रायपुर: चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को लिखे अपने सात पन्नों के खत में भूपेश बघेल ने कई बातें लिखी हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने जो सबसे बड़ी बात लिखी है वो है उनके खिलाफ रची जा रही साजिश की बात. बघेल ने खत में लिखा है कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश रची जा रही है. मुकदमों में फंसाने की योजना बनाई जा रही है. कोयला घोटाले से जुड़े मामलों में उनको घसीटने की तैयारी की जा रही है. पत्र में इस बात का भी हवाला दिया गया है कि वो जेल में सूर्यकांत तिवारी से मिलने गए लेकिन उनको मिलने नहीं दिया गया.
सीजेआई को भूपेश बघेल ने लिखा खत: पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में ये भी लिखा है कि राजनीतिक दुश्मनी के चलते उनको साजिश में ट्रैप कनरे की कोशिश की जा रही है. साजिश के तहत मेरा नाम अपराधों से जोड़ा जा रहा है. जिन अपराधों से मेरा कोई लेना देना नहीं है उसमें ट्रैप करने की कोशिश की जा रही है. बघेल ने आगे लिखा है कि मैंने कभी भी किसी जांच को भटकाने और उसमें बाधा डालने की कोई कोशिश नहीं की. गलत आरोपों के जरिए मेरे राजनीतिक करियर को खत्म करने की कोशिश की जा रही है.
अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल का दिया हवाला: पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने मुख्यमंत्री रहते हुए जो काम किए उसका उदाहरण भी खत में लिखा है. बघेल ने लिखा है कि मैं जबतक सीएम पद पर रहा जिम्मेदारी और नैतिकता के साथ काम किया. संविधान की मर्यादाओं का सख्ती से पालन किया. बघेल ने ये भी लिखा है कि आप भारत के सर्वोच्च न्यायिक पद पर आसीन हैं. आपके ऊपर बड़ी बड़ी जिम्मेदारियां हैं. छत्तीसगढ़ में न्याय के नाम पर संविधान की हत्या करने की साजिश रची जा रही है उसकी जांच करें.
सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप की मांग: खत के आखिरी में भूपेश बघेल ने लिखा है कि '' मैं आपसे इस संबंध में हस्तक्षेप की उम्मीद रखता हूं. संविधान की सर्वोच्चता बनाए रखने के लिए आप हस्तक्षेप करें ऐसी मेरी प्रार्थना है. आपके कदम से संविधान पर जनता का विश्वास बढ़ेगा, न्याय सुनिश्चित होगा. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को लिखे भूपेश बघेल के खत से राजनीतिक हलकों में जल्द बयानबाजी का दौर शुरु हो सकता है. भूपेश लगातार इस बात की शिकायत करते रहे हैं कि केंद्रीय जांच एजेंसिया केंद्र के इशारे पर काम कर रही हैं.