अयोध्या : करीब 500 सालों के बाद रामलला के अपने महल में विराजने के बाद रामनगरी की इस बार की दीपावली कई मायने में खास है. हर साल की तरह इस बार भी भव्य दीपोत्सव की तैयारी है. 28 अक्टूबर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत भी हो चुकी है. सरयू घाट से लेकर मठ-मंदिर दीपों की रोशनी में नहाएंगे. राम की पैड़ी के 55 घाटों पर 28 लाख दीये बिछाने का काम पूरा हो चुका है. 30 अक्तूबर की शाम को इनके जरिए नया विश्व कीर्तिमान बनाने की तैयारी है.
रामनगरी में हर साल दीपोत्सव की धूम रहती है. लाखों की संख्या में दीये जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाता है. इस बार भी दीपोत्सव के आठवें साल 25 लाख दीयों को रोशन कर नया वर्ल्ड रिकार्ड बनाने की तैयारी है. इसके लिए करीब 28 लाख दीये बिछाए गए हैं. अवध विश्वविद्यालय से जुड़े विभिन्न महाविद्यालय और इंटर कॉलेज के 30 हजार वालंटियर कड़ी धूप में कड़ी मेहनत कर रहे हैं. राम की पैड़ी पर दीये बिछाने का कार्य पूरा कर लिया गया है.
कड़े धूप के बावजूद डटे रहे वालंटियर : वालंटियर आदित्य सिंह ने बताया कि हम लोगों ने बड़े उत्साह के साथ दीयों को बिछाने का कार्य किया है. महाविद्यालय की ओर से हमें पहली बार इस उत्सव में शामिल होने का मौका मिला है. वहीं वालंटियर हर्षित पांडेय ने बताया कि हमारी टीम को 24, 25, 27 और 28 नंबर के 4 घाटों करीब 60 हजार दीये बिछाने की जिम्मेदारी मिली थी. हमने कड़ी धूप के बावजूद इस लक्ष्य को पूरा कर लिया है. हम लोगों में बहुत उत्साह है.
नोडल अधिकारी एसएस मिश्रा ने बताया कि सभी घाटों पर दीये बिछाने का काम पूरा हो चुका है. प्रभु श्रीराम के आगमन के साथ ही करीब 30000 वालंटियर 30 अक्टूबर को इन दीयों को जलाने का कार्य करेंगे. सभी छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह है. पूरे अयोध्यवासी काफी उत्साहित हैं.
फूलों से सजेगा राम पथ, 2200 कर्मचारी तैनात : रामपथ को फूलों से सजाने की तैयारी है. सड़कों और फुटपाथ की धुलाई की जा रही है. महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया कि दीपोत्सव की तैयारी चल रही है. पूरी अयोध्या को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जा रहा है. इस बार नगर निगम पूरे राम पथ को फूलों से सजावट कर रहा है. कलयुग में त्रेता युग का वातावरण बनाने का संकल्प लेकर हम लोग कार्य कर रहे हैं.
जिस तरह लंका पर विजय प्राप्त कर प्रभु राम अयोध्या पहुंचे थे, उसी तरह कलयुग में भी अयोध्या को सजाया जा रहा है. लगभग 200 मठ व मंदिर चिन्हित किए गए हैं. यहां दीप जलाए जाएंगे. 2200 से ज्यादा सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है. शहर को 5 जोन और 20 सेक्टर में बांटा गया है. जगह-जगह पर पीने की पानी की व्यवस्था की गई है. गोबर से बने दीये को गुप्तार घाट पर प्रज्ज्वलित किया जाएगा.
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