नई दिल्ली: अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता लिमिटेड पर भारी पेनाल्टी लगी है. कंपनी पर 92 करोड़ रुपये का जुर्माना और 10 करोड़ रुपये की एक्स्ट्रा पेनल्टी लगाई गई है. साथ ही कंपनी को कस्टम ड्यूटी और उस पर लगने वाला ब्याज का भुगतान भी करना होगा.
अनिल अग्रवाल की कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजार को इसकी जानकारी दी. वेदांता ने कि कस्टम अथॉरिटी ने कंपनी पर 92.04 करोड़ रुपये का जुर्माना और 10 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगाई है. वेदांता लिमिटेड ने रेगूलेटरी फाइलिंग में बताया कि यह आदेश मंगलवार 8 अक्टूबर को प्राप्त हुआ था. आदेश में पेनल्टी और सीमा शुल्क और लागू ब्याज की मांग भी की गई है.
कंपनी पर नहीं पड़ेगा प्रभाव
कंपनी ने आगे कहा कि उसे उम्मीद नहीं है कि उक्त आदेश का कंपनी पर कोई वित्तीय प्रभाव पड़ेगा और मामले में आगे की कार्रवाई का फैसला उचित समय पर किया जाएगा. कंपनी का मानना है कि यह मामला गुण-दोष और कानूनी दृष्टि से मजबूत है, विशेष रूप से हाल ही में आए न्यायिक निर्णयों के कारण.
कई देशों में कारोबार
बता दें कि वेदांता लिमिटेड, वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड की सहायक कंपनी है, जो भारत, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, लाइबेरिया, यूएई, सऊदी अरब, कोरिया, ताइवान और जापान में फैली दुनिया की अग्रणी महत्वपूर्ण खनिज, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी कंपनियों में से एक है. कंपनी का तेल और गैस, जस्ता, सीसा, चांदी, तांबा, लौह अयस्क, स्टील, निकल, एल्यूमीनियम, बिजली और ग्लास सब्सट्रेट में महत्वपूर्ण संचालन करती है.
सरकार पर साधा था निशाना
यह जुर्माना ऐसे समय लगाया गया है जब हाल ही में अनिल अग्रवाल ने सरकार पर निशाना साधा था. दिग्गज व्यवसायी ने आरोप लगाया था कि भारत का आयरन इंडस्ट्री खत्म हो रही है. इसकी वजह हाई ऑक्शन प्रीमियम, सीमित ब्लॉकों की पेशकश और खदानों का धीमा संचालन है. हालांकि, सरकार ने उनके बयान को पूरी तरह से भ्रामक और गलत बताया था.
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