कोलकाता: पश्चिम बंगाल में भीषण चक्रवाती तूफान दाना का सीधा असर तो नहीं दिखा लेकिन कोलकाता समेत कई इलाकों में लगातार भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. जलभराव के कारण बिजली के करंट लगने से दो लोगों की मौत हो गई.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिजली के करंट लगने से मरने वाले दो लोग दक्षिण कोलकाता में भवानीपुर के सौरव गुप्ता और डुमुरजोला के तांतीपारा इलाके के गौतम चट्टोपाध्याय की मौत हो गई. चट्टोपाध्याय स्थानीय नगर निकाय के कर्मचारी थे. वहीं, चक्रवाती तूफान दाना की वजह से कोलकाता समेत तटीय जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ और सैकड़ों एकड़ खड़ी धान और सब्जियों की फसल बर्बाद हो गई.
तेज तूफान और बारिश की वजह से कोलकाता, साल्ट लेक और हावड़ा के कई इलाकों में जलभराव की खबरें प्राप्त हुईं. यहां घुटने से लेकर टखने तक पानी जमा होने से एनएससीबी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास कैखली, वीआईपी रोड, चिनार पार्क और विधाननगर नगर निगम की सीमा के भीतर कई इलाकों में दैनिक यात्रियों और निवासियों का जीना मुश्किल हो गया.
वहीं, उत्तर और मध्य हावड़ा के कई इलाकों में जलभराव की खबरें मिली है. पंचनंतला रोड, बेलिलियस रोड, बनारस रोड, ईस्ट-वेस्ट बाईपास के साथ-साथ टिकियापारा और रामराजतला में यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लगातार बारिश और खेतों में पानी भर जाने के कारण हावड़ा, पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और नादिया जिलों में सैकड़ों एकड़ में खड़ी धान और सब्जी की फसलें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं. काली पूजा और दिवाली से पहले हावड़ा जिले के बगनान और देउल्टी में फूलों की खेती भी बुरी तरह प्रभावित हुई है, जिससे सब्जियों और फूलों की कीमतों में उछाल आने की आशंका है.
नादिया और दक्षिण 24 परगना में धान के अलावा बैंगन, लौकी, पालक, पान के पत्तों की बड़ी मात्रा में फसल बर्बाद हो गई है. किसान मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं और नुकसान की आशंका से घिरे हुए हैं. पश्चिम मेदिनीपुर जिले में भारी बारिश ने सालबोनी, गरबेटा, दासपुर, घाटल, केशपुर, चंद्रकोना और आसपास के 15 विधानसभा क्षेत्रों को प्रभावित किया है.
जिला मजिस्ट्रेट खुर्शीद अली कादरी ने कहा है कि, बारिश रुकने के बाद फसल के नुकसान का विस्तृत मूल्यांकन किया जाएगा, वहीं, पूर्व मेदिनीपुर के डीएम पूर्णेंदु माझी के मुताबिक, बारिश अभी भी रुक-रुक कर हो रही है. उन्होंने कहा कि, बारिश से हुए नुकसानों का सर्वेक्षण किया जाएगा. वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बारिश के कारण हुए फसलों के नुकसान का जायजा लिया. साथ ही उन्होंने इसको लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के भी निर्देश दिए.
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