गुवाहाटी: असम कांग्रेस ने सीएम हिमंत बिस्वा सरमा पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है. इस सिलसिले में पार्टी ने चुनाव आयोग को एक लैटर भी लिखा है. जानकारी के मुताबिक असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने पत्र में उल्लेख किया है कि 18 मार्च, 2024 को मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया था कि यदि वह चाहें तो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के सभी उम्मीदवार भाजपा में शामिल हो जाएंगे.
ईसीआई को लिखे पत्र में एपीसीसी प्रमुख भूपेन बोरा ने लिखा कि पूरे सम्मान के साथ मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि आदर्श आचार संहिता 6-3-2024 की शाम से लागू हो गई है और सभी राजनीतिक दल और उसके सदस्य इसके लिए बाध्य है और इसका पालन करें.
ईसीआई को लिखे पत्र में उल्लेख किया गया है कि, 'सर, असम के मुख्यमंत्री ने 18 मार्च, 2024 को मीडिया को संबोधित करते हुए दावा किया था कि यदि वह चाहें तो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के सभी उम्मीदवार भाजपा में शामिल हो जाएंगे. उन्होंने आगे टिप्पणी की हैं कि कांग्रेस के सभी उम्मीदवार चुनाव जीतने पर भी भाजपा में शामिल हो जाएंगे और इसलिए कांग्रेस के पक्ष में वोट देने का कोई मतलब नहीं है. असम के मुख्यमंत्री के उक्त बयान को व्यापक प्रचार मिला और इससे आम मतदाताओं के बीच गलत संदेश जा रहा है.
हमारे अनुसार यह दो मामलों में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है: (ए) इस तरह के अपमानजनक झूठे बयान देकर जिसका कोई सबूत नहीं है. वह मतदाताओं की पसंद को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है जो मॉडल के अनुरूप नहीं है. और दुसरा आचार संहिता (बी) जिसमें उक्त बयान देकर वह कांग्रेस उम्मीदवारों को लुभाने की भी कोशिश कर रहे हैं जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के संचालन के अनुरूप नहीं है. पत्र में आगे कहा गया है कि चुनाव आयोग द्वारा बार-बार यह टिप्पणी की गई है कि चुनाव के दौरान राजनीतिक नेतृत्व को ढीली बातें नहीं करनी चाहिए और निराधार आरोप भी नहीं लगाना चाहिए.
इतना ही नहीं बोरा ने मुख्य चुनाव आयुक्त से आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन के लिए सीएम सरमा के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करने का भी आग्रह किया. बोरा ने पत्र के अंत में लिखा कि उपर्युक्त बयान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन प्रतीत होता है. माननीय आयुक्त को राज्य के मुख्यमंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. हमें उम्मीद है कि भारत का चुनाव आयोग इसके द्वारा इसकी निष्पक्षता बरकरार रखते हुए असम के मुख्यमंत्री श्री हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी.