बीजापुर: बस्तर में सुरक्षाबलों को ताबड़तोड़ कामयाबी मिल रही है. बीजापुर में मंगलवार को चार नक्सली गिरफ्तार हुए थे. बुधवार को जिले में पांच माओवादियों ने सरेंडर किया है. इनमें एक नक्सली के ऊपर एक लाख रुपये का इनाम छत्तीसगढ़ शासन ने घोषित कर रखा था. पांचों नक्सली बीजापुर के अंदरूनी इलाके में सक्रिय थे.
बीजापुर के भैरमगढ़ में एक्टिव थे सभी नक्सली: आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में शामिल सभी पाचों नक्सली भैरमगढ़ इलाके में ज्यादा सक्रिय थे. माओवादियों को शहीदी सप्ताह के दौरान नक्सलियों की खोखली नीति और हिंसा से तौबा करने का मन आया. सभी नक्सली छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर खुद को नक्सल रास्ते से अलग करने का फैसला लिया.
![पांच खूंखार नक्सलियों का सरेंडर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/31-07-2024/cg-bjr-01-naksli-avb-cg10026_31072024203632_3107f_1722438392_462.jpg)
सरेंडर करने वाले नक्सलियों के बारे में जानिए: जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया है वे मुख्य रूप से लूट और हत्या की घटनाओं में शामिल रहे हैं. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में मंगू पोटाम की उम्र 40 साल है. वह माओवादियों की अग्रणी शाखा दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन का प्रमुख है. इस रोल में वह बीजापुर में बेहद सक्रिय था. इस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
माओवादियों से विस्फोटक बरामद: माओवादियों से विस्फोटक भी बरामद किया गया है. ये सभी नक्सली आगजनी की घटना में भी शामिल थे. मंगू पोटाम को लेकर एक और खुलासा हुआ है कि वह बाल संघम सदस्य भी रह चुका है. मंगू पोटाम ने साल 2004 में पातरपारा में सरपंच को मौत के घाट उतारा था. आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार को लेकर उसने सरेंडर किया है.
सरेंडर करने वाले अन्य नक्सलियों के बारे में जानिए: सरेंडर करने वाले अन्य नक्सलियों में पायकू तेलम, मीना तेलम,राजू तेलम और मल्लेश पोटाम शामिल हैं. सभी को शासन की पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रुपये नगद इनाम दिया गया है.