नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर की जांच अपने हाथ में लेकर पड़ताल शुरू कर दी है. सीबीआई की टीम ने आरोपी समेत इससे जुड़े तमाम दस्तावेज पश्चिम बंगाल पुलिस से अपने कब्जे में ले लिया है. वहीं, टीम घटनास्थल का मुआयना कर जांच की कड़ियों को जोड़ने की कोशिश करेगी.
#WATCH | RG Kar Medical College and Hospital rape-murder case | Visuals from CBI office at CGO Complex in Kolkata as Police officials enter the building with evidence and documents related to the case. Accused Sanjoy Roy has been brought here by the Police.
— ANI (@ANI) August 14, 2024
Following Calcutta… pic.twitter.com/7YTpptgNGM
कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद मामले की जांच के लिए दिल्ली से सीबीआई की टीम आज सुबह कोलकाता पहुंची. सीबीआई मामले को अपने हाथ में ले लिया है और दिल्ली से एक विशेष मेडिकल और फोरेंसिक टीम कोलकाता पहुंच गई है. मंगलवार को कलकत्ता हाई कोर्ट ने 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी (पीजीटी) डॉक्टर के यौन उत्पीड़न और हत्या की सीबीआई जांच का आदेश दिया था.
हाईकोर्ट ने कोलकाता पुलिस से कहा कि वह सभी दस्तावेज तुरंत सीबीआई को सौंप दे. इससे पहले दिन में फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) द्वारा महिला डॉक्टर के यौन उत्पीड़न और हत्या के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए मंगलवार से ओपीडी सेवाओं को बंद करने के आह्वान के बाद डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों ने एम्स दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया.
#WATCH | RG Kar Medical College and Hospital rape-murder case | CBI team from Delhi reaches Officers' Institute for BSF-South Bengal Frontier at New Town Rajarhat in Kolkata, West Bengal.
— ANI (@ANI) August 14, 2024
Following Calcutta High Court order, the CBI has taken over the case and has sent a… pic.twitter.com/DkdMvXXlVq
डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर नीति विकसित करने का परामर्श जारी
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के निर्देश पर राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने सभी मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों को सुरक्षित कार्य वातावरण के लिए नीति विकसित करने का परामर्श जारी किया. आधिकारिक सार्वजनिक नोटिस के अनुसार, 'हाल के दिनों में मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. सभी मेडिकल कॉलेजों से अनुरोध किया जाता है कि वे कॉलेज और अस्पताल परिसर के भीतर संकाय, मेडिकल छात्रों और रेजिडेंट डॉक्टरों सहित सभी स्टाफ सदस्यों के लिए सुरक्षित कार्य वातावरण के लिए नीति विकसित करें.'
इसमें कहा गया, 'नीति में ओपीडी, वार्ड, कैजुअल्टी, छात्रावास और परिसर तथा आवासीय क्वार्टरों के अन्य खुले क्षेत्रों में पर्याप्त सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाने चाहिए. शाम के समय गलियारों और परिसर में अच्छी रोशनी होनी चाहिए, ताकि कर्मचारी सुरक्षित रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकें और निगरानी के लिए सभी संवेदनशील क्षेत्रों को सीसीटीवी से कवर किया जाना चाहिए.'
#WATCH | RG Kar Medical College and Hospital rape-murder case | CBI team from Delhi arrives in Kolkata, West Bengal for investigation into the case, following Calcutta High Court order.
— ANI (@ANI) August 14, 2024
The CBI has taken over the case and has sent a specialised medical and forensic team from… pic.twitter.com/CEujD0CGW8
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आईएमए प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की
इससे पहले दिन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. आईएमए ने अपराध के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों की गहन जांच और कार्यस्थल पर डॉक्टरों, खासकर महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के उपायों की मांग की थी. पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में मृत पाई गई थी। परिवार ने आरोप लगाया है कि पीड़िता के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई.