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Ram temple trust should be apolitical; funds should not come from exchequer: VHP

VHP says the proposed trust for construction of Ram Temple in Ayodhya should not be political and the money, needed to construct it, should not come from exchequer.

Milind Parande, VHP
Milind Parande, VHP
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Published : Jan 25, 2020, 7:18 PM IST

New Delhi: The Vishwa Hindu Parishad (VHP) on Saturday said the proposed trust concerning the construction of Ram Temple in Ayodhya should be apolitical and the required funds should not come from the exchequer.

Ram temple trust should be apolitical; funds should not come from exchequer: VHP

Interacting with ETV Bharat here, VHP Secretary-General Milind Parande said the Supreme Court suggested trust, which would be responsible for the construction of the temple, was to be formed within three months after the final decision on the matter and there's still time for it.

He, however, stressed that it should be apolitical trust.

"There's still time for the trust to be formed. There are people in the central government who have been associated with the Ram Temple movement, they would work keeping in mind everything related to it," he said.

The VHP leader also said that the money needed to build the temple must not come from the government.

"Funds must not come from the government. The same should be raised by the public," he asserted, informing that work to start construction was on and the construction should begin soon.

Also Read: VHP plans to install Ram idols in 2.75 lakh villages

New Delhi: The Vishwa Hindu Parishad (VHP) on Saturday said the proposed trust concerning the construction of Ram Temple in Ayodhya should be apolitical and the required funds should not come from the exchequer.

Ram temple trust should be apolitical; funds should not come from exchequer: VHP

Interacting with ETV Bharat here, VHP Secretary-General Milind Parande said the Supreme Court suggested trust, which would be responsible for the construction of the temple, was to be formed within three months after the final decision on the matter and there's still time for it.

He, however, stressed that it should be apolitical trust.

"There's still time for the trust to be formed. There are people in the central government who have been associated with the Ram Temple movement, they would work keeping in mind everything related to it," he said.

The VHP leader also said that the money needed to build the temple must not come from the government.

"Funds must not come from the government. The same should be raised by the public," he asserted, informing that work to start construction was on and the construction should begin soon.

Also Read: VHP plans to install Ram idols in 2.75 lakh villages

Intro:अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सरकार द्वारा राम मंदिर ट्रस्ट का गठन 3 महीने के भीतर करना था और 3 महीने का समय खत्म होने में अब महज दो हफ्ते ही रह गए हैं लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के गठन की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है। ऐसे में कुछ सवाल उठने भी शुरू हुए थे कि संत समाज के बीच राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के गठन पर एकमत ना होना भी देरी का एक कारण हो सकता है।
इसी हफ्ते उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संत समाज के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की एक बैठक भी हुई जिसमें निश्चित तौर पर राम मंदिर निर्माण पर भी चर्चा हुई। विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद थे।
ईटीवी भारत ने इस विषय पर विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महासचिव मिलिंद परांडे से बात की जिन्होंने बताया कि संत समाज में कोई मतभेद नहीं है और अभी 3 महीने का समय भी पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने भरोसा जताया कि चुकी इस सरकार में कई ऐसे नेता और मंत्री मौजूद हैं जो खुद राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे हैं ऐसे में समय से पहले ही ट्रस्ट का गठन हो जाएगा और जल्द से जल्द मंदिर निर्माण का कार्य भी शुरू हो जाएगा।


Body:अभी हाल में ही विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा था कि उन्हें उम्मीद है इस वर्ष के नवरात्रे में राम मंदिर निर्माण कार्य का शुभारंभ होगा। मिलिंद परांडे ने भी यही उम्मीद जताई है और कहा है कि फरवरी के पहले हफ्ते में 3 महीने का समय पूरा हो रहा है और उससे पहले ही ट्रस्ट का गठन होकर आगे की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी विहिप महासचिव ने यह भी कहा है कि विश्व हिंदू परिषद चाहता है कि सरकार द्वारा बनाया गया ट्रस्ट सरकारी ना हो और उसमें राजनीतिक लोग भी शामिल ना हो। इसके साथ ही मंदिर का निर्माण जनता के पैसे से हो ना कि सरकारी पैसे से। जनता के द्वारा योगदान से ही मंदिर का निर्माण होना चाहिए ऐसा विश्व हिंदू परिषद का मानना है। साथ ही जिन पत्थरों को पहले से तराशा जा चुका है उन्हीं पत्थरों से मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होना चाहिए।


Conclusion:ऐसी बातें चर्चा में आ रही थी कि मंदिर के पुराने मॉडल की जगह अब कोई दूसरा मॉडल लाया जाएगा जो कि पहले से भी विशाल और भव्य होगा लेकिन विश्व हिंदू परिषद ने ऐसी किसी भी बात की जानकारी ना होने की बात कही है।
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