चंडीगढ़: असम के डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल से मिलने गए उनके वकील राजदेव सिंह खालसा का एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने दावा किया कि अमृतपाल खडूर साहिब सीट से चुनाव लड़ेंगे. उस समय अमृतपाल के माता-पिता ने इन दावों और खबरों का एकसिरे से खंडन किया था, लेकिन अब यह तय हो गया है कि अमृतपाल चुनावी मैदान में उतरेगा.
अमृतपाल की मां ने किया ऐलान: अमृतपाल से जेल में मुलाकात के बाद उसकी मां ने पुष्टि की है कि वह किसी पार्टी के बैनर तले नहीं, बल्कि खडूर साहिब से एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेगा. अमृतपाल की मां ने कहा कि उनके बेटे की कोई निजी राय नहीं है, लेकिन जनता के दबाव के कारण वह चुनाव मैदान में उतरेगा. साथ ही वह अपने साथियों को भी जेल से बाहर निकालने की कोशिश करेगा.
राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत डिब्रूगढ़ जेल में बंद: अमृतपाल सिंह इस समय राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत डिब्रूगढ़ जेल में बंद है. अमृतपाल और उसके समर्थकों ने अपहरण और दंगे के एक आरोपी तूफान की रिहाई की मांग को लेकर अमृतसर के अजनाला पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया था. इस दौरान 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. पुलिस थाने पर हमले के बाद जब पंजाब पुलिस ने उस पर शिकंजा कसा तो उसने सरेंडर कर दिया.
अमृतपाल के खिलाफ उसके एक पूर्व सहकर्मी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उस पर आरोप लगाया गया कि इन सभी ने कथित तौर पर अजनाला से बरिंदर सिंह नाम के एक व्यक्ति का अपहरण किया और फिर उसकी पिटाई की. उसने देश के गृह मंत्री अमित शाह को भी धमकी दी थी.
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