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Battling financial strain, UP shooter dreams to make India proud

A resident of UP's Varanasi, Pooja Chaurasia has the ambition to make her country proud. She wants to win an Olympic Gold medal in rifle shooting but is struggling hard to overcome her financial difficulties.

Pooja Chaurasia won medals in many state level competitions for Varanas
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Published : Aug 29, 2019, 2:58 PM IST

Varanasi: Pooja Chaurasia, a budding rifle shooter from Varanasi dreams of making the country proud by winning an Olympic Gold, but her financial difficulties are proving to be an obstacle.

A budding rifle shooter from Varanasi wants to win an Olympic Gold medal in rifle shooting but is struggling hard to overcome her financial difficulties

Pooja, who was introduced to the sport in NCC during her school days, has won medals in many state-level competitions for Varanasi.

However, the ace shooter's journey so far has not proved to be a smooth one.

According to Pooja's father, the family has been facing financial difficulties after her mother met with a terrible accident, and Pooja's dream might now be difficult to fulfil.

Narrating her daily struggle, Pooja said that the rifle club where she goes for practice has only one rifle, due to which she gets very less time for practice. She also said that she does not have enough money to buy her own kit.

But these difficulties have failed to deter the young shooter. With a never-say-die attitude, she said that she does not want to quit the game under any circumstances.

Pooja, who recently won multiple medals, including a Gold in the Uttar Pradesh State Shooting Competition, has been trying hard to overcome every challenge to make her country proud

READ | Infiltration bid foiled at Indo-China border near Tawang

Varanasi: Pooja Chaurasia, a budding rifle shooter from Varanasi dreams of making the country proud by winning an Olympic Gold, but her financial difficulties are proving to be an obstacle.

A budding rifle shooter from Varanasi wants to win an Olympic Gold medal in rifle shooting but is struggling hard to overcome her financial difficulties

Pooja, who was introduced to the sport in NCC during her school days, has won medals in many state-level competitions for Varanasi.

However, the ace shooter's journey so far has not proved to be a smooth one.

According to Pooja's father, the family has been facing financial difficulties after her mother met with a terrible accident, and Pooja's dream might now be difficult to fulfil.

Narrating her daily struggle, Pooja said that the rifle club where she goes for practice has only one rifle, due to which she gets very less time for practice. She also said that she does not have enough money to buy her own kit.

But these difficulties have failed to deter the young shooter. With a never-say-die attitude, she said that she does not want to quit the game under any circumstances.

Pooja, who recently won multiple medals, including a Gold in the Uttar Pradesh State Shooting Competition, has been trying hard to overcome every challenge to make her country proud

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Intro:वाराणसी। कहते हैं सपने अगर दिल से देखे जाएं तो उन्हें पूरा करने के लिए दिन रात एक करने में भी गुरेज नहीं होता पर कभी-कभी कुछ सपने सिर्फ परिस्थितियों के चलते पूरे होते होते अधूरे रह जाते हैं। हालांकि अगर कोशिश की जाए तो आसमान तक भी पहुंचा जा सकता है। शिखर तक पहुंचने की ऐसी ही एक कहानी है काशी की एक बेटी की जो अपनी आंख में संजोए हुए हैं भारत को ओलंपिक गोल्ड मेडल दिलाने का सपना, लेकिन कुछ परिस्थितियों के आगे विवश होने के कारण फिलहाल वह सपना धुंधला होता दिखाई दे रहा है। बनारस की बेटी आज भी चाहती है कि वह देश के लिए ओलंपिक का गोल्ड मेडल कमाए और किसी भी हाल में परिस्थितियों से हार मानने को तैयार नहीं है।


Body:VO1: वाराणसी की गलियों में एक घर शहर की एक बेटी का भी है जो हाथों में किताबों के साथ-साथ राइफल थामती है। जहां एक तरफ कई घरों में आज भी बड़े होते ही लड़कियों को चूल्हे चौके की बागडोर हाथ में दे दी जाती है वहीं बनारस की रहने वाली पूजा चौरसिया के हाथ में उनके परिवार ने बंदूक थमा दी है। पूरा परिवार चाहता है की पूजा बहुत जल्द देशवासियों के जुबां पर अपना परिचय छोड़ जाएं। हालांकि, हर तरफ से पूजा को कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ा है पर बनारस किए जांबाज बेटी किसी भी परेशानी में झुकने को तैयार नहीं है। उसकी आंखों में सज रहा है देश के लिए गोल्ड मेडल लाने का सपना और ओलंपिक में भारत की एक बेहतरीन खिलाड़ी बनकर उभरने का एक ख्वाब। पूजा चौरसिया राइफल शूटिंग करती है और वाराणसी के लिए कई राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में मेडल बटोर चुकी है। उत्तर प्रदेश की कई बेहतरीन शूटर में से एक पूजा चौरसिया ने हाल ही में राइफल शूटिंग में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है और एयर पिस्टल और अन्य शूटिंग गेम में कांस्य और रजत पदक पर भी अपना नाम दर्ज कराया है। पूजा एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती है। उनके घर में माता-पिता के अलावा एक बड़ी बहन और बड़ा भाई है। पूजा के पिता पान बेचते हैं और अपने बच्चों को पढ़ाने लिखाने के साथ साथ इस महिला शूटर के शूटिंग के शौक को भी बढ़ावा दे रहे हैं। पिता जब-जब बिटिया को मेडल पहना हुआ देखते हैं तो उनकी आंखें भर आती हैं। घरवाले बताते हैं की पूजा के मेडल हाथ में लेकर इतना गौरवान्वित महसूस होता है कि जिसको बयां नहीं किया जा सकता।

बाइट: नीलू चौरसिया, पूजा की माँ
बाइट: विजय शंकर चौरसिया, पूजा के पिता
बाइट: पूजा चौरसिया, महिला शूटर, वाराणसी


Conclusion:VO2: हालांकि कई बार जिंदगी इस तरह के इम्तिहान लेती है जिसमें कभी कभी उम्मीद को हार जाना पड़ता है। कुछ ऐसा ही हुआ है पूजा के साथ जिनके पास अब अपने खेल को आगे बढ़ाने के लिए आर्थिक अभाव के अलावा कुछ नहीं है। महिला राइफल शूटर के पिता बताते हैं कि घर में पूजा की मां के एक काफी भयंकर एक्सीडेंट के हादसे के बाद आर्थिक तंगी काफी तेजी से बढ़ गई, जिसके बाद पूजा का राइफल शूटिंग के सपने को पूरा करना काफी मुश्किल हो गया है। परिवार अब इस हालत में भी नहीं है कि उसे सपने को आगे बढ़ाने के लिए सपोर्ट कर पाए। पूजा बताती हैं कि राइफल क्लब में यूं तो प्रैक्टिस करने के लिए रोज ही जाती है पर क्लब के पास भी एक ही राइफल होने के कारण प्रैक्टिस का पर्याप्त समय नहीं मिल पाता। इस महिला खिलाड़ी का कहना है कि घर में इतने पैसे नहीं है कि वह खुद की राइफल ले सकें। खुद की किट लेने के लिए भी उनको कई बार सोचना पड़ता है। अगर इस महिला खिलाड़ी को अपने खेल को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाना है तो मात्र 20 से 25 मिनट की प्रैक्टिस काफी नहीं होती लेकिन इसके अलावा उनके पास और कोई रास्ता भी नहीं है। हालांकि पूजा अभी तक कई मेडल बटोर चुकी है अपने स्कूल के दिनों के दौरान एनसीसी से शूटिंग शुरू करने वाली पूजा को इस खेल से इतना प्यार है कि वह किसी भी हाल में इस खेल को नहीं छोड़ना चाहती। किसी भी परिस्थिति में वह देश के लिए खेलना चाहती हैं और आने वाले दिनों में ओलंपिक का स्वर्ण पदक लाकर देश का नाम विश्व में करना चाहती है। पूजा ने हाल ही में उत्तर प्रदेश स्टेट निशानेबाजी प्रतियोगिता में एक गोल्ड सहित कांस्य और रजत पदक अपने नाम किए हैं।

Regards
Arnima Dwivedi
Varanasi
7523863236
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