बेंगलुरु : कर्नाटक के बेंगलुरु में एक 14 महीने की बच्ची ने कमाल कर दिया है. छोटी सी इस बच्ची ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है. बच्ची ने एक ऐसा रिकॉर्ड स्थापित किया है जिसके बारे में हर कोई बात कर रहा है. 14 महीने की बच्ची मनस्मिता का नाम 'कलाम विश्व रिकॉर्ड' में दर्ज हो गया है. दरअसल, मासूम 500 शब्दों और 336 वस्तुओं को पहचानने वाली दुनिया की पहली बच्ची है. इस खिताब में उसका नाम 'असाधारण बोधगम्यता की प्रतिभा' के रूप में किया गया है.
मनस्मिता डीएम धनलक्ष्मी कुमारी और के हुलियाप्पा गौड़ा की बच्ची हैं, जो मूल रूप से चिक्कमगलुरु जिले के कंबिहल्ली की रहने वाले हैं और वर्तमान में बेंगलुरु के आरटी नगर में रहते हैं. 'कलाम वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' संस्था द्वारा 3 मार्च को चेन्नई के टीच ऑडिटोरियम में 'वर्ल्ड रिकॉर्ड सम्मान' समारोह में मनस्मिता को सम्मानित किया गया. तथ्य यह है कि बच्ची ने केवल 14 महीने की उम्र में रिकॉर्ड बनाया है, जिसने हर किसी की प्रशंसा अर्जित की है. बच्ची की मां डीएम धनलक्ष्मी कुमारी एक गृहिणी हैं और पिता के हुलियप्पा गौड़ा भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं और सेवानिवृत्त हैं.
बता दें, इतने कम उम्र में बच्ची मनस्मिता को कन्नड़ और अंग्रेजी वर्णमाला की पहचान है. इसके अलावा बच्ची ने 17 फल और 26 सब्जियां, 25 पक्षी, 27 जानवर, 12 कीड़े और 5 सरीसृप, 10 स्वतंत्रता सेनानी, 11 समुद्री जीव, 7 देश के झंडे, भारत के 7 ऐतिहासिक स्थान, 10 फूल, 7 भारतीय मुद्रा, 10 रंग पहचाने हैं. साथ ही 14 आकृतियां, 7 खिलौनों के नाम, 11 पौधे और 5 पत्तियां, 19 शरीर के अंग, 7 वैज्ञानिक, 336 विभिन्न वस्तुएं और कुल 500 शब्द.
इस संदर्भ में, कलाम वर्ल्ड रिकॉर्ड्स संगठन ने मनस्मिता को 'असाधारण बोधगम्यता' की प्रतिभा के रूप में मान्यता दी. 3 मार्च को विश्व रिकार्ड सम्मान समारोह के मंच से बच्ची को इस सम्मान से सम्मानित किया गया.