नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अपने जवानों को हाई अलर्ट पर रखते हुए भारत-पाकिस्तान और भारत बांग्लादेश सीमा पर अपनी गश्त तेज करने को कहा है. यह अलर्ट एक खुफिया रिपोर्ट के आधार पर दिया गया जिसमें दावा किया गया कि लोकसभा चुनाव से पहले अराजकता पैदा करने के लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारत में घुसपैठ के प्रयास हो सकते हैं.
बीएसएफ के महानिरीक्षक सुरजीत सिंह गुलेरिया ने गुरुवार को ईटीवी भारत से कहा, 'हां, हमने अपने कर्मियों को हाई अलर्ट पर रखा है. ऐसी रिपोर्टों के बाद कि असामाजिक तत्व भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश कर सकते हैं, हमने सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी संदिग्ध गतिविधियों के प्रवेश को रोकने के लिए सीमा पर गश्त तेज कर दी है.'
यह पूछे जाने पर कि क्या बीएसएफ द्वारा किसी विशिष्ट मार्ग की पहचान की गई है जहां से घुसपैठिए भारत में घुसने की कोशिश कर सकते हैं. गुलेरिया ने कहा कि पूरी सीमा पर गश्त तेज कर दी गई है. गुलेरिया ने कहा, 'असामाजिक तत्व घुसपैठ के सामान्य रास्तों से भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर सकते हैं.' बीएसएफ ने पश्चिम बंगाल, असम और त्रिपुरा में कई संवेदनशील बिंदुओं की पहचान की है जहां से असामाजिक तत्व देश में प्रवेश करने की कोशिश कर सकते हैं.
4,096 किमी लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा : बीएसएफ को 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा की रक्षा करने का दायित्व सौंपा गया है, जिसमें असम में 262 किलोमीटर, त्रिपुरा में 856 किलोमीटर, मिजोरम में 318 किलोमीटर, मेघालय में 443 किलोमीटर और पश्चिम बंगाल में 2,217 किलोमीटर शामिल है.
2,289 किमी से अधिक अंतरराष्ट्रीय सीमा : इसी तरह, एजेंसी भारत की पश्चिमी सीमा के साथ जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात से लगने वाली 2,289 किमी से अधिक अंतरराष्ट्रीय सीमा की भी रक्षा करती है. पंजाब क्षेत्र पाकिस्तान के साथ 553 किमी बॉर्डर साझा करता है.
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हमारी पूर्वी सीमा की तरह पश्चिमी सीमा पर भी अलर्ट जारी किया गया है. बीएसएफ ने पाकिस्तान सीमा पर भी गश्त तेज कर दी है.'
ड्रोन गतिविधियों पर नजर : अधिकारी के मुताबिक, पाकिस्तान के राज्य प्रायोजित आतंकवादी संगठन निश्चित रूप से आगामी चुनाव से पहले भारत में अराजकता पैदा करने की कोशिश करेंगे. अधिकारी ने कहा कि 'हमने अपने कर्मियों से गश्त तेज करने को कहा है. हमने अपनी ड्रोन रोधी इकाइयों को ड्रोन गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के लिए विशेष निर्देश भी दिए हैं.'
गौरतलब है कि हाल ही में सभी अर्धसैनिक बलों और सीमा सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख के साथ एक बैठक में चुनाव आयोग (ईसी) ने बलों से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कड़ी निगरानी बनाए रखने को कहा है.
बैठक की अध्यक्षता करने वाले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, 'असम राइफल्स द्वारा भारत-म्यांमार सीमा पर, एसएसबी द्वारा विशेष रूप से नेपाल के साथ पोरस बॉर्डर वाले क्षेत्रों में भारत नेपाल सीमा, बीएसएफ द्वारा भारत-बांग्लादेश सीमा और पश्चिमी सीमाओं, आईटीबीपी द्वारा भारत-चीन सीमा पर तटीय क्षेत्र वाले राज्यों में भारतीय तटरक्षक बल द्वारा विशेष गश्त की जरूरत है.
अधिकारी के अनुसार, बीएसएफ द्वारा संरक्षित दोनों सीमाएं इस तथ्य के बाद बहुत संवेदनशील हैं कि भारत-पाकिस्तान सीमा हथियारों और गोला-बारूद के साथ-साथ आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए संवेदनशील हैं, जबकि भारत-बांग्लादेश सीमा नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए खतरा है.
अधिकारी ने कहा, 'पश्चिम बंगाल सेक्टर के साथ भारत-बांग्लादेश सीमा भी उन रिपोर्टों के बाद बहुत महत्वपूर्ण है कि आतंकवादी पोरस सीमा का लाभ उठाकर भारत में घुसने की कोशिश कर सकते हैं.'
आंकड़ों के अनुसार बीएसएफ ने 2023 में पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा पर 107 ड्रोनों को या तो मार गिराया है या बरामद किया है. सीमा सुरक्षा एजेंसी ने इन ड्रोनों द्वारा बड़े पैमाने पर गिराई गई कुल 442.39 किलोग्राम हेरोइन भी जब्त की है. पिछले वर्ष पंजाब सीमा पर विभिन्न क्षमता के 23 हथियार और 505 राउंड गोला-बारूद भी बरामद किए गए हैं.