चंडीगढ़ : पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर आज (सोमवार, 4 मार्च को) चंडीगढ़ के सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव करवाए जाने हैं. चुनाव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. दोनों पदों के लिए INDI गठबंधन का बीजेपी से सीधा मुकाबला रहेगा.
सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव : चंडीगढ़ मेयर चुनाव में पिछले दिनों जो हुआ, उसे पूरे देश ने देखा, पहले चुनाव में धांधली हुई, मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और INDI गठबंधन में शामिल कांग्रेस-AAP के संयुक्त प्रत्याशी कुलदीप कुमार चंडीगढ़ मेयर के तौर पर अपना पदभार संभाल पाए. अब ऐसे में 4 मार्च (सोमवार) को फिर से चंडीगढ़ नगर निगम अखाड़े में तब्दील हो सकता है क्योंकि फिर से चंडीगढ़ नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर को लेकर बीजेपी का मुकाबला INDI गठबंधन के प्रत्याशियों से है. अब ऐसे में चुनाव को ठीक से करवाने के लिए ख़ास तैयारियां की गई है.
28 फरवरी को मेयर ने संभाला पदभार : काफी जद्दोजहद के बाद चंडीगढ़ के नवनिर्वाचित मेयर कुलदीप कुमार ने 28 फरवरी को मेयर के तौर पर अपना पदभार संभाल लिया. इसके बाद INDI गठबंधन और बीजेपी के कैंडिडेट्स ने सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए नामांकन दाखिल किया था. सीनियर डिप्टी मेयर पद के लिए बीजेपी की ओर से कुलजीत संधू का मुकाबला INDI गठबंधन के गुरप्रीत सिंह से है. वहीं डिप्टी मेयर पद की बात करें तो बीजेपी के राजेंद्र शर्मा का मुकाबला INDI गठबंधन की निर्मला देवी से होना है.
बीजेपी का पलड़ा भारी : मौजूदा स्थिति को देखा जाए तो बीजेपी का पलड़ा भारी दिखाई पड़ रहा है. चंडीगढ़ नगर निगम में 35 पार्षद हैं. यहां 35 वोटों के साथ सांसद का भी वोट माना जाता है. AAP के 3 पार्षद बीजेपी में शामिल हो चुके हैं जिसके बाद बीजेपी के पास बहुमत का आंकड़ा हो चुका है. बीजेपी के पास 17 पार्षद और एक सांसद का वोट मिलाकर 18 वोटों की ताकत है. निगम में एक पार्षद शिरोमणि अकाली दल(SAD) का भी है जिसने अपना वोट बीजेपी को दिया था. वहीं आम आदमी पार्टी के पास 10, कांग्रेस के पास 7 पार्षद हैं. AAP के 3 पार्षद कहीं फिर से पाला ना बदल लें, इसके लिए बीजेपी की इन तीनों पर खास निगरानी है क्योंकि INDI गठबंधन चुनाव से पहले इन्हें अपने पाले में खींचने के लिए हाथ-पैर मार रहा है.
पहले 27 फरवरी को था चुनाव : वहीं इससे पहले चंडीगढ़ प्रशासन ने सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के लिए 27 फरवरी की तारीख तय की थी लेकिन कुलदीप कुमार के ना आने के चलते चुनाव नहीं हो सका. वहीं हाईकोर्ट ने चुनाव का नामांकन दोबारा भरने के लिए आदेश दिए जिसके तहत 4 मार्च को इन दोनों पदों के लिए चुनाव होना है. अब देखने वाली बात होगी कि इस बार चुनाव के दौरान चंडीगढ़ निगम में क्या सियासी समां रहता है.