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Denied admission in PHC, woman gives birth on road in UP

A pregnant woman in Uttar Pradesh's Agra district was forced to deliver on the roadside, merely 50 metres away from the Primary Health Centre, after the medical staff refused to admit her.

The staff nurse is likely to be suspended
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Published : Jun 19, 2019, 9:27 PM IST

Updated : Jun 19, 2019, 11:10 PM IST

Agra: In yet another case of medical apathy in Uttar Pradesh, a pregnant woman was forced to deliver on the road, after the staff at the Primary Health Centre in Runkata refused to admit her on Wednesday.

The staff nurse is likely to be suspended

According to the woman's husband Shyam, they had been visiting the Health Centre for the past three days, but the staff kept turning them away.

When Naina was taken to the Health Centre today morning, the staff allegedly demanded money to admit her.

Her husband Shyam then left her at the Centre to arrange for the money, but Naina started contracting labor pains, following which the staff reportedly asked her to go to the District Hospital.

Seeing the woman's plight, a few locals helped her deliver on the roadside, merely 50 metres away from the Health Centre. After the incident led to an uproar, the staff reportedly admitted the woman.

Reacting on the incident, Chief Medical Officer Dr Mukesh Vatsa said that the staff nurse was at fault. "It was the staff nurse's fault. She should have sent the woman on an ambulance to the district hospital. I will seek her suspension will transfer her soon."

"For better treatment the woman has been admitted at the SN Medical College, and both the mother and child are doing fine now," he added.

Read: Policeman threatens youth by his pistol in Kanpur

Agra: In yet another case of medical apathy in Uttar Pradesh, a pregnant woman was forced to deliver on the road, after the staff at the Primary Health Centre in Runkata refused to admit her on Wednesday.

The staff nurse is likely to be suspended

According to the woman's husband Shyam, they had been visiting the Health Centre for the past three days, but the staff kept turning them away.

When Naina was taken to the Health Centre today morning, the staff allegedly demanded money to admit her.

Her husband Shyam then left her at the Centre to arrange for the money, but Naina started contracting labor pains, following which the staff reportedly asked her to go to the District Hospital.

Seeing the woman's plight, a few locals helped her deliver on the roadside, merely 50 metres away from the Health Centre. After the incident led to an uproar, the staff reportedly admitted the woman.

Reacting on the incident, Chief Medical Officer Dr Mukesh Vatsa said that the staff nurse was at fault. "It was the staff nurse's fault. She should have sent the woman on an ambulance to the district hospital. I will seek her suspension will transfer her soon."

"For better treatment the woman has been admitted at the SN Medical College, and both the mother and child are doing fine now," he added.

Read: Policeman threatens youth by his pistol in Kanpur

Intro:आगरा।
जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रूनकता के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से 50 मीटर दूर एक गर्भवती महिला ने सड़क पर बच्चे को जन्म दिया. स्थानीय महिलाओं ने आनन- फानन में प्रसव कराया. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी की लापरवाही पर भीड़ उग्र हो गई और हंगामा किया. सड़क पर प्रसव से एक बार फिर सरकार और स्वास्थ्य विभाग के बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के दावे फेल साबित हो रहे हैं. प्रसूता के पति का आरोप है कि, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तीन दिन से पत्नी को भर्ती कराने के लिए चक्कर लगा रहा था, लेकिन पत्नी को भर्ती नहीं किया. बुधवार सुबह फिर में पत्नी को लेकर आया फिर रुपए मांगे. वहीं, सीएमओ ने लापरवाह स्वास्थ्यकर्मी का तबादला कर दिया है.
Body:हुआ यूं कि सिकंदरा थाना क्षेत्र स्थित रुनकता निवासी श्याम रिक्शा चालक और कबाड़ बीनकर परिवार की गुजर बसर कर रहा है. श्याम की पत्नी नैना गर्भवती है. बुधवार को नैना ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से 50 मीटर की दूरी पर सड़क पर बेटे को जन्म दिया. नैना और श्याम 3 दिन से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चक्कर लगा रहे थे, लेकिन नैना को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी और नर्सिंग स्टाफ ने उसे भर्ती नहीं किया था. नैना के पति श्याम का आरोप है कि पत्नी को भर्ती करने के एवज में स्वास्थ्य कर्मी उसे ₹2000 की डिमांड कर रहे थे. बुधवार सुबह भी वह जब पत्नी को लेकर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा तो उसे टरका दिया . और कहा कि रुपए ले आओ तभी पत्नी को भर्ती करेंगे. वहां पर रुपए लेने गया और पत्नी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में छोड़ गया, लेकिन नैना के प्रसव शुरू हुए स्वास्थ्य कर्मी उसकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया तो वह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से चल पड़ी. और 50 मीटर की दूरी पर ही अनायास बैठ गई. यह देखकर स्थानीय लोग और महिलाएं जमा हो गई. और पत्नी नैना ने सड़क पर ही बेटे को जन्म दिया. यह भीड़ जमा हो गई. इसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी नर्सिंग स्टाफ हरकत में आए और महिलाओं के प्रसव कराने में मदद की. इसके बाद उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया लेकिन आक्रोशित भीड़ ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हंगामा किया.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मुकेश कुमार वत्स ने बताया कि लापरवाह स्वास्थ्य कर्मी का तबादला कर दिया गया है. महिला को बेहतर चिकित्सा को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए लेडी लॉयल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. और इस मामले की जांच की जा रही है.Conclusion:प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के 50 मीटर दूरी पर महिला ने सड़क पर बेटे को जन्म दिया. सड़क पर प्रसव से खुली प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग की बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल. आक्रोशित भीड़ ने किया आक्रोशित भीड़ ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हंगामा किया. प्रसूता के पति ने स्वास्थ्य कर्मियों पर रुपए मांगने के आरोप लगाए.

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प्रसूता के पति श्याम की बाइट और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मुकेश कुमार वत्स की बाइट।
Last Updated : Jun 19, 2019, 11:10 PM IST
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