New Delhi: Jamiat Ulema-e-Hind president Maulana Suhaib Qasmi on Wednesday expressed satisfaction over the hearing on Ram Janmbhoomi-Babri Masjid land dispute in the Supreme Court, saying he expects a decision in favour of the whole nation.
Maulana Suhaib Qasmi expresses satisfaction over SC hearings in Ayodhya title dispute
Jamiat Ulema-e-Hind president Maulana Suhaib Qasmi has expressed satisfaction over the Supreme Court hearings in in the 70-year-old politically vexing Ayodhya title dispute. The Maulana says he would want decision to be in favour of the nation.
Maulana Suhaib Qasmi
New Delhi: Jamiat Ulema-e-Hind president Maulana Suhaib Qasmi on Wednesday expressed satisfaction over the hearing on Ram Janmbhoomi-Babri Masjid land dispute in the Supreme Court, saying he expects a decision in favour of the whole nation.
"If the court's decision on the matter is accepted by one and all, it would prove good for the society as a whole and the world would get to know how 130 crore people of India are united," he said.
Qasmi said he wanted the decision to be in favour of Indians and not in favour of any religion."I want people to celebrate the decision by distributing sweets among themselves," he added.
On being asked to comment on advocate Rajeev Dhavan's act of tearing a map inside the court, the Maulana said it wrong. "He such a senior person and must have not done it".
The Supreme Court, after hearing of 40 days reserved the judgment in the 70-year-old politically vexing Ayodhya title dispute.
A five-judge bench headed by Chief Justice Ranjan Gogoi began the daily hearing into the matter on August 6 after the court-appointed mediation panel, headed by a former apex court judge, failed to amicably resolve the matter.
"If the court's decision on the matter is accepted by one and all, it would prove good for the society as a whole and the world would get to know how 130 crore people of India are united," he said.
Qasmi said he wanted the decision to be in favour of Indians and not in favour of any religion."I want people to celebrate the decision by distributing sweets among themselves," he added.
On being asked to comment on advocate Rajeev Dhavan's act of tearing a map inside the court, the Maulana said it wrong. "He such a senior person and must have not done it".
The Supreme Court, after hearing of 40 days reserved the judgment in the 70-year-old politically vexing Ayodhya title dispute.
A five-judge bench headed by Chief Justice Ranjan Gogoi began the daily hearing into the matter on August 6 after the court-appointed mediation panel, headed by a former apex court judge, failed to amicably resolve the matter.
Intro:नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर विवाद की आखिरी सुनवाई आज पूरी हो गई। उच्च न्यायालय ने इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। इसपर ईटीवी भारत से बात करते हुए अयोध्या वार्ता कमेटी के अध्यक्ष मौलाना शोएब कासमी ने कहा कि उच्च न्यायालय में चली इस पूरी सुनवाई से हम संतुष्ट हैं।
Body:शोएब कासमी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर यदि आपसी सहमति बन जाती है तो इससे समाज के दोनों धर्मों के लोगों में आपसी मोहब्बत बढ़ेगी और दुनिया में सबको यह पता चलेगा कि भारत की 130 करोड़ आबादी वाले लोग एकजुट हैं।
मौलाना शोएब कासमी ने कहा कि मैं यह चाहता हूं कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला 130 करोड़ भारतीयों के पक्ष में आए न कि हिंदू या मुसलमान। उन्होंने कहा कि जब यह फैसला आये तब मैं चाहता हूँ कि सभी धर्म के लोग एक दूसरे को मिठाइयां बांटे।
Conclusion:आज की सुनवाई के दौरान हिंदू महासभा की ओर से वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने दलीलें देनी शुरू की तो मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन के साथ उनकी तीखी तकरार हुई और उन्होंने विकास सिंह द्वारा पेश किए गए एक नक्शे को फाड़ दिया और उसके टुकड़े कर दिए। इसपर शोएब काशमी ने प्रक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि राजीव धवन द्वारा किया गया यह कार्य गलत था और उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था ।
बता दें कि वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने इस नक्शे को पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल की किताब अयोध्या रिविजिटेड से निकाल कर अदालत में पेश किया था और यह किताब 2016 में प्रकाशित की गई थी।
Body:शोएब कासमी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर यदि आपसी सहमति बन जाती है तो इससे समाज के दोनों धर्मों के लोगों में आपसी मोहब्बत बढ़ेगी और दुनिया में सबको यह पता चलेगा कि भारत की 130 करोड़ आबादी वाले लोग एकजुट हैं।
मौलाना शोएब कासमी ने कहा कि मैं यह चाहता हूं कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला 130 करोड़ भारतीयों के पक्ष में आए न कि हिंदू या मुसलमान। उन्होंने कहा कि जब यह फैसला आये तब मैं चाहता हूँ कि सभी धर्म के लोग एक दूसरे को मिठाइयां बांटे।
Conclusion:आज की सुनवाई के दौरान हिंदू महासभा की ओर से वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने दलीलें देनी शुरू की तो मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन के साथ उनकी तीखी तकरार हुई और उन्होंने विकास सिंह द्वारा पेश किए गए एक नक्शे को फाड़ दिया और उसके टुकड़े कर दिए। इसपर शोएब काशमी ने प्रक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि राजीव धवन द्वारा किया गया यह कार्य गलत था और उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था ।
बता दें कि वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने इस नक्शे को पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल की किताब अयोध्या रिविजिटेड से निकाल कर अदालत में पेश किया था और यह किताब 2016 में प्रकाशित की गई थी।