दंतेवाड़ा: नक्सलियों के बड़े मंसूबे के एक बार फिर जवानों की टीम ने नाकाम कर दिया. सर्चिंग पर निकली जवानों की टीम को निशाना बनाने के लिए माओवादियों ने बम लगाया था. जवानों की टीम जब रोड ओपनिंग पार्टी के साथ इलाके में पहुंची तो उनको बम होने का शक हुआ. जवानों की टीम ने जब इलाके में सघन सर्चिग अभियान चलाया तो सड़क के नीचे उनको बम होने के संकेत मिले. जवानों ने जैसे ही सड़क किनारे की मिट्टी खोदी को मौके पर एक सुरंग मिला जिसके जरिए बम को सड़क के नीचे लगाया गया था.
सड़क के नीचे लगाया था IED: किरंदुल एरिया में जवानों की टीम रुटीन सर्चिंग अभियान पर निकली थी. अभियान के दौरान टीम हिरोली के पास पहुंची जहां रोड का निर्माण कार्य चल रहा था. जवानो की टीम जब रोड को पार कर रही थी तभी उनको सड़क किनारे कमांड कंट्रोल आईईडी का वायर नजर आया. जवानों ने तुरंत वायर को चेक कर सड़क के नीचे लगाए गए हम को निकाला. तकरीबन दस किलो का बम जवानों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से लगाया गया था. टीम ने बम को जगंल के भीतर ले जाकर डिफ्यूज कर दिया.
नक्सलियों की कायराना करतूत: बस्तर के जंगलों में जब भी सड़क का निर्माण होता है नक्सली इस मौके का फायदा उठाने चाहते हैं. नक्सली बन रहे सड़क के नीचे बम को प्लांट कर छोड़ देते हैं. सड़क निर्माण का काम पूरा होने के बाद जब जवानों की टीम उस इलाके से गुजरती है तो नक्सली उसमें धमाका कर देते हैं. सालों से नक्सली इस पैटर्न के जरिए सुरक्षा बलों के लिए खतरा बने हुए हैं. पूरे बस्तर में इन दिनों नक्सल विरोधी अभियान चल रहा है. नक्सल उन्मूलन अभियान के चलते नक्सली दबाव में हैं.