नई दिल्ली: इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के संपत्ति के बंटवारे वाले बयान को लेकर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने की ठान ली है. पित्रोदा की टिप्पणी पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह बेनकाब हो गई है. शाह ने कहा कि कांग्रेस के मेनिफेस्टो में सैम पित्रोदा की भागीदारी ज्यादा है. गृह मंत्री ने आगे कहा कि जब पीएम मोदी ने यह मामला उठाया तो कांग्रेस पार्टी के तमाम बड़े नेता घबरा गए और बैकफुट पर आ गए.
अमित शाह ने कहा कि जहां तक मैं मानता हूं कि कांग्रेस पार्टी अपने चुनावी घोषणा पत्र से इस बात को वापस लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि चुनाव में देश की जनता इसको बड़ी गंभीरता से लेगी. पित्रोदा के बयान पर शाह ने कहा कि आज उन्होंने देश के सामने पार्टी के मकसद को स्पष्ट कर दिया है. सबसे पहले उनकी पार्टी के घोषणापत्र में 'सर्वे' का जिक्र होना चाहिए, जिसमें पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का पुराना बयान, देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है, और अब सैम पित्रोदा की अमेरिकी टैक्स पर टिप्पणी कि धन के वितरण पर चर्चा होनी चाहिए.
इसके अलावा भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने भी पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस की आलोचना की. उन्होंने सोशल मीडिया 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा कि अब, सैम पित्रोदा धन के बंटवारे के लिए 50 प्रतिशत विरासत टैक्स की वकालत कर रहे हैं. इसका मतलब यह है कि हम अपनी सारी मेहनत और उद्यम से जो कुछ भी बनाएंगे, उसका 50 प्रतिशत छीन लिया जाएगा. यह 50 प्रतिशत उस टैक्स के अलावा होगा जो टैक्स हम देते हैं और अगर कांग्रेस जीतती है तो यह टैक्स भी बढ़ जाएगा. दरअसल, सैम पित्रोदा ने कहा है कि अमेरिका में 55 फीसदी विरासत टैक्स लगता है. सरकार 55 फीसदी हिस्सा ले लेती है.
उन्होंने कहा कि संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए. अगर किसी व्यक्ति के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है तो उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को और 55 फीसदी संपत्ति सरकार की हो जाती है. उन्होंने कहा कि भारत में ऐसा कानून नहीं है. ऐसे मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए और वे ऐसी नीतियों की बात कर रहे हैं, जो लोगों के हित में हो न कि सिर्फ अमीरों के हित में.