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बसंत पंचमी: आखिर क्यों 'विद्या की देवी' को पसंद है पीला रंग, जानें क्या है खास दिन का महत्व - बसंत पंचमी

Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी को बसंत ऋतु का आगमन माना जाता है, विद्या की देवी सरस्वती जी के इस स्पेशल दिन पर पीले रंग का विशेष महत्व है. आइए जानते हैं बसंत पंचमी के महत्व और इससे जुड़ी जरुरी बातों को.

Basant Panchami
बसंत पंचमी
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 13, 2024, 8:55 PM IST

हैदराबाद: वसंत ऋतु का इंतजार हर किसी को होता है क्योंकि बसंत कई सारी सौगात अपने साथ लेकर आता है. बसंत ऋतु की शुरुआत भी खास दिन बसंत पंचमी पर होती है. बसंत पंचमी का त्यौहार हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथी के दिन मनाया जाता है. इस बार यह त्यौहार 14 फरवरी 2024 को बुधवार दिन मनाया जा रहा है. इसी दिन विद्या की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती जी का जन्म भी हुआ था इसीलिए इस दिन सरस्वती जी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है.

Basant Panchami
बसंत पंचमी

पीले रंग का है विशेष महत्व

बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की आराधना की जाती है. इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनना बहुत शुभ माना जाता है. क्योंकि ऐसा माना जाता है कि मां सरस्वती को पीला रंग बेहद प्रिय है. इसीलिए बसंत पंचमी पर पीले रंग के कपड़े, पीले रंग का भोग, पीले रंग के पुष्प, पीले अक्षत, पीले रंग की चुनरी मां सरस्वती को अर्पित की जाती है. पीले रंग का धार्मिक मह्त्व जानें तो पीला रंग पॉजीटिविटी को स्त्रोत होता है. ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों का ब्रहस्पति कमजोर होता है उन्हें पीले रंग के वस्त्र पहनने चाहिए. पीला रंग ज्ञान, बुद्धि की बढ़ोतरी करने वाला और सर्वाधिक शुभ फलदायक भी माना जाता है. इसके साथ ही पीले रंग का तिलक लगाने से मन भी शांत रहता है.

बसंत पंचमी सरस्वती जी के जन्म के उपलक्ष्य में मनाई जाती है अगर आप भी मां सरस्वती का आशीर्वीद लेना चाहते हैं तो जरुर पीले वस्त्रों को पहने, पीले रंग का प्रसाद भोग में चढाएं और विद्या की देवी को पीले रंग के फूल अर्पित करें.

सरस्वती पूजा 2024: समय

बसंत पंचमी 2024 का समय इस प्रकार है:

  • वसंत पंचमी मुहूर्त- सुबह 07:01 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक
  • वसंत पंचमी मध्याह्न क्षण - दोपहर 12:35 बजे
  • पंचमी तिथि प्रारंभ- 13 फरवरी 2024 को दोपहर 02:41 बजे से
  • पंचमी तिथि समापन- 14 फरवरी 2024 को दोपहर 12:09 बजे.

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हैदराबाद: वसंत ऋतु का इंतजार हर किसी को होता है क्योंकि बसंत कई सारी सौगात अपने साथ लेकर आता है. बसंत ऋतु की शुरुआत भी खास दिन बसंत पंचमी पर होती है. बसंत पंचमी का त्यौहार हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथी के दिन मनाया जाता है. इस बार यह त्यौहार 14 फरवरी 2024 को बुधवार दिन मनाया जा रहा है. इसी दिन विद्या की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती जी का जन्म भी हुआ था इसीलिए इस दिन सरस्वती जी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है.

Basant Panchami
बसंत पंचमी

पीले रंग का है विशेष महत्व

बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की आराधना की जाती है. इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनना बहुत शुभ माना जाता है. क्योंकि ऐसा माना जाता है कि मां सरस्वती को पीला रंग बेहद प्रिय है. इसीलिए बसंत पंचमी पर पीले रंग के कपड़े, पीले रंग का भोग, पीले रंग के पुष्प, पीले अक्षत, पीले रंग की चुनरी मां सरस्वती को अर्पित की जाती है. पीले रंग का धार्मिक मह्त्व जानें तो पीला रंग पॉजीटिविटी को स्त्रोत होता है. ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों का ब्रहस्पति कमजोर होता है उन्हें पीले रंग के वस्त्र पहनने चाहिए. पीला रंग ज्ञान, बुद्धि की बढ़ोतरी करने वाला और सर्वाधिक शुभ फलदायक भी माना जाता है. इसके साथ ही पीले रंग का तिलक लगाने से मन भी शांत रहता है.

बसंत पंचमी सरस्वती जी के जन्म के उपलक्ष्य में मनाई जाती है अगर आप भी मां सरस्वती का आशीर्वीद लेना चाहते हैं तो जरुर पीले वस्त्रों को पहने, पीले रंग का प्रसाद भोग में चढाएं और विद्या की देवी को पीले रंग के फूल अर्पित करें.

सरस्वती पूजा 2024: समय

बसंत पंचमी 2024 का समय इस प्रकार है:

  • वसंत पंचमी मुहूर्त- सुबह 07:01 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक
  • वसंत पंचमी मध्याह्न क्षण - दोपहर 12:35 बजे
  • पंचमी तिथि प्रारंभ- 13 फरवरी 2024 को दोपहर 02:41 बजे से
  • पंचमी तिथि समापन- 14 फरवरी 2024 को दोपहर 12:09 बजे.

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