श्रीनगर : 52 दिन से चल रही अमरनाथ यात्रा का सोमवार को समापन हो गया. इस वर्ष देश के विभिन्न भागों से आए करीब पांच लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए. भगवान शिव की पवित्र छड़ी जिसे "छड़ी मुबारक" के नाम से जाना जाता है, आज सुबह दक्षिण कश्मीर हिमालय में श्री अमरनाथ जी गुफा मंदिर पहुंची, जिससे 52 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ जी यात्रा का औपचारिक समापन हो गया.
पंचतरणी बेस कैंप में एक रात बिताने के बाद, पवित्र छड़ी (छड़ी मुबारक) के संरक्षक महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में साधुओं का एक समूह छड़ी मुबारक लेकर सोमवार सुबह श्री अमरनाथ गुफा पहुंचा. श्रावण-पूणिमा रक्षाबंधन के अवसर पर, पवित्र छड़ी मुबारक को महंत दीपेंद्र गिरि महाराज के नेतृत्व में साधुओं द्वारा सुबह-सुबह श्री अमरनाथ जी गुफा मंदिर में ले जाया गया. साधुओं ने विशेष पूजा अर्चना की और यात्रा का समापन किया. इस वर्ष यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी, इस वर्ष 5 लाख से अधिक यात्रियों ने पवित्र गुफा मंदिर के दर्शन किए और भगवान शिव की पूजा की.
हालांकि अमरनाथ गुफा की एक संरचना है जो चंद्रमा के हिसाब के साथ घटती व बढ़ती रहती है. वहीं तीर्थयात्रियों का मानना है कि यह संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतिनिधित्व करती है. अमरनाथ तीर्थयात्रा रक्षाबंधन पर श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर संपन्न होती है.
बता दें कि छड़ी मुबारक के संरक्षक स्वामी दीपेंद्र गिरि ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता वाले श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन द्वारा तीर्थयात्रियों के लिए की गई व्यवस्था पर संतोष जताया था. स्वामी गिरि ने कहा था कि अमरनाथ गुफा मंदिर तक जाने वाले मार्ग को चौड़ा किए जाने समेत कई सुविधाओं को बढ़ाए जाने से तीर्थयात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई.
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