उत्तरकाशीः मोरी ब्लॉक के सुदूरवर्ती बडासू पट्टी के पंवाणी गांव में भालू ने एक ग्रामीण पर हमला कर दिया. ग्रामीण गंभीर रूप जख्मी हो गया. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने घायल शख्स को डंडी कंडी के जरिए 12 किमी पैदल चलकर तालुका तक पहुंचाया. जहां से वाहन के जरिए पीएचसी मोरी लाया गया. जहां मरहम पट्टी के बाद उसे हायर सेंटर देहरादून रेफर कर दिया गया है.
ढाटमीर गांव के राजपाल रावत ने बताया कि उनके पड़ोसी गांव पंवाणी के राय सिंह पुत्र तोताराम (उम्र 55 वर्ष) रविवार को भेड़ बकरी चुगाने जंगल गया था. जहां देर शाम करीब 6 बजे वापसी के दौरान पंवाणी गांव के पंडारा नामे तोक के पास भालू ने अचानक उस पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. गनीमत रही कि साथी चरवाहों ने राय सिंह को भालू के चंगुल से छुड़ाया. जिससे उनकी जान बच पाई.
वहीं, ग्रामीण किसी तरह से राय सिंह को रात के समय गांव पहुंचाया. जिसके बाद सोमवार सुबह परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से घायल राय सिंह को पंवाणी से डंडी कंडी पर उठाकर 12 किमी पैदल ही तालुका तक पहुंचाया. जहां यूटिलिटी वाहन से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी लाया गया. जहां डॉक्टरों ने राय सिंह की गंभीर हालत को देखते हुए मरहम पट्टी की और देहरादून रेफर कर दिया.
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पंवाणी गांव निवासी और क्षेत्र पंचायत प्रमुख बचन पंवार ने बताया कि मोरी के बडासू, फतेह पर्वत, पंचगाई पट्टी में सेब बगीचों में काम करने वाले और भेड़ बकरी चराने वाले लोगों पर हर साल भालू हमला करता है. जिसमें कई लोग जख्मी हो चुके हैं. कई बार गोविंद पशु विहार के अधिकारियों और शासन से ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर उचित कदम उठाने को कहा गया है, लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लिया जाता है. जिस वजह से भालू के हमले से आए दिन ग्रामीण घायल हो रहे हैं.
पंवाणी गांव में भालू के हमले से घायल व्यक्ति को परिजनों और वनकर्मियों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी पहुंचाया. मोरी में उपचार किया जा रहा है व मुआवजा की कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है. - अभिलाषा सिंह, उप निदेशक, गोविंद पशु विहार