गुवाहाटी: असम पुलिस की ओर से उल्फा आई कैंप में कथित तौर पर जासूसी करने को लेकर मानस बोरगोहेन से जुड़ा विवाद लगभग हर दिन नए मोड़ ले रहा है. इस मामले में अब मानस विवाद के केंद्र में है, जिसे स्नूपगेट का सूत्रधार बताया जा रहा है.
शुक्रवार को उल्फा (आई) शिविर द्वारा जारी एक अन्य वीडियो में संगठन ने मानस के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं. भले ही मानस बोर्गोहेन नहीं बल्कि मानस चालिहा हों. और मानस बोर्गोहेन नवीनतम वीडियो में अपने हमनाम पर गंभीर आरोप लगा रहा है.
मानस चालिहा उर्फ घोरा ने उल्फा (आई) के नेता को लुभाने के लिए असमिया लड़कियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की और उन्हें यौन शिक्षा प्रदान की - यह गंभीर आरोप वीडियो में लगाया गया है.
इस तीसरे वीडियो में बंदी मानस बोरगोहे ने मानस चालिहा पर यह गंभीर आरोप लगाया है, जिस पर पुलिस की ओर से जासूसी करने के लिए युवाओं को प्रशिक्षण देने और उल्फा (आई) में भेजने का आरोप है.
म्यांमार के एक कैंप में बंद मानस बोरगोहेन ने वीडियो में दावा किया है कि 'मानस चालिहा, जिस व्यक्ति ने मुझे उल्फा (आई) के शिविर में भेजा था. उसने कहा कि वह मुझे नहीं जानता. मानस चालिहा झूठ बोल रहे हैं.'
मानस बोरगोहेन ने यह भी बताया कि वह मानस चालिहा के संपर्क में कैसे आया. उसने खुलासा किया कि मानस चालिहा से उनकी जान-पहचान गर्लफ्रेंड के जरिए हुई थी. मानस बोर्गोहेन द्वारा किए गए दावों के अनुसार, वह और मानस चालिहा एक-दूसरे से परिचित हो गए क्योंकि उनकी दोनों गर्लफ्रेंड अच्छी दोस्त थीं. और इस तरह ये दोनों संपर्क में आए.
साथ ही मानस बोर्गोहेन ने बयान दिया कि मानस चालिहा किसी भी जैविक खेती में शामिल नहीं हैं. यह चालिहा का झूठा प्रचार है ताकि उल्फा (आई) के खिलाफ काम करने के लिए प्रशिक्षित युवाओं के पकड़े जाने की स्थिति में वह बच सके.
ताजा वीडियो में मानस बोर्गोहेन का सबसे गंभीर आरोप है, 'मानस चालिहा उल्फा (आई) के नेताओं को लुभाने के लिए असमिया लड़कियों को यौन शिक्षा देकर प्रशिक्षित करता है. मेरे जैसे कई युवाओं को प्रशिक्षित करने के अलावा, उल्फा (आई) के नेताओं को लुभाने के लिए युवा महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है.'
इस विस्फोटक बयान के बाद मानस बोर्गोहेन की उन लोगों से अपील, जिन्होंने ऐसी यौन शिक्षा का प्रशिक्षण लिया है, 'ऐसे पैसों के लालच में न पड़ें. मानस चालिहा ने मुझे मौत के मुंह में धकेल दिया है. आपमें से किसी को भी यहां नहीं आना चाहिए. मानस चालिहा के बहकावे में न आएं. जो गलती मैंने की वो मत करना.'