नई दिल्ली: भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने मंगलवार को पूरे भारत में राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों से अपील की कि वे 'समाज के नाजुक ताने-बाने/ढांचे' को खराब न करें. चुनाव आयोग ने कहा कि उसने 16 मार्च से लागू होने के बाद से आदर्श आचार संहिता (MCC) के कथित उल्लंघन पर कई राजनीतिक दलों द्वारा दर्ज की गई 90 प्रतिशत शिकायतों का निपटारा कर दिया है.
एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए, ईसीआई ने कहा कि 'विभिन्न राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा ईसीआई और सीईओ के स्तर पर प्रचार संबंधी या स्पष्टीकरण संबंधी शिकायतों को छोड़कर लगभग 425 प्रमुख शिकायतें दर्ज की गई हैं. इनमें से 400 मामलों में कार्रवाई की गई (या मामले का निपटारा कर दिया गया)'. इसमें आगे कहा गया है कि कांग्रेस, बीजेपी और अन्य द्वारा क्रमशः लगभग 170, 95 और 160 शिकायतें दर्ज की गईं. इनमें से अधिकांश शिकायतों पर कार्रवाई की गई है.
पोल पैनल ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि एक-दूसरे के खिलाफ कांग्रेस और बीजेपी की कुछ शिकायतें लंबित हैं. इसमें सांप्रदायिक, जाति, क्षेत्रीय भाषा विभाजन, या भारत के संविधान की पवित्रता पर शीर्ष स्टार प्रचारकों द्वारा विभाजनकारी बयानों की शैली में अन्य बातों के साथ-साथ एमसीसी के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. इसी तरह, लोकसभा चुनावों के उच्च दांव के बीच पोल पैनल द्वारा लिए गए प्रमुख निर्णयों पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि 'तेलंगाना कांग्रेस द्वारा दायर शिकायतों में से एक में, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव... एक प्रेस वार्ता के दौरान एमसीसी का उल्लंघन करने वाले बयान देने के लिए किसी भी सार्वजनिक बैठक, सार्वजनिक जुलूस, सार्वजनिक रैलियों, शो और साक्षात्कार और मीडिया में सार्वजनिक भाषण देने से 48 घंटे के लिए रोक लगा दी गई थी'.
पैनल ने कहा, 'गुजरात के दाहोद संसदीय क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर कब्जा करने और ईवीएम से छेड़छाड़ की कांग्रेस की शिकायत पर, पुनर्मतदान का आदेश दिया गया. पूरे मतदान दल और पुलिस दलों को निलंबित कर दिया गया, और संबंधित राज्य अधिकारियों को उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया गया है'. ईसीआई ने स्टार प्रचारकों की जिम्मेदारी पर ईसीआई के बयानों को दोहराते हुए उनसे मर्यादा बनाए रखने की अपेक्षा की. ईसीआई ने कहा कि आयोग को उम्मीद है कि राजनीतिक दलों, विशेषकर प्रमुख राष्ट्रीय दलों के शीर्ष नेता, जिनमें से अधिकांश स्टार प्रचारक हैं, मौजूदा चुनावों में उनसे अपेक्षित अभियान प्रवचन के अच्छे उदाहरण स्थापित करेंगे.
चुनाव आयोग ने कहा कि देश के नाजुक संतुलित सामाजिक ताने-बाने पर किसी भी स्थायी आघात से बचने के लिए शेष चरणों में अपने बयानों/कथनों के पाठ्यक्रम को सही करना मुख्य रूप से उनकी जिम्मेदारी है. इसमें आगे कहा गया है कि 14 मई तक नागरिकों के लिए उल्लंघन पर सी-विजिल ऐप/आयोग के पोर्टल पर कुल 4,22,432 शिकायतें दर्ज की गई हैं, इनमें से 4,22,079 मामलों में कार्रवाई की गई है.