ढीले पड़े हरक के तेवर, हरदा के सामने हुए 'नतमस्तक'
आखिरकार हरक सिंह रावत ने हरीश रावत से माफी मांग ही ली है. हरक सिंह रावत ने कहा- हरीश भाई मुझे चोर, अपराधी कुछ भी बोल दें, मैं तो उनके चरणों में नत मस्तक हूं. हरीश रावत बड़े भाई हैं, वे कुछ भी बोल सकते हैं. उनके लिए सौ खून माफ हैं. मैं या माफी कांग्रेस में वापसी के लिए नहीं मांग रहा हूं, ये माफी बड़े भाई के लिहाज से मांगी जा रही है. हरीश भाई का हर शब्द मेरे लिए आशीर्वाद और फूल हैं.