अल्मोड़ा (उत्तराखंड): दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में कर्तव्य पथ पर सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा के कलाकार अपनी कला का जलवा बिखेरेंगे. अल्मोड़ा की संस्कार सांस्कृतिक समिति के 50 कलाकार कुमाऊं के प्रसिद्ध लोकनृत्य छपेली पर प्रस्तुति देंगे. छपेली कुमाऊं के पर्वतीय अंचल के सबसे ज्यादा लोकप्रिय लोकगीतों में शुमार है. जिसका गायन खास मौकों पर किया जाता है.
कलाकारों का किया गया चयन: कुमाऊं की लोक संस्कृति की विभिन्न विधाएं हैं. कुमाऊंनी छपेली, उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में गाए जाने वाला एक पारंपरिक लोकगीत है और यह एक नृत्य गीत है, जिसे जोड़ और आलाप के साथ गाया जाता है. छपेली लोकनृत्य उल्लासपूर्ण संगीत के साथ भावपूर्ण होता है. जिसमें सजीव और अर्थपूर्ण नृत्य की भाव भंगिमाएं होती हैं. समिति के प्रकाश बिष्ट ने बताया कि इसके लिए दल के कलाकारों को चयनित किया गया है, जिसका नेतृत्व ललित मोहन बिष्ट कर रहे हैं.
रिर्हसल के बाद टीम रवाना: यह कार्यक्रम संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार व संगीत नाटक अकादमी के तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है. जिसमें देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 5000 कलाकार हिस्सा ले रहे हैं. एक महीने की रिर्हसल के बाद कर्तव्य पथ पर 26 जनवरी को सभी कलाकार लोक संस्कृति की प्रस्तुति देंगे. जिसका नृत्य संयोजन जाने माने कोरियोग्राफर अकुर पठान, संजय शर्मा, कल्पेग सुभाष, शुभम पटेल और उनके 11 सदस्यीय दल द्वारा किया जा रहा है.
जनप्रतिनिधियों और सांस्कृतिक प्रेमियों ने जताई खुशी: इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए उत्तराखंड के सांस्कृतिक संस्था संस्कार सांस्कृतिक समिति के 50 कलाकारों का चयन किया गया है. अल्मोड़ा के कलाकारों का चयन होने पर विधायक मनोज तिवारी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल, सांस्कृतिक निदेशालय उत्तराखंड की निदेशक बीना भट्ट समेत कई सांस्कृतिक प्रेमियों ने खुशी व्यक्त की है.
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