चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव मे आम आदमी पार्टी (APP) बीजेपी के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकती है. दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद आम आदमी पार्टी आत्मविश्वास से भरी है. हरियाणा विधानसभा चुनाव में AAP पूरे दम के साथ कूद चुकी है. 2019 की तुलना में इस बार आप को ज्यादा मजबूत स्थिति में माना जा रहा है. अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस के वोट में सेंध लगना पक्का है. जो बीजेपी के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं. राजनीतिक जानकार बताते हैं कि कई सीटों पर AAP उम्मीदवार बड़ा उलटफेर कर सकते हैं, जो बीजेपी उम्मदीवार को जिताने में बड़ी भूमिका निभायेगा.
विपक्ष के वोट में सेंध, बीजेपी को फायदा
दरअसल आम आदमी पार्टी हरियाणा की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. केजरीवाल समेत पूरी पार्टी हरियाणा में बीजेपी और सरकार विरोध के नाम पर ही वोट मांग रही है. मतलब साफ है, विपक्ष के वोट में जितना बंटवार होगा उतना बीजेपी को फायदा होगा. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस बार कई सीटों पर पार्टी को अच्छे वोट मिल सकते हैं. उनके उम्मीदवारों को जितना ज्यादा वोट मिलेंगे, वो कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
इन सीटों पर आप कर सकती है उलटफेर
राजनीतिक जानकार हरियाणा की करीब 9 से 10 सीटों पर आप उम्मीदवारों को अच्छा वोट मिलने की संभावना जता रहे हैं. इनमें प्रमुख रूप से कलायत, रानियां, गुहला चीका, जगाधरी, थानेसर, रेवाड़ी, अटेली, जुलाना और बरोदा सीटें शामिल हैं.
कलायत और जुलाना में उलटफेर के आसार
कलायत ने आप ने पार्टी के उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने हिसार सांसद जेपी के बेटे विकास सहारण को टिकट दिया है. अनुराग ढांडा मैदान में काफी सक्रिय रहे हैं. उन्हें अच्छा वोट लेकर उलटफेर कर सकते हैं. वहीं जुलाना सीट से चर्चित महिला पहलवान विनेश फोगाट कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. यहां से आप ने WWE की पहली भारतीय महिला पहलवान कविता दलाल को उतारा है. जाट एंगल होने से कविता दलाल यहां अच्छा वोट ले सकती हैं. उन्हें जितना ज्यादा वोट मिलेगा, वो विनेश फोगाट को ही नुकसान पहुंचायेगा.
इन सीटों पर भी APP प्रत्याशी कर सकते हैं खेल
रानियां से आप उम्मीदवार हरपिंदर सिंह हैपी और गुहला चीका से राकेश जिला पार्षद हैं. पार्षद होने के चलते उनका लोगों के बीच अच्छा जनाधार है. जाहिर बात है कि ये उम्मीदवार इन सीटों पर कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगा सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस उम्मीदवार की मुसीबत बढ़ सकती है. वहीं जातीय समीकरण साधते हुए पार्टी ने रेवाड़ी से सतीश यादव, अटेली से सुनील राव और बरोदा से संदीप मलिक और जगाधरी से आदर्श पाल गुर्जर को टिकट दिया है. जो इन सीटों पर उलटफेर कर सकते हैं.
आप का वोट, कांग्रेस को नुकसान- राजनीतिक जानकार
वरिष्ठ पत्रकार राजेश मोदगिल का कहना है कि हरियाणा में इस बार दो ही तरह का वोट देखने को मिल रहा है. एक सरकार के खिलाफ और दूसरा पक्ष में. आप के खाते में शायद ही कोई सीट आए लेकिन पांच से दस सीटों पर उसके उम्मीदवार अच्छे वोट ले सकते हैं. ऐसे में जो सरकार के विरोध का वोट है. AAP भी उसी में सेंध लगाएगी. ऐसे में आम आदमी पार्टी को जितना अधिक वोट मिलेगा,उसका नुकसान कांग्रेस को ही होगा.
हरियाणा में आप का वोट प्रतिशत
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में आप ने 90 में से 46 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. हलांकि उनका कोई उम्मीदवार अपनी जमानत तक नहीं बचा पाया. हरियाणा में आम आदमी पार्टी का वोट शेयर नोटा से भी कम था. AAP को हरियाणा में 0.48 प्रतिशत मत हासिल हुआ जबकि 0.53 प्रतिशत लोगों ने नोटा दबाया था. पूरे चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल प्रचार तक करने नहीं आये थे. लेकिन इस चुनाव में परिस्थितियां बदल गई हैं.
निकाय चुनाव में खुला AAP का खाता
जून 2022 में हरियाणा में 18 नगर परिषद और 28 नगर पालिका के लिए चुनाव हुआ. आम आदमी पार्टी ने पहली बार हरियाणा में कोई चुनाव जीता. कुरुक्षेत्र के इस्माइलाबाद नगरपालिका के चेयरमैन पद पार्टी ने कब्जा किया. आम आमदी पार्टी की उम्मीदवार निशा इस सीट पर विजयी रहीं. इसके अलावा घरौंडा, पिहोवा, कुंडली और भिवानी में आप के उम्मीदवारों ने बीजेपी कैंडिडेट को कड़ी टक्कर दी. करीब 17 सीटों पर आप के उम्मीदवार चौथे स्थान पर रहे. उसके बाद से ही पार्टी का हौसला बढ़ गया. वहीं चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव आप ने बीजेपी और कांग्रेस जैसे दिग्गज दलों को पछाड़ते हुए सबसे ज्यादा सीटें हासिल कर लीं. 35 सीटों वाले चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आप सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और कुल 14 पार्षद जीतने में कामयाब रही. इस चुनाव में बीजेपी को 12 और कांग्रेस को 8 सीटें ही मिल पाई.
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