पुरोला:उत्तरकाशी जनपद की रवांई घाटी में इन दिनों खेतीबाड़ी के काम से निपटने के बाद मोरी, पुरोला,नौगांव के गांवों में लोग अपनी सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखने में जुटे हैं. क्षेत्र की खुशहाली और धनधान्य की बरकत के यहां विभिन्न मेलों का आयोजन किया जा रहा है. रंवाई क्षेत्र में अषाढ़ व श्रावण मास में हर गांव में मेलों की झलक देखने को मिलती है. जिसमें दूर-दराज से लोग वापस गांवों में पहुंचते हैं.साथ ही अपने ईष्टदेव से मंगल कामना का आशीर्वाद भी लेते हैं.
ढोल-दमाऊ की थाप और रणसिंगे की हुंकार के साथ क्षेत्र में चलने वाले मेले इन दिनों अपने सबाब पर हैं. इन मेलों का लोग जमकर लुत्फ उठा रहे हैं. मेले जहां एक ओर मेल मिलाप और संस्कृति का द्योतक हैं. वहीं आस्था से लबरेज इन मेलों में पश्वा (देव अवतरित मनुष्य) का आशीर्वाद पाने के लोग लालायित रहते हैं. इसी कड़ी में शनिवार को देवरा गांव में राज्य के एकमात्र कर्ण मन्दिर में अलग-अलग गांवों से लोगों ने पहुंच कर आशीर्वाद लिया. देवरा गांव में कर्ण मंदिर में लगने वाला ये मेला सदियों से चला आ रहा है.
पढ़ें-कैबिनेट में लिए गए फैसलों की होगी मॉनिटरिंग: सीएम त्रिवेंद्र