कालीगंज: पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के चांदपुर गांव में चुनाव के बाद हुई हिंसा में भाजपा के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई. आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं ने गोली मारकर उसकी हत्या की. यही नहीं उसका सिर धड़ से अलग कर दिया. नादिया से भाजपा उम्मीदवार अमृता रॉय ने आरोप लगाया कि हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हफीजुल शेख पर उस समय हमला किया गया जब वह अपने दोस्तों के साथ कैरम खेल रहा था.
मृतक के भाई जयेन उद्दीन मोल्लाह ने कहा, 'मेरे भाई को भाजपा में शामिल होने की कीमत चुकानी पड़ी. हमारे परिवार के सदस्य सीपीएम के प्रति वफादार थे. जब से हम भगवा पार्टी में शामिल हुए, हमें टीएमसी के लोगों से धमकियां मिलनी शुरू हो गई. तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता यहां आए और मेरे भाई को दो गोली मारी और फिर उसका सिर काटकर ले गए. हत्या दिनदहाड़े हुई. इसके बाद टीएमसी के गुंडे दूसरे भाजपा कार्यकर्ताओं के घर गए और उनके घरों पर बम से हमला किया.'
हत्या की निंदा करते हुए अमृता रॉय ने कहा, 'जिस क्रूरता से हफीजुल की हत्या की गई, वह तृणमूल कांग्रेस सरकार की हताशा को दर्शाता है. यह पूर्व नियोजित हत्या थी और बदला लेने के लिए की गई हत्या का स्पष्ट संकेत है, क्योंकि वह भाजपा का बूथ एजेंट था. वह दो महीने पहले ही पार्टी में शामिल हुआ था.' उन्होंने इस हत्या को 'बर्बर' करार दिया और कहा कि हफीजुल की हत्या टीएमसी के गुंडों ने की और पुलिस को इस योजना की जानकारी थी.
भाजपा ने टीएमसी और सीपीएम को दोषी ठहराया: भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं पर हमलों के लिए तृणमूल कांग्रेस और सीपीआई(एम) को दोषी ठहराया है. भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'पश्चिम बंगाल में हत्याएं शुरू हो गई है. एक अन्य भाजपा कार्यकर्ता हफीजुल शेख की हत्या कर दी गई है.