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कर्नाटक: बेंगलुरु में जल संकट, कई औद्योगिक इकाइयां ठप

Bengaluru Water Crisis: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में गर्मी की शुरुआत से ही जल संकट शुरू हो गया है. लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. पीन्या औद्योगिक क्षेत्र में कई औद्योगिक इकाइयां पानी के आभाव में बंद पड़ा है.

Bengaluru Water Crisis: Peenya industries facing severe hardship (ETV BHARAT NETWORK)
बेंगलुरु जल संकट: पीन्या उद्योगों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है (ईटीवी भारत नेटवर्क)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Mar 9, 2024, 12:00 PM IST

बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में जल संकट जारी है. कई इलाकों में लोग पीने के पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. भारी उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों और मशीनों की जरूरतों के लिए भी पानी की आपूर्ति कम हो गई है. अगर यही स्थिति जारी रही तो कई कंपनियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. उद्योगपति तुरंत पानी आपूर्ति की मांग कर रहे हैं.

पीन्या इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष आरिफ ने कहा, 'पहले सरकार ने पीन्या औद्योगिक क्षेत्र के बोरवेल को बंद कर दिया था क्योंकि बोरवेल के पानी में धातु पाई गई थी. उसके बाद उद्योग केवल कावेरी जल पर निर्भर थे. अब कावेरी जल आपूर्ति बंद हो गई है. अगर स्थिति ऐसी ही जारी रही तो संभावना है कि पीन्या औद्योगिक क्षेत्र में कई कंपनियां बंद हो जाएंगी.'

आरिफ ने रोते हुए कहा, 'पीन्या औद्योगिक क्षेत्र में लगभग 16 हजार उद्योग हैं जो बेंगलुरु शहर का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है. यहां 12 लाख से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं. पानी की कमी के कारण 50 फीसदी उद्योग ठप हैं. अब पानी की कमी के चलते जल बोर्ड ने पेयजल को प्राथमिकता देते हुए इस इलाके में पानी की सप्लाई 60 फीसदी तक कम कर दी है. यहां के बोरवेल भी लगभग सूख चुके हैं.'

उन्होंने कहा, 'उद्योगों के लिए पर्याप्त पानी नहीं है. यहां तक कि दैनिक शौचालय के उपयोग के लिए भी श्रमिकों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है. शहर में पानी की समस्या बढ़ने पर जल बोर्ड ने घरेलू कनेक्शनों में पर्याप्त पानी की आपूर्ति करने के उद्देश्य से वाणिज्य और उद्योगों को पानी की आपूर्ति कम कर दी है. सबसे ज्यादा पीन्या औद्योगिक क्षेत्र में 60 फीसदी पानी कटौती के कारण भीषण जलसंकट है. ऐसी स्थिति है कि भोजन के बाद हाथ धोने के लिए भी पानी नहीं है. हम पीने के पानी के लिए डिब्बों का उपयोग कर रहे हैं. शौचालय के उपयोग और सफाई के लिए पानी की समस्या है.'

अवैध पानी टैंकर जब्त, अपार्टमेंट निवासियों के लिए संकट: चूंकि बोरवेल और झीलें सूख गई हैं, इसलिए शहर के लोग पानी के लिए टैंकरों पर निर्भर हैं. टैंकर पंजीकरण प्रक्रिया और अवैध पानी टैंकरों को जब्त करने के कारण अपार्टमेंट निवासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. कुछ लोग सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाए जाने पर अफसोस जता रहे हैं.

एक मशहूर अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स द्वारा प्रकाशित एक नोटिस इस समय सोशल मीडिया पर वायरल है. नोटिस में कहा गया,'हमें अपनी जल आपूर्ति के संबंध में गंभीर स्थिति के बारे में आपको सूचित करते हुए खेद है. केवल ओवरहेड टैंकों में पानी अधिकतम एक घंटे के लिए ही उपलब्ध होगा. इसके बाद पानी उपलब्ध नहीं होगा. इंदिरा नगर के एक अपार्टमेंट में प्रतिदिन आधी बाल्टी पानी इस्तेमाल करने की हिदायत दी गई है. घर के सदस्यों को नहाने के लिए दिन में केवल आधी बाल्टी पानी का उपयोग करना चाहिए, फर्श पोंछने और घर धोने में अधिक पानी बर्बाद न करें. वॉशिंग मशीन का अनावश्यक उपयोग न करें.

ये भी पढ़ें- बेंगलुरु जल संकट: BBMP हेल्पलाइन नंबर पर आए सैकड़ों कॉल, इन गतिविधियों पर लगेगा ₹5,000 जुर्माना

बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में जल संकट जारी है. कई इलाकों में लोग पीने के पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. भारी उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों और मशीनों की जरूरतों के लिए भी पानी की आपूर्ति कम हो गई है. अगर यही स्थिति जारी रही तो कई कंपनियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. उद्योगपति तुरंत पानी आपूर्ति की मांग कर रहे हैं.

पीन्या इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष आरिफ ने कहा, 'पहले सरकार ने पीन्या औद्योगिक क्षेत्र के बोरवेल को बंद कर दिया था क्योंकि बोरवेल के पानी में धातु पाई गई थी. उसके बाद उद्योग केवल कावेरी जल पर निर्भर थे. अब कावेरी जल आपूर्ति बंद हो गई है. अगर स्थिति ऐसी ही जारी रही तो संभावना है कि पीन्या औद्योगिक क्षेत्र में कई कंपनियां बंद हो जाएंगी.'

आरिफ ने रोते हुए कहा, 'पीन्या औद्योगिक क्षेत्र में लगभग 16 हजार उद्योग हैं जो बेंगलुरु शहर का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है. यहां 12 लाख से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं. पानी की कमी के कारण 50 फीसदी उद्योग ठप हैं. अब पानी की कमी के चलते जल बोर्ड ने पेयजल को प्राथमिकता देते हुए इस इलाके में पानी की सप्लाई 60 फीसदी तक कम कर दी है. यहां के बोरवेल भी लगभग सूख चुके हैं.'

उन्होंने कहा, 'उद्योगों के लिए पर्याप्त पानी नहीं है. यहां तक कि दैनिक शौचालय के उपयोग के लिए भी श्रमिकों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है. शहर में पानी की समस्या बढ़ने पर जल बोर्ड ने घरेलू कनेक्शनों में पर्याप्त पानी की आपूर्ति करने के उद्देश्य से वाणिज्य और उद्योगों को पानी की आपूर्ति कम कर दी है. सबसे ज्यादा पीन्या औद्योगिक क्षेत्र में 60 फीसदी पानी कटौती के कारण भीषण जलसंकट है. ऐसी स्थिति है कि भोजन के बाद हाथ धोने के लिए भी पानी नहीं है. हम पीने के पानी के लिए डिब्बों का उपयोग कर रहे हैं. शौचालय के उपयोग और सफाई के लिए पानी की समस्या है.'

अवैध पानी टैंकर जब्त, अपार्टमेंट निवासियों के लिए संकट: चूंकि बोरवेल और झीलें सूख गई हैं, इसलिए शहर के लोग पानी के लिए टैंकरों पर निर्भर हैं. टैंकर पंजीकरण प्रक्रिया और अवैध पानी टैंकरों को जब्त करने के कारण अपार्टमेंट निवासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. कुछ लोग सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाए जाने पर अफसोस जता रहे हैं.

एक मशहूर अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स द्वारा प्रकाशित एक नोटिस इस समय सोशल मीडिया पर वायरल है. नोटिस में कहा गया,'हमें अपनी जल आपूर्ति के संबंध में गंभीर स्थिति के बारे में आपको सूचित करते हुए खेद है. केवल ओवरहेड टैंकों में पानी अधिकतम एक घंटे के लिए ही उपलब्ध होगा. इसके बाद पानी उपलब्ध नहीं होगा. इंदिरा नगर के एक अपार्टमेंट में प्रतिदिन आधी बाल्टी पानी इस्तेमाल करने की हिदायत दी गई है. घर के सदस्यों को नहाने के लिए दिन में केवल आधी बाल्टी पानी का उपयोग करना चाहिए, फर्श पोंछने और घर धोने में अधिक पानी बर्बाद न करें. वॉशिंग मशीन का अनावश्यक उपयोग न करें.

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