नई दिल्ली: सर्दियों का सीजन चल रहा है. इस मौसम में ज्यादातर लोग गर्म पानी से नहाना पसंद करते हैं. ऐसे में वे पानी गर्म करने के लिए गैस गीजर या इमर्शन रोड का इस्तेमाल करते हैं. इमर्शन रॉड काफी ससीता होती है, इसलिए ज्यादातर लोग पानी गर्म करने के लिए इसका ही उपयोग करते हैं.
कहा जाता है कि इमर्शन रॉड से प्लास्टिक की बाल्टी में पानी गर्म किया जाए तो उससे करंट लगने का खतरा कम हो जाता है. हालांकि, ऐसी नहीं है. दरअसल, देखने में आया है कि कई बार इमर्शन रॉड हादसों का कारण बन जाती है.इसलिए इसका इस्तेमाल सावधानी के साथ करना चाहिए.
ऐसे में अगर आप भी पानी गर्म करने के लिए इमर्शन रोड का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको भी सावधान रहने की जरूरत है. इमर्शन रोड से होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के लिए उस बर्तन का खास ध्यान रखना चाहिए, जिसमें आप पानी गर्म कर रहे हैं. वरना थोड़ी सी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है.
इमर्शन रॉड का इस्तेमाल करते समय क्या न करें?
इलेक्ट्रिक प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी क्रॉम्पटन की वेबसाइट के मुताबिक इमर्शन रॉड को बिना देखरेख के न छोड़ें. अगर यह पानी में न डूबा हो तो इसे चालू न करें और स्विच बंद करने के बाद ही पानी का टेंप्रेचर चेक करें. इमर्शन रॉड को तुरंत न हटाएं, इसे बंद करने के बाद गर्मी को समान करने के लिए इसे कम से कम 10 सेकंड तक डूबाए रखें.
मेटल बिजली का अच्छा कंडेक्टर होता है. इसलिए कभी भी मेटल की बाल्टी का उपयोग न करें, इससे घातक दुर्घटनाएं हो सकती हैं. जब यह सुनिश्चित हो कि रॉड ज़्यादा गरम नहीं है, तभी प्लास्टिक की बाल्टी का इस्तेमाल करें. लापरवाही बरतने पर बाल्टी पिघल सकती है और वह फट भी सकती है.
सुनिश्चित करें कि बाल्टी 300 मिमी से अधिक गहरी हो और पानी का स्तर हर समय पर्याप्त हो, कभी भी विसर्जन रॉड पर अंकित अधिकतम स्तर से अधिक न हो. खराब क्वालिटी वाली इमर्शन रॉड न खरीदें
गीजर के मुकाबले काफी किफायती होती है इमर्शन रोड
इमर्शन रॉड के पोर्टेबिलिटी और हल्के वजन के कारण यात्रा करते समय इसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह साथ ले जाया जा सकता है, स्टोर किया जा सकता है और आवश्यकता पड़ने पर उपयोग किया जा सकता है. यह गीजर के मुकाबले काफी किफायती होती है.