नई दिल्ली: दिल्ली एम्स में भर्ती भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी की हालत अब स्थिर है. तीन दिन पहले तबियत बिगड़ने पर उन्हें वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया गया था. पार्टी के केंद्रीय कमेटी के सदस्य जोगिंदर ने बताया कि तबीयत में सुधार होने पर एक दिन बाद ही उनका वेंटीलेटर हटा दिया गया था. अब उनका इलाज आईसीयू में चल रहा है.
उन्होंने बताया कि डॉक्टरों का कहना है कि निमोनिया के चलते ज्यादा परेशानी बढ़ने के कारण ठीक होने में अभी समय लगेगा. दरअसल 19 अगस्त को निमोनिया के कारण तबीयत बिगड़ने पर येचुरी को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था. शुरूआत में उन्हें एम्स के इमरजेंसी विभाग के रेड जोन में भर्ती किया गया था. फिर तबीयत में सुधार न होने पर उनको अस्पताल के आईसीयू में शिफ्ट किया गया था. तभी से उनका इलाज लगातार दिल्ली एम्स में चल रहा है. बता दें कि सीताराम येचुरी सीपीआईएम पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्यसभा सांसद हैं. वह लंबे समय से पार्टी के महासचिव का पद संभाल रहे हैं.
सीताराम येचुरी 19 अप्रैल, 2015 को पार्टी के महासचिव चुने गए थे. तब से वह इस पद पर काम कर रहे हैं. उन्हें वर्ष 2016 में राज्यसभा का सर्वश्रेष्ठ सांसद सम्मान से सम्मानित किया गया था. उनका जन्म चेन्नई में 12 अगस्त, 1952 को हुआ था. 1969 में तेलंगाना में हुए आंदोलन के बाद वे दिल्ली आ गए. यहां डीयू के सेंट स्टीफन कॉलेज से अर्थशास्त्र में बीए करने के बाद उन्होंने जेएनयू से अर्थशास्त्र में बीए किया और उसके बाद पीएचडी में दाखिला लिया था. यहीं पर 1974 में वे स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया में शामिल हुए और छात्र राजनीति की शुरुआत की. हालांकि, 1977 में इमरजेंसी के दौरान गिरफ्तार होने के बाद वह अपनी जेएनयू से पीएचडी पूरी नहीं कर सके. जेएनयू को वामपंथ का गढ़ बनाने में सीताराम येचुरी का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है.
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