नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उन्हें तिहाड़ जेल वापस जाने को लेकर कोई ‘तनाव या चिंता’ नहीं है. उन्होंने कहा कि देश बचाने के लिए जेल जाना ‘संघर्ष’ का हिस्सा है.
बता दें कि केजरीवाल की अंतरिम जमानत एक जून को खत्म होगी. सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को केजरीवाल को लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करने अंतरिम जमानत दी थी. उन पर कथित शराब घोटाले का आरोप है.
अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार शाम ‘पीटीआई वीडियो’ को दिए एक इंटरव्यू में जेल वापस भेजे जाने के सवाल पर कहा, "मुझे कोई तनाव या चिंता नहीं है. यदि मुझे वापस जाना पड़ा तो मैं वापस जाऊंगा… मैं इसे देश को बचाने के अपने संघर्ष का हिस्सा मानता हूं." जेल में बिताए समय को याद करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने ‘गीता’, ‘रामायण’ और देश के राजनीतिक इतिहास सहित तीन-चार किताबें पढ़ीं. उन्होंने दावा किया कि इससे उनका नजरिया बदल गया है.
पीटीआई इंटरव्यू में हर मुद्दे पर बोले केजरीवाल, पढ़िए-
- केजरीवाल का आरोपः अरविंद केजरीवाल ने कहा, "जरा कल्पना कीजिए कि आपकी हर गतिविधि पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है. इससे जीवन मुश्किल हो जाएगा. मेरे लिए निश्चिंत होने का कोई समय नहीं था.’
- चुनावी बॉण्ड का मुद्दाः चुनावी बॉन्ड के मुद्दे पर ‘आप’ संयोजक ने कहा कि यदि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ सत्ता में आता है, तो स्वतंत्र भारत के ‘सबसे बड़े घोटाले’ की जांच का आदेश दिया जाएगा.
- कथित शराब घोटालाः केजरीवाल ने कहा, "कथित शराब घोटाला खालिस्तान आरोप की तरह है. मुझे इन सब आरोपों पर हंसी आती है."
- आम आदमी पार्टी परः केजरीवाल ने कहा, ‘मैं कहता हूं कि केजरीवाल को फांसी दे दो यदि आपको लगता है कि फांसी देने से आम आदमी पार्टी खत्म हो जाएगी. ‘आप’ एक पार्टी नहीं है, यह एक सोच है. एक केजरीवाल मरेगा, सैकड़ों और पैदा हो जाएंगे.’AAP को आरोपी बनाए जाने के सवाल पर केजरीवाल ने दावा किया कि जल्द ही अन्य सभी विपक्षी दलों को विभिन्न मामलों में आरोपी बनाया जाएगा और उनके खाते फ्रीज कर दिए जाएंगे.
- पत्नी सुनीता को लेकर हुए भावुकः केजरीवाल ने कहा, "मेरे जीवन के हर कदम पर सुनीता ने मेरा साथ दिया है. मैं उनके जैसी जीवनसंगिनी पाने वाला सौभाग्यशाली व्यक्ति हूं. मुझ जैसे सनकी इंसान को बर्दाश्त करना आसान नहीं है. दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में काम करने के लिए साल 2000 में मैंने आयकर आयुक्त की नौकरी से छुट्टी ली और फिर सामाजिक कार्य पर पूरा वक्त देने के लिए इस्तीफा दे दिया. उस समय मुझे इस बात का कोई अंदाज़ा नहीं था कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा या कोई पार्टी बनाऊंगा या चुनाव लड़ूंगा. मैं बस प्रोत्साहित था और मैंने 10 साल तक काम किया. तब भी उन्होंने मेरा साथ दिया. सोचिए कि तब उन पर क्या गुजरी होगी."
- 6. इस्तीफे के सवाल पर क्या कहा: अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं सत्ता का लालची नहीं हूं, मैंने इनकम टैक्स की नौकरी छोड़कर झुग्गी झोपड़ियों में काम किया. अगर मैंने इस्तीफा दे दिया तो ये सेट हो जायेगा कि विपक्षियों को जेल में डालों और उनकी सरकार गिराओ. जहां जहां बीजेपी की हार होगी वहां के मुख्यमंत्री को जेल में डालकर सरकार गिरा दी जायेगी. ममता बनर्जी, स्टालिन और भी कई मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार कर उनकी सरकार गिरा दी जाएगी. जो जनतंत्र के लिए सही नहीं है
- स्वाति मालीवाल के सवाल पर क्या कहा: अरविंद केजरीवाल ने स्वाति मालीवाल केस पर कहा कि मामला कोर्ट में चला गया है, दिल्ली पुलिस जांच कर रही है कोई भी टिप्पणी करना उचित नहीं होगा, मुझे उम्मीद है कि इस मामले में जस्टिस होना चाहिए. निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
- क्या सुनीता केजरीवाल चुनाव लड़ेंगी: अरविंद केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि सुनीता केजरीवाल भविष्य में कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी.
- अगर जीते तो इंडिया BLOCK का पीएम फेस कौन होगा: इस सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि इसको 4 जून के बाद डिसाइड किया जायेगा. अभी देश और संविधान को बचाने के लिए जो जरूरी होगा वो करेंगे.
- क्या आप पीएम फेस होंगे?: अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मेरा ऐसा कोई मकसद नहीं है.