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AIP चीफ इंजीनियर रशीद की अंतरिम जमानत खत्म, तिहाड़ जेल में किया सरेंडर

Engineer Rashid Bail Expires Today: पांच साल तक जेल में रहने के बाद इंजीनियर रशीद को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए जमानत मिली थी.

ENGINEER RASHID BAIL EXPIRES TODAY
इंजीनियर रशीद की जमानत अवधि खत्म (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 2 hours ago

Updated : 1 hours ago

श्रीनगर: आवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) के प्रमुख और बारामूला से सांसद इंजीनियर रशीद ने सोमवार को तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया, क्योंकि आज उनकी अंतरिम जमानत अवधि समाप्त हो गई. बता दें, रशीद को 2017 में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत आतंकी फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार किया था. उसके बाद 2019 से वे तिहाड़ जेल में बंद थे.

ताजा जानकारी के मुताबिक रशीद सुबह श्रीनगर एयरपोर्ट से रवाना हुए. उनके साथ एआईपी के मुख्य प्रवक्ता इनाम-उन-नबी भी थे. दिल्ली की अदालत ने रशीद को 7 सितंबर को अंतरिम जमानत दी थी और आत्मसमर्पण की तारीख 3 अक्टूबर निर्धारित की थी. हालांकि, अदालत ने उनकी जमानत को दो बार पहले 13 अक्टूबर तक और बाद में 28 अक्टूबर तक बढ़ा दिया था. इस बीच, आतंकी फंडिंग मामले से संबंधित रशीद की नियमित जमानत याचिका पर फैसला सुनाए जाने की उम्मीद है.

इससे पहले जब वे जेल से रिहा हुए थे तब उन्होंने कहा था कि मैं ना तो भारत का दुश्मन हूं और ना ही पाकिस्तान का एजेंट. उन्होंने कहा था कि मैं संघर्ष करूंगा और पीएम मोदी से कश्मीर मुद्दे को शांतिपूर्वक हल करने के लिए मजबूर करूंगा. उन्होंने कहा कि वे अलगाववाद नहीं चाहते. वे सभी को एकजुट करने के लिए आए हैं. वहीं, उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में एक बार फिर से दरबार मूव शुरू करने की बात कही. इसके विरोध में उन्होंने एक मार्च भी निकाला था.

पढ़ें: क्या है दरबार मूव? जिसको लेकर अब्दुल्ला सरकार के खिलाफ हुआ प्रदर्शन, सड़क पर उतरे ​इंजीनियर रशीद

श्रीनगर: आवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) के प्रमुख और बारामूला से सांसद इंजीनियर रशीद ने सोमवार को तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया, क्योंकि आज उनकी अंतरिम जमानत अवधि समाप्त हो गई. बता दें, रशीद को 2017 में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत आतंकी फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार किया था. उसके बाद 2019 से वे तिहाड़ जेल में बंद थे.

ताजा जानकारी के मुताबिक रशीद सुबह श्रीनगर एयरपोर्ट से रवाना हुए. उनके साथ एआईपी के मुख्य प्रवक्ता इनाम-उन-नबी भी थे. दिल्ली की अदालत ने रशीद को 7 सितंबर को अंतरिम जमानत दी थी और आत्मसमर्पण की तारीख 3 अक्टूबर निर्धारित की थी. हालांकि, अदालत ने उनकी जमानत को दो बार पहले 13 अक्टूबर तक और बाद में 28 अक्टूबर तक बढ़ा दिया था. इस बीच, आतंकी फंडिंग मामले से संबंधित रशीद की नियमित जमानत याचिका पर फैसला सुनाए जाने की उम्मीद है.

इससे पहले जब वे जेल से रिहा हुए थे तब उन्होंने कहा था कि मैं ना तो भारत का दुश्मन हूं और ना ही पाकिस्तान का एजेंट. उन्होंने कहा था कि मैं संघर्ष करूंगा और पीएम मोदी से कश्मीर मुद्दे को शांतिपूर्वक हल करने के लिए मजबूर करूंगा. उन्होंने कहा कि वे अलगाववाद नहीं चाहते. वे सभी को एकजुट करने के लिए आए हैं. वहीं, उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में एक बार फिर से दरबार मूव शुरू करने की बात कही. इसके विरोध में उन्होंने एक मार्च भी निकाला था.

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Last Updated : 1 hours ago
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