नई दिल्लीः राऊज एवेन्यू कोर्ट ने आबकारी घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इससे पहले केजरीवाल की न्यायिक हिरासत की सीबीआई की मांग पर अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था. सीबीआई हिरासत खत्म होने पर केजरीवाल को आज दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था.
सीबीआई ने अपनी अर्जी में कहा था कि अभी जांच जारी है और जांच अहम मोड़ पर है. कुछ अहम गवाहों के बयान दर्ज होने पर हैं. कुछ अहम डिजिटल सबूत अभी इकट्ठा होने बाकी हैं, इसलिए केजरीवाल को जेल भेजा जाए.
CBI alleges Kejriwal deliberately gave evasive replies, court sends him to judicial custody till July 12
— ANI Digital (@ani_digital) June 29, 2024
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आज आबकारी घोटाला मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल को कोर्ट में पेश करते हुए सीबीआई ने जब न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की मांग की तो कहा कि केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. वह किसी भी सवाल का सीधा जवाब नहीं दे रहे हैं. सीबीआई ने न्यायिक हिरासत की मांग के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा कि हिरासत की अवधि के दौरान वह जानबूझकर सवालों का सीधा-सीधा जवाब देने से बच रहे हैं.
#WATCH | Delhi: On CM Arvind Kejriwal being sent To judicial custody till 12th July in a CBI case related to the excise policy matter, Advocate Rishikesh Kumar says, " arvind kejriwal was produced before the court because his three-day cbi custody came to an end today. cbi did not… pic.twitter.com/k1DD81z9WR
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सीबीआई ने कहा कि केजरीवाल के बयान सबूतों से मेल नहीं खाते हैं. केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं, उनका बड़ा राजनीतिक रसूख है. वह गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं. वे सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं. सीबीआई ने कहा है कि केजरीवाल जांच को प्रभावित कर सकते हैं. सीबीआई का कहना है कि केजरीवाल ने पूछताछ के दौरान सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दिए. सीबीआई ने कहा कि जब केजरीवाल से पूछा गया कि आबकारी नीति मामले में आखिर थोक बिक्री प्रॉफिट का मार्जिन 5 से 12 फीसदी बढ़ाने की जरूरत क्या थी? इस बारे में कोई अध्ययन या आधार के बिना ही ऐसा फैसला क्यों ले लिया गया ? इसका उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया.
सीबीआई के मुताबिक केजरीवाल से पूछा गया कि जब कोरोना की दूसरी लहर पूरे चरम पर थी तब ऐसी क्या जल्दबाजी थी कि संशोधित आबकारी नीति के लिए एक दिन के अंदर ही सर्कुलेशन के जरिए कैबिनेट की मंजूरी हासिल की गई. सीबीआई ने कहा कि यह तब हुआ जब साउथ लॉबी के लोग दिल्ली में ही मौजूद थे और विजय नायर के साथ मीटिंग कर रहे थे.
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सीबीआई के मुताबिक केजरीवाल से विजय नायर की शराब कारोबारियों के साथ मीटिंग और आबकारी नीति में मनमाफिक बदलाव की एवज में जब रिश्वत की मांग के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसका भी कोई सीधा जवाब नहीं दिया. सीबीआई के मुताबिक केजरीवाल ने मंगुटा रेड्डी, अर्जुन पांडे और मूथा गौतम के साथ अपनी मुलाकात को लेकर भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. केजरीवाल ने गोवा में चुनाव प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी द्वारा 44.54 करोड़ के इस्तेमाल को लेकर पूछे गए सवाल को लेकर भी कोई सीधा जवाब नहीं दिया.
बता दें कि सीबीआई ने केजरीवाल को 26 जून को गिरफ्तार किया था. 26 जून को कोर्ट ने केजरीवाल को शनिवार तक की सीबीआई हिरासत में भेजा था जिसके बाद उन्हें आज कोर्ट में पेश किया गया.
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