देवभूमि में अधूरा रहा गया मनोहर पर्रिकर का ये सपना, विजन से भी भटका प्रोजेक्ट
पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर 18 मार्च को पंचतत्व में विलीन हो गए. उनके जाने से देवभूमि में उनका एक सपना अधूरा रह गया. उनके सपने को साकार करने के लिए आज काम तो चल रहा है, लेकिन उसका विजन एकदम अलग है.
Last Updated : Mar 20, 2019, 5:32 PM IST