नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में सितंबर 2018 में लॉन्च की गई आयुष्मान भारत 'प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना' (AB-PMJAY) दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा पहलों में से एक बन गई है. यह सभी नागरिकों, विशेष रूप से सबसे कमजोर लोगों के लिए समान स्वास्थ्य सेवा पहुंच प्रदान करने के लिए इस सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
नड्डा ने कहा कि, पिछले छह सालों में, इस महत्वाकांक्षी योजना ने लाखों लोगों के जीवन को छुआ है, आशा, उपचार और कई मामलों में जीवन रक्षक उपचार प्रदान किया है. AB-PMJAY की यात्रा इस बात का प्रमाण रही है कि जब कोई राष्ट्र अपने लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को बेहतर बनाने के साझा लक्ष्य के साथ एकजुट होता है तो क्या हासिल किया जा सकता है.
आयुष्मान भारत का मुख्य मिशन सरल लेकिन गहरा, नड्डा बोले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आगे कहा कि, स्वास्थ्य सेवा पहुंच में बदलाव आयुष्मान भारत का मुख्य मिशन सरल लेकिन गहरा है. यह सुनिश्चित करना कि किसी भी भारतीय को उसकी वित्तीय स्थिति के कारण स्वास्थ्य सेवा से वंचित न किया जाए. द्वितीयक और तृतीयक अस्पताल देखभाल को कवर करने के लिए प्रति परिवार 5 लाख रुपये की वार्षिक कवरेज के साथ, एबी-पीएमजेएवाई ने आर्थिक रूप से वंचित परिवारों को देश के कुछ सर्वोत्तम अस्पतालों में निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने का साधन प्रदान किया है.
This Day, That Year!
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) September 23, 2024
On 23rd September 2018, Prime Minister Shri @narendramodi launched Ayushman Bharat Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana, marking a transformative shift in healthcare. The scheme promised top-class, affordable healthcare for the poor.
Today, as we celebrate 6… pic.twitter.com/nbnWvEsgDL
नड्डा ने कहा कि, भारत सरकार द्वारा हाल ही में 70 साल या उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति के बावजूद AB PM-JAY के लाभों का विस्तार करने का निर्णय हमारे देश में बदलती जनसांख्यिकीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए एक बेहद छोटा सा कदम है. इससे पहले, हमारे सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं- मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (आशा), आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आंगनवाड़ी सहायकों के परिवारों को इस योजना के दायरे में लाया गया था.
Ayushman Bharat is a TOTAL Game-Changer, here's why!
— MyGovIndia (@mygovindia) September 23, 2024
With the world’s largest health insurance scheme benefiting over 55 crore people, this initiative is changing the landscape of healthcare access and expanding to cover all citizens above 70!
Watch the transformation unfold—as… pic.twitter.com/PSc2NgFztN
केंद्रीय मंत्री ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना को एक उल्लेखनीय उपलब्धि बताते हुए कहा कि, आज तक, इस योजना के तहत 55 करोड़ से अधिक लोग स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पात्र हैं, और एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के 7.5 करोड़ से अधिक उपचार सफलतापूर्वक प्रदान किए गए हैं. जो परिवार कभी भयावह स्वास्थ्य खर्चों के कारण गरीबी में धकेल दिए गए थे, अब उनके पास एक वित्तीय ढाल है जो उन्हें ऐसे संकटों से बचाती है.
India’s Ayushman Bharat Digital Health ID launched by Prime Minister Narendra Modi is an excellent example of how digitalisation can help improve people's lives.
— BJP (@BJP4India) September 23, 2024
- Vivian Balakrishnan, Minister of Foreign Affairs in Singapore#6YearsOfAyushmanBharat pic.twitter.com/sAvmkBvYCa
उन्होंने आगे कहा, भयावह स्वास्थ्य खर्चों का सामना करने वाले परिवारों के लिए, यह योजना एक जीवन रेखा रही है. लाभार्थियों - किसानों से लेकर दिहाड़ी मजदूरों तक - के प्रशंसापत्र प्रचुर मात्रा में हैं, जिनमें से कई ने बताया कि कैसे इस योजना ने उन्हें वित्तीय बर्बादी से बचाया. इस अर्थ में, आयुष्मान भारत ने वास्तव में अपना वादा पूरा किया है. इस योजना का दायरा व्यापक है, जिसमें 1900 से ज़्यादा चिकित्सा प्रक्रियाएं शामिल हैं, जिनमें हृदय बाईपास और जोड़ प्रतिस्थापन जैसी जटिल सर्जरी से लेकर कैंसर और किडनी की बीमारियों जैसे रोगों के उपचार शामिल हैं. ये ऐसे उपचार हैं जो पहले कई लोगों की पहुंच से बाहर लगते थे, लेकिन AB-PMJAY ने उन्हें सुलभ, किफायती और सभी के लिए उपलब्ध बना दिया है.
नेटवर्क का विस्तार, सिस्टम को मजबूत बनाना
जेपी नड्डा ने आगे कहा कि, AB-PMJAY की एक खासियत स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का एक मजबूत नेटवर्क बनाने की इसकी क्षमता रही है. आज, पूरे भारत में 29 हजार से ज्यादा अस्पताल, जिनमें 13 हजार से अधिक प्राइवेट अस्पताल शामिल हैं, इस योजना के तहत सूचीबद्ध हैं. यह नेटवर्क ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में फैला हुआ है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि देश के सबसे दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोग भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सकें. उन्होंने कहा कि, योजना की अनूठी पोर्टेबिलिटी सुविधा ने यह सुनिश्चित किया है कि लाभार्थी अपने राज्य के अलावा देश भर के अस्पतालों में इलाज करा सकते हैं.
नड्डा ने आगे कहा कि, यह विशाल नेटवर्क एक मज़बूत आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा समर्थित है जो दावों के निपटान में पारदर्शिता, दक्षता और गति सुनिश्चित करता है। आधार आधारित बायोमेट्रिक सत्यापन और पेपरलेस दावा प्रक्रिया के कार्यान्वयन ने धोखाधड़ी और अक्षमता को काफी हद तक कम कर दिया है, जो अक्सर ऐसी बड़े पैमाने की सार्वजनिक कल्याण योजनाओं में चुनौतियां होती हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि, आयुष्मान भारत की सफलता ने स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र के अन्य हिस्सों में भी सुधार को उत्प्रेरित किया है. गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा पर योजना के ज़ोर ने सार्वजनिक और निजी दोनों अस्पतालों को अपने बुनियादी ढांचे और सेवाओं को उन्नत करने के लिए प्रेरित किया है. इसके अतिरिक्त, इसने स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का माहौल तैयार किया है, जिससे प्रदाताओं को रोगी देखभाल बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है.
समग्र स्वास्थ्य सेवा पर ध्यान
जेपी नड्डा ने आगे कहा कि, आयुष्मान भारत केवल अस्पताल की देखभाल के बारे में नहीं है. AB-PMJAY के साथ-साथ, सरकार आयुष्मान आरोग्य मंदिर (AAM) के निर्माण के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए भी काम कर रही है. ये स्वास्थ्य सेवा केंद्र निवारक और प्रोत्साहक स्वास्थ्य सेवा पर केंद्रित हैं, जिसका लक्ष्य आबादी में बीमारी के समग्र बोझ को कम करना है. उन्होंने आगे कहा कि, अब तक, पूरे भारत में 1.73 लाख से अधिक AAM स्थापित किए गए हैं, जो सामान्य बीमारियों और मधुमेह, उच्च रक्तचाप और कैंसर जैसी पुरानी स्थितियों के लिए निःशुल्क जांच, निदान और दवाइयां प्रदान करते हैं.
नड्डा ने आगे कहा कि, ये केंद्र अधिक व्यापक और समग्र स्वास्थ्य सेवा मॉडल की ओर बढ़ने के हमारे प्रयास के केंद्र में हैं. स्वास्थ्य और शीघ्र निदान को बढ़ावा देकर, हम अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता को कम करने और लंबे समय में स्वास्थ्य सेवा को अधिक टिकाऊ बनाने की उम्मीद करते हैं.
चुनौतियों पर काबू पाना और आगे बढ़ना
नड्डा ने यह भी कहा कि, 'जब हम आयुष्मान भारत की उपलब्धियों का जश्न मना रहे हैं, तो हमें आगे आने वाली चुनौतियों को भी स्वीकार करना चाहिए. इस योजना का दायरा बहुत बड़ा है और इसके साथ ही इसे लगातार अनुकूलित, परिष्कृत और बेहतर बनाने की जिम्मेदारी भी आती है.' नड्डा ने कहा 'हम इस योजना की पहुंच बढ़ाने, अस्पतालों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने और हर लाभार्थी को दी जाने वाली देखभाल की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. आगे बढ़ते हुए, हम आयुष्मान भारत को मजबूत करना जारी रखेंगे, यह सुनिश्चित करते हुए कि यह समग्र, किफायती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा की दिशा में भारत की यात्रा में सबसे आगे रहे'. जेपी नड्डा ने कहा, 'हम इस योजना के तहत कवर किए जाने वाले उपचारों की सूची का विस्तार करने, पैनल में शामिल अस्पतालों की संख्या में और वृद्धि करने और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की सफलता को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं'.
एक स्वस्थ भारत के लिए एक दृष्टिकोण
नड्डा ने कहा कि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के रूप में, उनका दृढ़ विश्वास है कि किसी राष्ट्र का स्वास्थ्य उसकी समृद्धि की नींव है. एक स्वस्थ आबादी देश के विकास, उत्पादकता और नवाचार में योगदान देने के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित होती है. आयुष्मान भारत एक स्वस्थ, मजबूत और विकसित भारत के इस दृष्टिकोण का केंद्र है. इस योजना की अब तक की सफलता सरकार, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और लोगों के बीच कड़ी मेहनत, समर्पण और सहयोग को दर्शाती है। हालाँकि, हमारी यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। हम हर नागरिक की भलाई और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण के लिए प्रतिबद्ध हैं।
नड्डा ने आगे कहा, "आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की इस छठी वर्षगांठ पर, आइए हम एक ऐसी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली बनाने के लिए अपने समर्पण की पुष्टि करें जो समावेशी, सुलभ और दयालु हो. हम सब मिलकर आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ भारत का निर्माण करना जारी रखेंगे."
ये भी पढ़ें: आयुष्मान भारत स्कीम के लाभ के लिए 70 साल के बुजुर्ग ऐसे करें अप्लाई, जानें स्टेप बाय स्टेप पूरा प्रोसेस