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शाहजहां के अवैध भूमि सौदों में बंगाल के मंत्री भी शामिल, लाभ का मिला हिस्सा :ED - ED big claims on Bengal ministers - ED BIG CLAIMS ON BENGAL MINISTERS

ED claims on Bengal ministers: ईडी ने कोलकाता की एक विशेष अदालत को बताया कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में शेख शाहजहां के अवैध भूमि-हथियाने के सौदों से उत्पन्न लाभ का एक हिस्सा राज्य मंत्रिमंडल के कुछ प्रभावशाली सदस्यों को गया है. शाहजहां के अवैध भूमि सौदों में बंगाल के मंत्रियों को भी लाभ का हिस्सा मिला है.

BENGAL MINISTERS ALSO INVOLVED IN SHAHJAHANS ILLEGAL BUSINESSES CLAIMS ED
ED का कोर्ट में बड़ा दावा, 'शाहजहां के अवैध भूमि सौदों में बंगाल के मंत्री भी शामिल'
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Apr 29, 2024, 9:59 PM IST

कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने संदेशखाली में शेख शाहजहां की नौका सेवा, मछली और मेमने की निविदा के बारे में दावे करते हुए इसे अवैध करार दिया है. ईडी ने कहा है कि राज्य के 2-3 मंत्रियों ने भी इन अवैध धंधों की आड़ में करोड़ों रुपये की हेराफेरी की है. हालांकि, ईडी की ओर से उन मंत्रियों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है.

प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को कोलकाता में एक विशेष अदालत को बताया कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में शेख शाहजहां के अवैध भूमि-हथियाने के सौदों से उत्पन्न लाभ का एक हिस्सा राज्य मंत्रिमंडल के कुछ प्रभावशाली सदस्यों को गया है. ईडी के वकील ने अदालत को यह भी बताया कि सौदों से अर्जित धन का एक हिस्सा अत्याधुनिक हथियार खरीदने में भी निवेश किया गया था. एजेंसी का दावा एक संयुक्त तलाशी अभियान के बाद अत्याधुनिक आग्नेयास्त्रों, गोला-बारूद, विस्फोटकों और बमों की बरामदगी के बीच आया है.

ईडी ने दावा किया कि 2016 से 2023 तक शाहजहां और उनके अनुयायियों को नियमों का उल्लंघन कर फेरी सर्विस समेत विभिन्न व्यवसायों के लिए टेंडर दिए गए हैं. घटनाक्रम के ठीक बाद जांचकर्ताओं ने शाहजहां के कई बैंक विवरण और आसपास के सबूत इकट्ठा करके दावा किया कि राज्य के मंत्री भी इस घटना में शामिल हैं. जांच के दौरान, ईडी अधिकारियों को पता चला कि शेख शाहजहां और उनके दो भाई आरोपी हैं.

शेख आलमगीर और फरार डॉक्टर सिराज के पश्चिम बंगाल की कई प्रभावशाली हस्तियों से अच्छे संबंध थे. वे दोनों भाई मछली फेरी से लेकर नौका सेवा तक के व्यवसाय पर नैतिक प्रभाव डालकर शाहजहां का नाम पाने की कोशिश कर रहे थे. सुनवाई के दौरान, शस्त्रागार के ठिकाने का पता लगाने का मुद्दा उठा. ईडी अधिकारियों का दावा है कि हथियारों के जखीरे में पाए गए हथियार शाहजहां के कई अवैध सौदों की आय से खरीदे गए थे.

पिछले हफ्ते संदेशखाली में शाहजहां के एक करीबी सहयोगी के आवास पर सीबीआई और एनएसजी ने छापा मारा था. सोमवार को ईडी के वकील ने अदालत को यह भी बताया कि शाहजहां ने विभिन्न सरकारी परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी विभिन्न निविदाओं में हेरफेर करने में भी प्रभाव का इस्तेमाल किया. ईडी के वकील ने विशेष अदालत को बताया कि यह सुनिश्चित करने के लिए निविदा प्रक्रिया में हेराफेरी की गई थी कि केवल शाहजहां के करीबी सहयोगियों को ही ठेके दिए जाएं.

विशेष अदालत में पेश किए जाने के दौरान, इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों ने शाहजहां से हाल ही में संदेशखाली से हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की बरामदगी के बारे में सवाल किया. हालांकि उन्होंने इस मुद्दे पर कोई भी जवाब देने से इनकार कर दिया.

पढ़ें: ममता ने साधा भाजपा पर निशाना, कहा-2004 वाला हाल होगा

कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने संदेशखाली में शेख शाहजहां की नौका सेवा, मछली और मेमने की निविदा के बारे में दावे करते हुए इसे अवैध करार दिया है. ईडी ने कहा है कि राज्य के 2-3 मंत्रियों ने भी इन अवैध धंधों की आड़ में करोड़ों रुपये की हेराफेरी की है. हालांकि, ईडी की ओर से उन मंत्रियों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है.

प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को कोलकाता में एक विशेष अदालत को बताया कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में शेख शाहजहां के अवैध भूमि-हथियाने के सौदों से उत्पन्न लाभ का एक हिस्सा राज्य मंत्रिमंडल के कुछ प्रभावशाली सदस्यों को गया है. ईडी के वकील ने अदालत को यह भी बताया कि सौदों से अर्जित धन का एक हिस्सा अत्याधुनिक हथियार खरीदने में भी निवेश किया गया था. एजेंसी का दावा एक संयुक्त तलाशी अभियान के बाद अत्याधुनिक आग्नेयास्त्रों, गोला-बारूद, विस्फोटकों और बमों की बरामदगी के बीच आया है.

ईडी ने दावा किया कि 2016 से 2023 तक शाहजहां और उनके अनुयायियों को नियमों का उल्लंघन कर फेरी सर्विस समेत विभिन्न व्यवसायों के लिए टेंडर दिए गए हैं. घटनाक्रम के ठीक बाद जांचकर्ताओं ने शाहजहां के कई बैंक विवरण और आसपास के सबूत इकट्ठा करके दावा किया कि राज्य के मंत्री भी इस घटना में शामिल हैं. जांच के दौरान, ईडी अधिकारियों को पता चला कि शेख शाहजहां और उनके दो भाई आरोपी हैं.

शेख आलमगीर और फरार डॉक्टर सिराज के पश्चिम बंगाल की कई प्रभावशाली हस्तियों से अच्छे संबंध थे. वे दोनों भाई मछली फेरी से लेकर नौका सेवा तक के व्यवसाय पर नैतिक प्रभाव डालकर शाहजहां का नाम पाने की कोशिश कर रहे थे. सुनवाई के दौरान, शस्त्रागार के ठिकाने का पता लगाने का मुद्दा उठा. ईडी अधिकारियों का दावा है कि हथियारों के जखीरे में पाए गए हथियार शाहजहां के कई अवैध सौदों की आय से खरीदे गए थे.

पिछले हफ्ते संदेशखाली में शाहजहां के एक करीबी सहयोगी के आवास पर सीबीआई और एनएसजी ने छापा मारा था. सोमवार को ईडी के वकील ने अदालत को यह भी बताया कि शाहजहां ने विभिन्न सरकारी परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी विभिन्न निविदाओं में हेरफेर करने में भी प्रभाव का इस्तेमाल किया. ईडी के वकील ने विशेष अदालत को बताया कि यह सुनिश्चित करने के लिए निविदा प्रक्रिया में हेराफेरी की गई थी कि केवल शाहजहां के करीबी सहयोगियों को ही ठेके दिए जाएं.

विशेष अदालत में पेश किए जाने के दौरान, इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों ने शाहजहां से हाल ही में संदेशखाली से हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की बरामदगी के बारे में सवाल किया. हालांकि उन्होंने इस मुद्दे पर कोई भी जवाब देने से इनकार कर दिया.

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