरण सहित उपाय शुरू किए.

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा निरीक्षण का आदेश दिया गया है और जल स्रोतों की जांच के लिए आवासीय परिसर में एक मेडिकल टीम भेजी गई है.

क्या होता है ई. कोलाई संक्रमण : ई.कोली बैक्टीरिया के कारण आंत, यूरिनल और शरीर के अन्य हिस्सों में संक्रमण हो जाता है. ऐसा तब होता है जब पानी या या खाने-पीने के जरिए ई. कोली बैक्टीरिया आपके शरीर में पहुंच जाता है. इससे पाचन तंत्र प्रभावित हो जाता है. दस्त और उस्टी होना इसका आम लक्षण है. छोटे बच्चों और बुजुर्गों में ये तेजी से फैलता है.

बीमारी के लक्षण : इसमें गंभीर पेट में ऐंठन, दस्त (अक्सर खूनी), और उल्टी होती है. बुखार भी हो सकता है लेकिन आमतौर पर हल्का होता है. कुछ मामलों में, विशेष रूप से छोटे बच्चों और बुजुर्गों में ई. कोलाई संक्रमण हेमोलिटिक यूरीमिक सिंड्रोम (एचयूएस) जैसी गंभीर जटिलताओं को जन्म दे सकता है. ये एक ऐसी स्थिति है जिसमें किडनी भी फेल हो सकती है.

ये उपाय अपनाकर संक्रमित होने से बच सकते हैं : ई.कोली बैक्टीरिया को पनपने से रोकने के लिए आप सामान्य तौर पर कुछ उपाय करने से बच सकते हैं.

  • फल या सब्जियां इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह से धुल लें.
  • अगर नॉनवेज खाते हैं तो पकाने से पहले उसे अच्छी तरह से साफ कर लें.
  • खाने से पहले मांस को अच्छी तरह से पका लें.

संक्रमित होने पर क्या करें

  • कुछ भी ऐसा न खाएं जिससे दस्त की समस्या और बढ़ जाए.
  • कैफीन और एल्कोहल लेने से बचें.
  • शरीर में पानी की कमी न होने दें. तरल पदार्थ का सेवन करें.

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Last Updated : Jun 18, 2024, 4:28 PM IST
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