चंडीगढ़: हरियाणा में बीजेपी जेजेपी गठबंधन टूट चुका है. हरियाणा राजभवन में अंदर बने कॉन्फ्रेंस रूम में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी की गई है. बीजेपी आलाकमान की ओर से तरुण चुघ और अर्जुन मुंडा को ऑब्जर्वर बनाया गया है. ये दोनों चंडीगढ़ पहुंच गए हैं. चंडीगढ़ में फिलहाल बीजेपी की बैठक चल रही है. अनिल विज बैठक को छोड़कर प्राइवेट कार से निकल गए.
भूपेंद्र हुड्डा ने कसा तंज: नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि 2019 में जब ये सरकार बनी थी, ये लोग स्वार्थ में यार बन गए थे. इनका अब एक और समझौता गठबंधन अलग करने का हो चुका है.
चंडीगढ़ में हरियाणा बीजेपी की बैठक: इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में बीजेपी के सभी विधायकों की इमरजेंसी बैठक बुलाई. सीएम ने इस बैठक में शामिल होने के लिए 7 निर्दलीय विधायकों को भी न्योता भेजा. सीएम मनोहर लाल के अलावा पार्टी अध्यक्ष नायब सैनी और हरियाणा बीजेपी प्रभारी विप्लव देव भी बैठक मौजूद रहें.
निर्दलीय विधायक का बड़ा बयान: बीजेपी विधायक दल की बैठक से पहले निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत का बड़ा बयान सामने आया. उन्होंने दावा किया है कि हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी गठबंधन टूटने की कवायद शुरू हो गई है. जल्द ही इससे निजात मिल जाएगा. नैनपाल रावत ने कहा मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद जो मुझे आभास हुआ है. वो ये है कि हरियाणा में बीजेपी जेजेपी गठबंधन टूट रहा है. नयनपाल रावत ने ये भी कहा कि वो सरकार के समर्थन में हैं.
बीजेपी जेजेपी में सीट बंटावरे पर फंसा पेंच: सोमवार को हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक ये मुलाकात चली. बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत की गई. बता दें कि लोकसभा चुनाव को लेकर अभी तक हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला सेट नहीं हो पाया है. दोनों पार्टियों में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा जारी है.
हरियाणा विधानसभा की स्थिति: अगर हम हरियाणा विधानसभा के ताजा आंकड़ों को देखें, तो सरकार पर कोई खतरा दिखाई नहीं देता है. वर्तमान में बीजेपी के 41 विधायक हैं. इसके साथ ही सात में से छह निर्दलीय बीजेपी के साथ हैं. वहीं हलोपा के प्रमुख गोपाल कांडा का भी सरकार को समर्थन हैं. ऐसे में 90 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी के पास 48 विधायकों का समर्थन है, जबकि सरकार बनाने के लिए 46 के आंकड़े की जरूरत है. इसके अलावा जेजेपी के पास दस और कांग्रेस के पास 30 विधायक है. वहीं एक विधायक इनेलो और एक निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू हैं.